लखीसराय: कोरोना काल (Corona Period) में एक तरफ जहां रेल का परिचालन बंद रहा, वहीं दूसरी तरफ रेलवे की ओर से मरम्मतीकरण और सौंदर्यीकरण को लेकर कई सारे काम किए गए. लखीसराय रेलवे स्टेशन (Lakhisarai Railway Station) पर भी इस दौरान किए गए कार्यों की असर दिख रहा है. जिसकी चर्चा यात्रियों में भी खूब हो रही है.
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पहले जहां लखीसराय रेलवे स्टेशन पर अप और डाउन जाने वाला प्लेटफार्म ही था, वहीं कोरोना काल में रेल मंत्रालय ने इसे विकसित किया है. अब इस रेलवे स्टेशन पर तीन प्लेटफार्म बनकर तैयार है और चौथे की तैयारी चल रही है. यात्रियों के लिए कई सारी सुविधाएं भी बढ़ा दी गई हैं. कुल 18 बैठने वाले यात्री साइड, 1 ओवर ब्रिज, तीन प्लेटफार्म और पर्याप्त मात्रा में आरपीएफ ऑफ पुलिस बल तैनात है.
वहीं, स्टेशन की खूबसूरती पर भी ध्यान दिया गया है. अब रात में स्टेशन का नजार बिल्कुल बदल गया है. इस रेलवे स्टेशन से हावड़ा, कोलकाता, दिल्ली, पंजाब, गया, बरौनी और मुंगेर जाने के लिए सुविधा प्राप्त है. यहां 10 स्टाफ और 2 पीआरएस सुपरवाइजर काम करते हैं.
इस संबंध में लखीसराय रेलवे स्टेशन पर तैनात वरीय कर्मी और चीफ बुकिंग सुपरवाइजर संजय दास ने बताया कि इस रेलवे स्टेशन से फिलहाल कुल 25 पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन हो रहा है, जबकि पूर्व में 38 ट्रेनों का परिचालन होता था. इस प्लेटफार्म पर कुल 4 टिकट काउंटर के अलावे यात्री साइड और पुल का निर्माण किया गया है.
उन्होंने ये भी बताया कि बुकिंग काउंटर से लोकल और एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए 30 हजार रुपए का टिकट कटता है, जबकि कोरोना से पहले रोजाना एक लाख से अधिक का टिकट कटता था. वहीं बुकिंग काउंटर रेलवे टिकट की बात करें तो हर दिन एक लाख 20 हजार रुपए की टिकट बुकिंग होती है. रेलवे बोर्ड ने कुली की व्यवस्था यहां समाप्त कर दी है. साथ ही स्टेशन पर टिकट चेकिंग अभियान की फिलहाल कोई सुविधा नहीं है.
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आपको बताएं कि कोरोना काल से पहले इस स्टेशन से हावड़ा से लेकर कश्मीर तक की यात्रा करने की सुविधा थी. रेलवे स्टेशन से रूट लाइन और लूप लाइन रेलवे स्टेशन जमालपुर, मुंगेर से लेकर क्यूल रेलखंड को जोड़ती है. इसी रेलवे स्टेशन पर उतर कर मां बाला तिरुपुरआरी सुंदरी मां महारानी, अशोक धाम, सिंगरी ऋषि, जलप्पा स्थान, पोखरामा, हनुमान मंदिर और अन्य तीर्थ स्थल लोग जाते हैं.