लखीसराय : लाल पहाड़ी पर चल रही खुदाई में बौद्ध कालीन मंदिर के अवशेष मिले हैं. यहां बौद्ध कालीन नक्काशी से परिपूर्ण कई अवशेष मिले हैं. जहां पत्थर के टुकड़े और दीवार इसे प्रमाणित कर रहे हैं. ये भी कहा जा रहा है कि लाल पहाड़ी के ऊपर महिला भिक्षुओं का साधना केंद्र रहा है.
लाल पहाड़ी के प्रशासक प्रो. अनिल कुमार ने बताया कि इस जगह को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित होने की उम्मीद बढ़ गई है. राज्य सरकार ने लाल पहाड़ी की महत्ता को देखते हुए राजकीय स्मारक घोषित कर रखा है. साथ ही पहाड़ी को ब्रांड बिहार में भी शामिल किया गया है.
सीएम नीतीश भी हुए अभिभूत
लाल पहाड़ी पर खुदाई को लेकर सीएम नीतीश कुमार का भी दो बार आगमन हो चुका है. खुदाई कार्य को देखने आए आए सीएम नीतीश कुमार बौद्ध कालीन अवशेष को देखने के बाद अभिभूत हो गए थे. इसे बौद्ध सर्किट के रूप में विकसित करने का आश्वासन भा दिया था. सीएम ने बौद्ध सर्किट से जोड़ने की बात कही थी.
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कई रहस्यों का पता चलना अभी बाकी
विश्व भारती विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अनिल कुमार और उनकी टीम पहाड़ी की खुदाई तेजी से कर रही है. प्रोफेसर ने बताया कि लालपहाड़ी के ऊपर महिला बौद्ध भिक्षुओं का साधना केंद्र रहा है. खुदाई स्थल के 6 कोने पर मिले वॉच टावर भी मंदिर का प्रमाण दे रहे हैं. पहाड़ की खुदाई चल रही है. कई रहस्यों का पता चलना अभी भी बाकी है.