किशनगंज: जिले के आवारा पशु ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं. मवेशियों के लिए सरकार की तरफ से एक भी पशु गृह नहीं बनाया गया है. नतीजतन ये मवेशी खुली सड़कों पर घूमने को मजबूर हैं. जिससे लोगों को काफी समस्या हो रही है.
इनका क्या है कहना
गौशाला मन्त्री ने कहा कि यह एक निजी गौशाला है. जो 1919 से सेवा दे रहा है. उन्होंने बताया कि गौशाला का अध्यक्ष जिले का एसडीओ होता है. उनके के नेतृत्व में लोग काम करते हैं. उन्होंने ये भी बताया कि कभी-कभी सरकार की तरफ से पैसे मिल जाए करते हैं. गौशाला की जमीन को लीज पर दिया हुआ है. उससे जो भी कमाई होती है उससे उसका देखरेख किया जाता है.
'ग्रामीण कर रहे हैं अतिक्रमण'
किशनगंज के एसडीओ और गौशाला अध्यक्ष शाहनवाज अहमद नियाजी ने बताया कि इसका रख-रखाव के लिए सरकार से कभी-कभी पैसा मिलता है. गौशाला की जमीन उन्होंने लीज पर दिया हुआ है. उसी पैसे से गायों के लिए चारा लाया जाता है. लेकिन, कुछ ग्रामीणों ने कब्जा कर रखा है. जल्दी ही अतिक्रमण को हटाया जाएगा. जितने मवेशी सड़कों पर घूमते हैं उनके लिए भी गौशाले की व्यव्सथा की जाएगी.