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आवारा पशुओं के लिए नहीं है गौशाला, सड़कों पर घूम रहे मवेशी - etvbharat

गौशाला अध्यक्ष शाहनवाज अहमद नियाजी ने बताया कि इसका रख-रखाव के लिए सरकार से कभी-कभी पैसा मिलता है. गौशाला की जमीन उन्होंने लीज पर दिया हुआ है. कुछ ग्रामीणों ने कब्जा कर रखा है. जल्दी ही अतिक्रमण को हटाया जाएगा.

आवारा पशु
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Published : Jul 10, 2019, 1:04 PM IST

किशनगंज: जिले के आवारा पशु ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं. मवेशियों के लिए सरकार की तरफ से एक भी पशु गृह नहीं बनाया गया है. नतीजतन ये मवेशी खुली सड़कों पर घूमने को मजबूर हैं. जिससे लोगों को काफी समस्या हो रही है.

इनका क्या है कहना
गौशाला मन्त्री ने कहा कि यह एक निजी गौशाला है. जो 1919 से सेवा दे रहा है. उन्होंने बताया कि गौशाला का अध्यक्ष जिले का एसडीओ होता है. उनके के नेतृत्व में लोग काम करते हैं. उन्होंने ये भी बताया कि कभी-कभी सरकार की तरफ से पैसे मिल जाए करते हैं. गौशाला की जमीन को लीज पर दिया हुआ है. उससे जो भी कमाई होती है उससे उसका देखरेख किया जाता है.

पेश है रिपोर्ट

'ग्रामीण कर रहे हैं अतिक्रमण'
किशनगंज के एसडीओ और गौशाला अध्यक्ष शाहनवाज अहमद नियाजी ने बताया कि इसका रख-रखाव के लिए सरकार से कभी-कभी पैसा मिलता है. गौशाला की जमीन उन्होंने लीज पर दिया हुआ है. उसी पैसे से गायों के लिए चारा लाया जाता है. लेकिन, कुछ ग्रामीणों ने कब्जा कर रखा है. जल्दी ही अतिक्रमण को हटाया जाएगा. जितने मवेशी सड़कों पर घूमते हैं उनके लिए भी गौशाले की व्यव्सथा की जाएगी.

किशनगंज: जिले के आवारा पशु ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं. मवेशियों के लिए सरकार की तरफ से एक भी पशु गृह नहीं बनाया गया है. नतीजतन ये मवेशी खुली सड़कों पर घूमने को मजबूर हैं. जिससे लोगों को काफी समस्या हो रही है.

इनका क्या है कहना
गौशाला मन्त्री ने कहा कि यह एक निजी गौशाला है. जो 1919 से सेवा दे रहा है. उन्होंने बताया कि गौशाला का अध्यक्ष जिले का एसडीओ होता है. उनके के नेतृत्व में लोग काम करते हैं. उन्होंने ये भी बताया कि कभी-कभी सरकार की तरफ से पैसे मिल जाए करते हैं. गौशाला की जमीन को लीज पर दिया हुआ है. उससे जो भी कमाई होती है उससे उसका देखरेख किया जाता है.

पेश है रिपोर्ट

'ग्रामीण कर रहे हैं अतिक्रमण'
किशनगंज के एसडीओ और गौशाला अध्यक्ष शाहनवाज अहमद नियाजी ने बताया कि इसका रख-रखाव के लिए सरकार से कभी-कभी पैसा मिलता है. गौशाला की जमीन उन्होंने लीज पर दिया हुआ है. उसी पैसे से गायों के लिए चारा लाया जाता है. लेकिन, कुछ ग्रामीणों ने कब्जा कर रखा है. जल्दी ही अतिक्रमण को हटाया जाएगा. जितने मवेशी सड़कों पर घूमते हैं उनके लिए भी गौशाले की व्यव्सथा की जाएगी.

Intro:किशनगंज:- आवारा पशुओ के लिए नहीं है एक भी पशुगृह, 100 साल पुराने गौशाला मे पलते हैं 76 गाय। जिले में एक मात्र 100 साल पुराना गौशाला है इसका निर्माण सन 1919 में कराया गया था आज के समय में इसमें करीब 76 गाय पलती हैं।


Body:किशनगंज:- आवारा पशुओ के लिए नहीं है एक भी पशुगृह, 100 साल पुराने गौशाला मे पलते हैं 76 गाय। जिले में एक मात्र 100 साल पुराना गौशाला है इसका निर्माण सन 1919 में कराया गया था आज के समय में इसमें करीब 76 गाय पलती हैं।

जिले के आवारा पशु लोगो के लिए परेशानी का सबब बनी हई है।इन पशुओ के लिए सरकार के तरफ से एक भी पशुगृह का निर्माण नही कराया जा सका है।जिसका नतिजा है की ऐसे पशु सड़को पर अपनी मौत लिए घूमते है।
शहर मे एक 100साल पुरना गौशाला है,जिसका निर्माण सन 1919 मे कराया गया था,अभी के समय मे उस्मे 76 गाय है,इनमे से 20 के करीब दूध देती है,जिन्से रोजना 100 लिटर दूध निकलता है।
गौशाला के मन्त्री का कहना है की ये एक निजी गौशाला है जो की 1919 से ही सेवा के रूप मे काम करता है।उन्होने कहा की गौशले का अध्यक्ष जिले का एसडीओ होता है और उन्ही के नेतृत्व मे हमलोग काम करते है।उन्होने आगे कहा की कभी कभाल सरकार के तरफ से पैसे मिल जाए करते है,नही तो हमलोगो ने गौशला की जो ज़मीन लोगो को लिज पर दे रखा है उन्से जो भी पैसा आता है उस्से हमलोग यहा का रखरखओ करते है।
गौशाला की ज़मीनो पर ग्रामीण कर रहे है अतिक्रमण।



Conclusion:किशनगंज के एसडीओ और गौशाला के अध्यक्ष शाहनवाज अहमद नियाजी ने बताया की गौशाला के रख-रखाव के लिए सरकार के तरफ कभी-कभी पैसा मिलता है,गौशाला के जो भी ज़मीन लिज पर दिया हुआ है उससे जो पैसा आता है उससे गायों के लिए चारा वगैरह की बेवस्था की जाती है।हरा चारा गौशाला के ज़मीन मे ही लगाया जाता है ताकी गायों को हरा चारा मिल सके।
उन्होने कहा की जो लोग भी गौशाला के ज़मीन पर अतिक्रमण कर रहे हैं या कर के बैठे है उन्के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
ऐसे पशु जो सड़को पर घूमते रहते है उन्हे भी गौशाला मे रखने की बेवस्था की जाएगी।
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