किशनगंजः बिहार के किशनगंज के कोचाधामन थाना क्षेत्र की एक महिला ने अपने शारीरिक शोषण के आरोप में एक व्यक्ति के खिलाफ थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसके बाद आरोपी जेल तो चला गया लेकिन गर्भवती प्रेमिका मां बन गई. गोद में नवजात तो आ गया लेकिन, इस प्यार को आखिर क्या नाम दिया जाए कि मासूम को पिता का साया भी मिल सके. ये एक बड़ी दुविधा बन गई. जिसके बाद न्यायालय ने इस मामले में बच्चे का डीएनए टेस्ट कराने का निर्देश दिया.
ये भी पढ़ेंः किशनगंज में 7 साल की मासूम भतीजी के साथ चाचा ने किया दुष्कर्म
आरोपी, पीड़िता और बच्चे का लिया गया सैंपलः कोर्ट के आदेश के बाद सदर अस्पताल में महिला थाना कांड संख्या 26/22 की पीड़िता और उसके नवजात के साथ कोचाधामन थाना क्षेत्र के आरोपी मो.शकील पिता सैफुल खान का डीएनए सैंपल इकट्ठा किया गया. जिसे जांच के लिए हैदराबाद भेजा जाऐगा. पीड़िता का पति रोजगार के सिलसिले में परदेस में रहता था. इस बीच मो.शकील ने पीड़िता को अपने प्रेमजाल में फंसा लिया और दुष्कर्म करने लगा. नतीजतन पीड़िता गर्भवती हो गई, कुछ दिनों के बाद उसने एक बच्चे को जन्म दिया.
जमानत पर जेल से बाहर है आरोपीः वहीं, बच्चे के जन्म के बाद आरोपी शकील ने महिला से नाता तोड़ लिया. इधर पत्नी की इस हरकत की जानकारी मिलते ही पति ने भी उससे किनारा कर लिया. नतीजतन अपने बच्चे को पिता का नाम दिलाने के लिए उसने पुलिस के समक्ष न्याय की गुहार लगाई. उसके बाद पीड़िता की लिखित शिकायत पर महिला थाना में केस दर्ज कर पुलिस ने आरोपी शकील को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. हालांकि फिलहाल वह जमानत पर जेल से बाहर है.