ETV Bharat / state

किशनगंज में धरना दे रहे लोगों के बीच पहुंचे मेवानी, कहा- आजादी की लड़ाई के बाद की सबसे बड़ी लड़ाई

विधायक जिग्नेश मेवानी ने कहा कि ये लड़ाई आजादी की लड़ाई के बाद की सबसे बड़ी लड़ाई है. इस लड़ाई में जो साथ नहीं होगा, उसे कल के दिन में गद्दार करार दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि ये लड़ाई लोकतंत्र को बचाने के लिए हैं.

किशनगंज
किशनगंज
author img

By

Published : Jan 16, 2020, 11:42 PM IST

किशनगंज: गुजरात से विधायक जिग्नेश मेवानी किशनगंज पहुंचे. जहां शाहीन बाग की तर्ज पर सीएए और एनपीआर के खिलाफ चल रहे अनिश्चितकालीन धरने में लोगों को संबोधित किया. ये धरना संविधान बचाओ-देश बचाओ के बैनर तले पिछले कई दिनों से लगातार चल रहा है.

kishanganj
जिग्नेश मेवानी, विधायक, गुजरात

'आजादी की लड़ाई के बाद की सबसे बड़ी लड़ाई'
जिग्नेश मेवानी ने कहा कि ये लड़ाई आजादी की लड़ाई के बाद की सबसे बड़ी लड़ाई है. इस लड़ाई में जो साथ नहीं होगा, उसे कल के दिन में गद्दार करार दिया जाएगा. मेवानी ने कहा कि ये लड़ाई लोकतंत्र को बचाने के लिए हैं. वहीं, उन्होंने सीएए, एनआरसी और एनपीआर को मजहब के नाम पर भेदभाव वाला कानून बताया है. इस कानून के माध्यम से नरेंद्र मोदी और अमित शाह देश को टुकड़े में बांटना चाह रहे हैं. आपस में लोगों को धर्म और जाति के नाम पर लड़ाकर लोगों को देश के असली मुद्दों से भटकाना चाहते हैं.

विधायक जिग्नेश मेवानी पहुंचे किशनगंज

'माता-पिता का पहचान पत्र दिखाए'
जिग्नेश मेवानी ने लोगों से कहा कि आपलोग शपथ लीजिए की अगर आपसे कोई भी कागज मांगता है तो आपलोग उसको कागज नही देंगे. वहीं, उन्होंने कहा कि भाजपा वाले सबसे पहले गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी की नागरिकता पूछे. जो खुद बर्मा से आए हैं. वो पहले अपने माता-पिता का पहचान पत्र दिखाएं.

किशनगंज: गुजरात से विधायक जिग्नेश मेवानी किशनगंज पहुंचे. जहां शाहीन बाग की तर्ज पर सीएए और एनपीआर के खिलाफ चल रहे अनिश्चितकालीन धरने में लोगों को संबोधित किया. ये धरना संविधान बचाओ-देश बचाओ के बैनर तले पिछले कई दिनों से लगातार चल रहा है.

kishanganj
जिग्नेश मेवानी, विधायक, गुजरात

'आजादी की लड़ाई के बाद की सबसे बड़ी लड़ाई'
जिग्नेश मेवानी ने कहा कि ये लड़ाई आजादी की लड़ाई के बाद की सबसे बड़ी लड़ाई है. इस लड़ाई में जो साथ नहीं होगा, उसे कल के दिन में गद्दार करार दिया जाएगा. मेवानी ने कहा कि ये लड़ाई लोकतंत्र को बचाने के लिए हैं. वहीं, उन्होंने सीएए, एनआरसी और एनपीआर को मजहब के नाम पर भेदभाव वाला कानून बताया है. इस कानून के माध्यम से नरेंद्र मोदी और अमित शाह देश को टुकड़े में बांटना चाह रहे हैं. आपस में लोगों को धर्म और जाति के नाम पर लड़ाकर लोगों को देश के असली मुद्दों से भटकाना चाहते हैं.

विधायक जिग्नेश मेवानी पहुंचे किशनगंज

'माता-पिता का पहचान पत्र दिखाए'
जिग्नेश मेवानी ने लोगों से कहा कि आपलोग शपथ लीजिए की अगर आपसे कोई भी कागज मांगता है तो आपलोग उसको कागज नही देंगे. वहीं, उन्होंने कहा कि भाजपा वाले सबसे पहले गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी की नागरिकता पूछे. जो खुद बर्मा से आए हैं. वो पहले अपने माता-पिता का पहचान पत्र दिखाएं.

Intro:किशनगंज:-गुजरात से विधायक जिग्नेश मेवानी पहुंचे किशनगंज।शाहीन बाग की तर्ज़ पर CAA और NPR के खिलाफ चल रहे अनिश्चितकालीन धरने में लोगो को किया संबोधित।ये धरना संविधान बचाओ देश बचाओ के बैनर तले पिछले कई दिनों से लगातार चल रहा है।


Body:वीओ:-जिग्नेश मेवानी ने कहा कि ये लड़ाई आज़ादी की लड़ाई के बाद कि सबसे बड़ी लड़ाई हैं, इस लड़ाई में जो साथ नही होगा उसे कल के दिन में गद्दार करार दिया जाएगा।मेवानी ने कहा कि ये लड़ाई लोकतंत्र को बचाने के लिए हैं।
जिग्नेश मेवानी ने NRC, CAA और NPR को मजहब के नाम पर भेदभाव वाला कानून बताया और कहा कि इस कानून के माध्यम से नरेंद्र मोदी और अमित शाह देश को टुकड़े में बाटना चाह रहे हैं,आपस मे लोगो को धर्म जाती के नाम पर लड़ा कर लोगो को देश की असली मुद्दों से भटकाना चाहते हैं।


Conclusion:जिग्नेश मेवानी ने लोगो से कहा कि आपलोग शपथ लीजिये की अगर आपसे कोई भी कागज मांगता है तो आपलोग उसको कागज नही देंगे।
जिग्नेश मेवानी ने कहा की भाजपा वाले सबसे पहले गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी के नागरिकता पर सवाल उठाते हुए कहा कि वे स्वयं बर्मा से आए हैं, वो पहले अपने माता-पिता का पहचान पत्र दिखाए।

बाइट-जिग्नेश मेवानी (विधायक,गुजरात)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.