किशनगंज: देश में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा लगाया जाता हैं. लेकिन सीमांचल के किशनगंज में मासूम बेटियां दो वक्त की रोटी की खातिर जानलेवा करतब करती है. शहर के लाइन मोहल्ला के पास एक 8 साल की मासूम बच्ची ने भूख मिटाने के लिए ऐसे-ऐसे करतब दिखाये कि देखने वाले दंग रह गए.
'कभी भी घट सकती है बड़ी घटना'
शहर के चौक-चौराहों पर पिछले कुछ दिनों से एक 8 साल की बच्ची रस्सी पर चलकर करतब दिखाकर लोगों का मनोरंजन करती है. ताकि कुछ पैसों का इंतजाम हो सके. उससे मिलने वाले पैसे से पेट की भूख मिटाती है. बच्ची के इस जानलेवा करतब को देखकर लोगों के चेहरे पे हल्की मुश्कान थी. वहीं, उनके नजर में एक डर भी देखने को मिला. लोगों ने बचाया कि रस्सी पर चलती ऐसी की मानो सपाट सड़क हो. हालांकि उसकी जरा सी चूक से भी बड़ी घटना हो सकती है.
'मुस्कुराते हुए करना पड़ता है करतब'
करतब करती बच्ची ने बताया कि दो वक्त की रोटी के लिये ये करतब मुस्कुराते हुए करना पड़ता है. इससे मिलने वाले पैसे से परिवार का गुजर-बसर होता है. बच्ची ने कहा गिरने से चोट तो लगेगी. वहीं, उससे पढ़ाई के बारे में पुछने पर बच्ची ने कहा कि सिर्फ घर में पढाई करते है. बच्ची की मां ने कहा कि रोजगार के अभाव में ये करतब ही हमारा पुश्तैनी काम हो गया है. पहले हम ये करतब दिखाते थे. फिर अब हमारी बेटी दिखा रही हैं.
'जान लगाना पड़ता है दाव पर'
बच्ची की मां ने बताया कि छत्तीसगढ़ से हमलोग कई परिवार किशनगंज आये है. हमलोग अलग-अलग चौक-चौराहे पर करतब दिखाकर दो वक्त की रोट की व्यवस्था करते है. वहीं, सरकार पर नारजगी जाहिर करते हुए कहा कि सरकार दावे तो कई करती हैं. लेकिन उनका फायदा हम तक नहीं पहुचता है. जिसके परिणाम स्वरूप हमे रोज रोटी के लिए बेटी की जान को दाव पर लगाना पड़ता है.