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किशनगंज: बिना चेकअप के मरीज को मृत घोषित करने पर भड़के परिजन, अस्पताल में की तोड़फोड़

रेडियंट नामक निजी नर्सिंग होम के चिकित्सकों द्वारा रविवार को एक जिंदा मरीज को मृत घोषित करने का मामला सामने आया है. इस पर गुस्साए परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया.

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Published : Jul 12, 2020, 7:37 PM IST

Updated : Jul 14, 2020, 12:15 PM IST

किशनगंज: जिले के एक निजी नर्सिंग होम में डॉक्टरों की घोर लापरवाही का मामला सामने आया है. परिजनों का आरोप है कि चिकित्सकों ने जिंदा मरीज को बिना चेकअप के मृत घोषित कर दिया. मामला जिले के पश्चिम पाली स्थित रेडियंट नामक निजी नर्सिंग होम का है. नर्सिंग होम की लापरवाही पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. गुस्साए परिजनों ने नर्सिंग होम में हंगामा कर तोड़ फोड़ की.

जानकारी के अनुसार शहर के फरिंगगोला की रहने वाली हृदय रोग से पीड़ित एक महिला का इलाज एक क्लिनिक में डॉ आसिफ रेजा की निगरानी में चल रहा था. रविवार की सुबह मरीज की हालत बिगड़ने पर डॉक्टर ने बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया और आईसीयू में भर्ती करने की सलाह दी. परिजन आनन फानन में मरीज को लेकर रेडिएंट नर्सिंग होम पहुंचे. वहां घण्टो इंतजार के बाद भी मरीज को एडमिट नहीं किया गया. बाद में मरीज को मृत घोषित कर परिजनों को वापस लौटाने लगे. मरीज के परिजनों ने बताया कि नर्सिंग होम के डॉक्टर ने बिना चेकअप किए महिला को मृत घोषित कर दिया है.

देखें रिपोर्ट

अनुमंडल पदाधिकारी ने कर्रवाई का दिलाया भरोसा
नर्सिंग होम के संचालक ने बताया कि मरीज में कोरोना पॉजिटिव होने के लक्षण होने के कारण उसे एडमिट नहीं किया गया. हंगामा की सूचना के बाद दल बल के साथ मौके पर पहुंचे अनुमंडल पदाधिकारी ने दोनों पक्षों को सुना और लोगों को शांत कराया. साथ ही उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके विरुद्घ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी. वहीं दूसरे अस्पताल में ले जाने के दौरान रास्ते में ही मरीज की मौत हो गई.

किशनगंज: जिले के एक निजी नर्सिंग होम में डॉक्टरों की घोर लापरवाही का मामला सामने आया है. परिजनों का आरोप है कि चिकित्सकों ने जिंदा मरीज को बिना चेकअप के मृत घोषित कर दिया. मामला जिले के पश्चिम पाली स्थित रेडियंट नामक निजी नर्सिंग होम का है. नर्सिंग होम की लापरवाही पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. गुस्साए परिजनों ने नर्सिंग होम में हंगामा कर तोड़ फोड़ की.

जानकारी के अनुसार शहर के फरिंगगोला की रहने वाली हृदय रोग से पीड़ित एक महिला का इलाज एक क्लिनिक में डॉ आसिफ रेजा की निगरानी में चल रहा था. रविवार की सुबह मरीज की हालत बिगड़ने पर डॉक्टर ने बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया और आईसीयू में भर्ती करने की सलाह दी. परिजन आनन फानन में मरीज को लेकर रेडिएंट नर्सिंग होम पहुंचे. वहां घण्टो इंतजार के बाद भी मरीज को एडमिट नहीं किया गया. बाद में मरीज को मृत घोषित कर परिजनों को वापस लौटाने लगे. मरीज के परिजनों ने बताया कि नर्सिंग होम के डॉक्टर ने बिना चेकअप किए महिला को मृत घोषित कर दिया है.

देखें रिपोर्ट

अनुमंडल पदाधिकारी ने कर्रवाई का दिलाया भरोसा
नर्सिंग होम के संचालक ने बताया कि मरीज में कोरोना पॉजिटिव होने के लक्षण होने के कारण उसे एडमिट नहीं किया गया. हंगामा की सूचना के बाद दल बल के साथ मौके पर पहुंचे अनुमंडल पदाधिकारी ने दोनों पक्षों को सुना और लोगों को शांत कराया. साथ ही उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके विरुद्घ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी. वहीं दूसरे अस्पताल में ले जाने के दौरान रास्ते में ही मरीज की मौत हो गई.

Last Updated : Jul 14, 2020, 12:15 PM IST
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