किशनगंज: कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के बीच किशनगंज सदर अस्पताल में कोविड और अन्य कार्यों में लगे दो कर्मियों में आपसी मारपीट के बाद कोविड-19 की जांच का कार्य बंद हो गया.
दरअसल, दोनों कर्मियों पर आरोप लगे हैं कि सदर अस्पताल में कोविड जांच कार्य में लगे संविदा कर्मी लैब टेक्नीशियन शैलेंद्र कुमार के साथ सदर अस्पताल के एचआईवी विभाग में कार्यरत रविंद्र कुमार सिंह ने मारपीट की. जिसके बाद पुलिस जांच में लगे अन्य संविदा कर्मियों ने विरोध में काम बंद कर दिया.
मरीजों को हो रही परेशानी
संविदा कर्मियों ने मारपीट करने वाले आरोपी कर्मी रविंद्र कुमार सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सिविल सर्जन और जिला पदाधिकारी कार्यालय में आवेदन दिया. इस वजह से किशनगंज सदर अस्पताल में कोविड जांच के स्वाब सैंपल लेने का काम पूरी तरह ठप हो गया है. जिससे जांच के लिए पहुंचे कोरोना संदिग्ध लोग मायूस और परेशान दिखे.
सीएस व डीएम को सौंपा ज्ञापन
पीड़ित कर्मी शैलेंद्र कुमार ने बताया कि आरोपी कर्मी रविंद्र कुमार सिंह द्वारा फोन करके अपने कमरे में बुलाया. फिर बिना वजह बुरी तरह मेरे साथ मारपीट की. जिसके खिलाफ में हम सभी संविदा कर्मियों ने काम बंद कर दिया है और सीएस व डीएम को ज्ञापन सौंपा है. वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए सिविल सर्जन डॉ. श्री नदंन ने तीन डॉक्टरों की टीम पैनल जांच के लिए बनाया है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ विभाग में दो कर्मियों के बीच हुई मारपीट खेदजनक है. वहीं उन्होंने स्वाब जांच बाधित नहीं हो, इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने की बात कही.