किशनगंज: जिले में आल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन एवं बिहार राज्य परिवहन मित्र कामगार संघ किशनगंज जिला ईकाई की ओर से एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस का आयोजन किया गया. यह आयोजन श्रम कानून संहिता पर रोक लगाने, परिवहन से जुड़े कर्मियों को सुविधा प्रदान किए जाने और नई परिवहन नीति को वापस लिए जाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर किया गया.
सरकार के खिलाफ नारेबाजी
इस आयोजित कार्यक्रम के दौरान कोरोना महामारी को लेकर सरकार के आदेशों का पालन किया गया. सामाजिक दूरी का पालन करते हुए परिवहन मित्र और परिवहन से जुड़े सदस्य रुईधासा स्थित परिवहन कार्यालय के पास एकजुट हुए. इस दौरान संघ के सदस्यों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस मौके पर परिवहन मित्र कामगार संघ के प्रदेश अध्य्क्ष चंचल मुखर्जी ने कहा कि सरकार नई परिवहन नीति को जबरन थोपना चाहती है. इस कानून से परिवहन से जुड़े कामगारों को कोई लाभ नहीं मिलेगा.
कई विषयों पर की गई मांग
संघ के सदस्यों ने कहा कि मांगों में परिवहन मित्रों को सरकारी दर्जा मिले, इसके साथ ही संसद के माध्यम से पारित सभी संसोधन अधिनियम को सरकार वापस ले. वहीं उन्होंने कहा कि असंगठित क्षेत्र के सभी परिवहन कर्मचारियों को 7500 रुपये का आर्थिक सहायता मिले. डीजल और पेट्रोल की मूल्य वृद्धि पर तत्काल रोक लगाई जाए. अंतरराष्ट्रीय बाजार के हिसाब से डीजल और पेट्रोल का मूल्य निर्धारण हो और साथ ही कुछ सरकारी संस्थाओं के निजीकरण पर रोक लगाई जाए.
आंदोलन करने की चेतावनी
इस विरोध प्रदर्शन में पूरे भारतवर्ष के परिवहन से जुड़े संगठन और ट्रेड यूनियन के सदस्य शामिल रहे. इस दौरान उन्होंने कहा कि यदि सरकार मांग नहीं मानती है तो आंदोलन और तेज किया जाएगा. इस मौके पर परिवहन मित्र कामगार संघ के जिलाध्यक्ष संजय कुमार, सीआईटीयू के सचिव श्याम गुप्ता, ऑटो चालक संघ के जिला सचिव मो. सैदुल, प्रकाश कुमार दास, एफसी दास, प्रकाश सरकार, नसीम, राजा विश्वास मौजूद रहे.