किशनगंज: जिले से एआईएमआईएम के विधायक कमरुल होदा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की वर्चुअल रैली की कड़ी निंदा की. साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से सोमवार को कार्यकर्ताओं के साथ किए गए संवाद को लेकर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बिहार में लोग भूख और महामारी से मर रहे हैं और इन्हे सिर्फ चुनाव की चिंता है. ये डबल इंजन की सरकार जब से सत्ता में आई है तब से ये जनता को ठगने का काम कर रही है.
वर्चुअल रैली को लेकर साधा निशाना
विधायक ने कहा कि अभी कोरोना महामारी से बिहार उबर भी नहीं पाया है इसी बीच बिहार में चुनावी हवा चलनी शुरु हो गई है. सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपने-अपने कार्यकर्ताओं को चुनाव की तैयारियों में जुटने के लिए बोल दिया है. जिसकी शुरुआत रविवार को अमित शाह ने अपने कार्यकर्ताओं से वर्चुअल रैली के माध्यम से की. जिसके बाद सोमवार को सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिले के जिलाध्यक्ष और कार्यकर्ताओं से चर्चा की. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार जब से केंद्र में आई है तब से महंगाई बढ़ती जा रही है और गरीबों की थाली से निवाला दूर होता जा रहा है. लेकिन इस सरकार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. गृह मंत्री अमित शाह मोदी के दूसरे कार्यकाल के 1 साल पूरे होने पर कार्यकताओं को अपनी उपलब्धि बताते हैं.
'चुनाव में बदला लेगी जनता'
कमरुल होदा ने कहा कि अगर इन्होंने सच में विकास किया है तो जनता के बीच में आकर किए गए विकास कार्यों को बताएं. उन्होंने कहा कि जब से यह सरकार आई है रोजगार के लिए एक भी कल-कारखाने नहीं खुलवाए. यह सरकार सिर्फ जनता को मूर्ख बनाने के लिए स्वरोजगार की बात करती है. विधायक ने कहा कि देश में कोरोना महामारी फैली हुई है. सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए. प्रवासियों को दूसरे राज्य से सिर्फ बुला लेने से भूख से उनकी लड़ाई खत्म नहीं हो जाएगी. वास्तविकता ये है कि जब तक इनके रोजगार के लिए कुछ नहीं किया जाता है तब तक इनकी लड़ाई जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि इस बार के चुनाव में बाजी पलटने वाली है. जितनी परेशानी हमारे मजदूर भाईयों को हुई है उसका बदला वो चुनाव में लेकर रहेंगे.