खगड़िया: जिस तरह से शिक्षक समान वेतन के लिए हड़ताल पर हैं. ठीक वैसे ही अब आशा कर्मचारी भी मानदेय की मांग को लेकर धरना पर बैठ गई हैं. मौके पर आशा कर्मियों ने बताया कि सरकार कई वर्षों से हमे धोखा दे रही है. अब हम भी मानदेय लेकर रहंगे.
![खगड़िया](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-kha-02-strikeaasha-pkg-2020-7205047_13032020092437_1303f_00159_440.jpg)
स्थायी कर्मी घोषित करने की मांग
गौरतलब है कि खगड़िया समाहरणालय के सामने शुक्रवार को आशा कर्मियों ने मानदेय वेतन की मांग को लेकर धरना पर बैठी गईं. मौके पर आशा कार्यकर्ताओं ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के सभी जमीनी कार्यों में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहता है. फिर भी केंद्र और राज्य सरकार की ओर से उनकी अनदेखी की जा रही है. इसलिए आशा कार्यकर्ता सम्मानजनक वेतन और स्थायी कर्मी घोषित करने की मांग को लेकर सभी कार्यकर्ता हड़ताल पर हैं.
'सरकार कई वर्षों से दे रही है धोखा'
साथ ही आशाकर्मियों ने कहा कि अब तक हम हर दिन मजदूरी पर काम करते आए हैं. हम सरकार तक अपनी बात पहुंचाना चाहते हैं कि मिलने वाली न्यूनतम वेतन कम से कम 18 हजार रुपये दिया जाए. आगे उन्होंने कहा कि सरकार कई वर्षों से हमे धोखा दे रही है लेकिन अब हम भी मानदेय लेकर रहंगे.