कटिहार: सामुदायिक स्वास्थ्य प्राणपुर में बंध्याकरण ऑपरेशन के कुछ घंटे बाद ही 21 वर्षीय महिला की मौत हो गई. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पूर्णिया की स्वयंसेवी संस्था मेरी स्टोप द्वारा शिविर लगाया गया था। शिविर में निकटवर्ती पश्चिम बंगाल के मालदा जिला स्थित पंचू टोला निवासी सौदागर मंडल की पत्नी डोली मंडल का आपरेशन भी हुआ था। सोमवार की रात उसका आपरेशन शिविर में हुआ था और आपरेशन के कुछ घंटे बाद ही उसकी मौत हो गई.
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की लापरवाही से हुई महिला की मौत
मृतका के परिजनों ने बताया कि महिला अपने रिश्तेदार थाना क्षेत्र के नाथनगर गांव निवासी अशीष मंडल के घर आई थी. शिविर की सूचना पर बंध्याकरण के लिए पहुंची थी। नसबंदी ऑपरेशन के बाद एनजीओ के चिकित्सकों की टीम वापस लौट गई. स्वजनों के साथ आशा कर्मी अनीमा मंडल ने बताया कि रात में बंध्याकरण कराया गया था और इसके कुछ देर बाद ही उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. यह देख परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपस्थित डॉक्टर व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को इसकी सूचना दी. लेकिन सूचना के बाद भी किसी ने उनकी नहीं सुनी. अंतत: महिला कि मौत हो गई.
परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से किया इंकार
महिला की मौत के बाद मृतका के परिजनों ने इस पर काफी देर तक हंगामा भी किया. वहीं, घटना की सूचना पर स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि प्रमोद सिंह पुलिस दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाकर शांत कराया. वहीं, मृतका के परिजन शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार करते हुए पुलिस को एक लिखित आवेदन देकर शव अस्पताल से लेकर अपने घर चले गए. थानाध्यक्ष राजीव कुमार झा ने बताया की एनजीओ की चिकित्सक टीम के विरुद्ध स्टेशन डायरी कर जांच पड़ताल की जाएगी.