कटिहार: सोशल मीडिया का मनरेगा कहे जाने वाले टिक-टॉक के बंद होने से बहुत से लोगों का समय काटना मुश्किल हो गया है. जहां कई लोगों का टिक-टॉक पर अच्छा-खासा टाइम पास होने के साथ लाखों फॉलोवर्स मिल जाते थे. वहीं इस एप के बैन होने के बाद लोगों में मायूसी है. जिले के घनश्याम भी ऐसे ही लोगों में से एक हैं जिनके टिक-टॉक पर कभी 18 लाख से ज्यादा फॉलोवर्स थे. चार करोड़ से ज्यादा लाइक्स थे और दुनिया के करीब 175 देशों में इनके वीडियो देखें गए. लेकिन अब इस एप के बैन होने से अचानक घनश्याम को बड़ा झटका लगा है.
![कभी थे घनश्याम के लाखों फॉलोवर्स](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-ktr-raj-01-tik-tok-ban-avb-bh-10009_10072020110019_1007f_00401_1002.jpg)
18 लाख से ज्यादा थे फॉलोवर्स
जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र मनिहारी के दिलारपुर गांव के झोपड़ी में रहने वाले घनश्याम को यूं तो इलाके में बहुत कम लोग जानते हैं. लेकिन सोशल साइट्स पर एक्टिव रहने की वजह से घनश्याम का टिक-टॉक पर अपनी पहचान है. घनश्याम के बनाये टिक-टॉक वीडियो के कभी 18 लाख से ज्यादा फॉलोवर्स हुआ करते थे. चार करोड़ से ज्यादा लाइक्स थे.
![कई बड़ी हस्तियों ने किया है वीडियो शेयर](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-ktr-raj-01-tik-tok-ban-avb-bh-10009_10072020110019_1007f_00401_759.jpg)
बड़ी हस्तियों ने भी शेयर किया था वीडियो
घनश्याम के टिक-टॉक का महत्व कुछ यूं समझा जा सकता हैं कि फ़िल्म एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा और जय भंसाली के साथ कई अन्य फिल्मी दुनिया की हस्तियों ने इसके टिक-टॉक वीडियो को साझा किया था. जिससे घनश्याम सोशल साइट्स पर एक मुकाम पर पहुंचने वाला था. घनश्याम ने बताया कि यदि दो लाख और फॉलोवर्स जुड़ जाते तो उनका एक चैनल शुरु हो जाता. इससे उन्हें एक अलग प्लेटफार्म मिल सकता था. लेकिन अचानक इस एप के बैन होने से घनश्याम के सारे सपने टूट गए.
![टिक-टॉक बैन होने से लोगों में निराशा](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-ktr-raj-01-tik-tok-ban-avb-bh-10009_10072020110019_1007f_00401_953.jpg)
सरकार को ध्यान देने की जरुरत
टिक-टॉक बॉय घनश्याम ने बताया कि इस एप के बैन होने से उसके ख्बाब अधूरे रह गये. उन्होंने कहा कि वो सरकार के इस निर्णय का समर्थन करते हैं. लेकिन सरकार को हमलोग जैसे ऐक्टरों पर भी ध्यान देना चाहिए. वहीं मजदूरी कर परिवार का जीविकोपार्जन करने वाले घनश्याम के पिता को भी टिक-टॉक बैन होने से दुख है. उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे लोगों के बारे में सोचना चाहिए.
गरीबों के लिए एक बड़ा प्लेटफार्म था टिक-टॉक
वहीं स्थानीय ग्रामीण अब्दुल खालिक ने बताया कि घनश्याम ने जो टिक-टॉक पर काम किया है उससे उसे दुनिया में एक पहचान मिली. लेकिन अब इस एप के बैन हो जाने से उसे मायूसी मिली है. सरकार को इसपर ध्यान देना चाहिए. बता दें कि भारत में बेहद पॉपुलर चायनीज एप टिक-टॉक को बैन कर दिया गया है. अब लोग इस एप का यूज नहीं कर पाएंगे. लेकिन लोगों का कहना है कि एक्टिंग का शौक रखने वाले लोगों के लिये टिक-टॉक एक बड़ा प्लेटफॉर्म था. साथ ही घनश्याम जैसे गरीब लोगों के लिए एक बड़ा प्लेटफार्म था.