कटिहार: बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Deputy CM Tarkishore Prasad) के पुत्रवधु समेत अन्य रिश्तेदारों को गलत तरीके से करोड़ों रुपये के ठेके में लाभ पहुंचाने के मामले में विपक्ष और ज्यादा हमलावर हो गया है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के बाद आरजेडी नेता और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रकाश महतो ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) से तारकिशोर प्रसाद को तुरंत डिप्टी सीएम के पद से हटाने की मांग की है.
कटिहार में ईटीवी भारत से बात करते हुए आरजेडी नेता और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री डॉ.रामप्रकाश महतो ने बताया कि सूबे में 'हर घर नल का जल' योजना में लूट मची हुई है. उन्होंने कहा कि कटिहार सदर विधायक और डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद के पुत्रवधु समेत अन्य रिश्तेदारों को कायदों को ताक पर रखकर ठेका दे दिया गया है.
पूर्व मंत्री ने कहा कि बीते 13 अगस्त 2020 को कटिहार के भवाड़ा पंचायत में इस मामले को लेकर जब सवाल उठाया तो पीएचईडी के 36 प्रोजेक्टों को मौजूदा डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद के रिश्तेदारों को दिये जाने की बात सामने आयी. जिसके बाद यह मामला तूल पकड़ा था लेकिन पीएचईडी के तत्कालीन एक्सक्यूटिव इंजीनियर सुबोध शंकर के तबादले से सभी अधूरे कामों का पेमेंट उन ठेकेदारों को दिया गया जो डिप्टी सीएम के पुत्रवधु पूजा कुमारी, साला प्रदीप कुमार सहित अन्य रिश्तेदारों द्वारा किया जा रहा था. उसे पूर्ण रूप से भुगतान कर दिया गया है.
बिहार सरकार के पूर्व मंत्री डॉ.रामप्रकाश महतो ने कहा कि वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से यह मांग करते हैं कि उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद को ड्रॉप कर इस मामले की जांच कराएं, ताकि दुध का दुध और पानी का पानी हो सके.
दरअसल एक अखबार की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 'हर घर नल का जल' योजना से जरूरतमंदों के साथ-साथ नेताओं के रिश्तेदारों को भी फायदा हुआ है. इसके जरिए उपमुख्यमंत्री तारकिशोर के परिवार और उनके सहयोगियों को 53 करोड़ रुपए का ठेका दिया गया है. अखबार ने पड़ताल में पाया कि पीएचईडी (PHED) ने 2019-20 में कटिहार जिले की 9 पंचायतों के अलग-अलग वार्ड में 36 प्रॉजेक्ट को मंजूरी दी.
कटिहार जिले से ही उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद चार बार विधायक रहे हैं. 'हर घर नल का जल' प्रोजेक्ट के तहत जिन कंपनियों को ठेका दिया गया, उनमें से एक उनकी बहू पूजा कुमारी, दो साले प्रदीप कुमार भगत से जुड़ी हुई हैं. इतना ही नहीं ठेका लेनेवाली कंपनियों में कुछ उनके करीबी प्रशांत चंद्र जायसवाल, ललित किशोर प्रसाद और संतोष कुमार से जुड़ी हुई है.
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