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NRC पर बिहार में जबरदस्त सियासत, मंत्री विनोद सिंह की मांग पर भड़के राजद नेता - केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बिहार में एनआरसी की मांग

बीजेपी नेता और मंत्री विनोद कुमार सिंह ने मांग की है कि बंग्लादेशी घुसपैठियों को एनआरसी लागू कर देश से निकाला जाए. जिनके पूर्वजों का नाम पुराने दस्तावेज में नहीं हैं उन्हें देश से निष्कासित किया जाए. घुसपैठियों के कारण आबादी में चौगुणी वृद्धि हुई है.

बिहार में एनआरसी की मांग
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Published : Sep 10, 2019, 8:39 AM IST

कटिहारः असम में एनआरसी लालू होने के बाद इसकी मांग बिहार में भी जोर पकड़ रहा है. एनआरसी लागू करने की मांग को लेकर पक्ष-विपक्ष में जुबानी जंग तेज हो गई है. नीतीश सरकार में कैबिनेट मंत्री विनोद कुमार सिंह ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से राज्य में अविलम्ब एनआरसी लागू करने की मांग की है. जबकि राजद ने इसका विरोध करते हुए बिहार में इसे लागू नहीं होने देने की बात कही है. राजद इसे बीजेपी के द्वारा अल्पसंख्यकों को डराने वाला कदम बताया है.

पिछड़ा और अति पिछड़ा मंत्री विनोद कुमार सिंह ने बिहार में एनआरआरसी लागू करने की पुरजोर मांग की हैं. बीजेपी नेता ने गृह मंत्री से मांग करते हुए कहा है कि प्रदेश में एनआरसी लागू कर विदेशी घुसपैठियों को बाहर निकाला जाए. विनोद कुमार के मुताबिक भारत सरकार जनसंख्या नियंत्रण के लिए ' हम दो , हमारे दो. पहला बच्चा अभी नहीं, दो के बाद कभी नहीं ' पर कार्य कर रही है. जबकि बांग्लादेशी घुसपैठियों का अलग कहनाम है.

एनआरसी पर ईटीवी भारत से बातचीत करते मंत्री विनोद सिंह

घुसपैठियों के कारण जनसंख्या में चौगुणी वृद्धि
बीजेपी नेता ने कहा कि बिहार की जनसंख्या में चौगुनी वृद्धि हुई है. उन्होंने बताया कि 1971 में जनगणना हुई थी. जिन परिवार के दादा-दादी, परदादा, माता-पिता का नाम अंकित हैं, वह निश्चित रूप से भारतीय हैं. जबकि बाकि सब बंग्लादेशी घुसपैठिए हैं. जिनके पूर्वजों का नाम अंकित नहीं हैं, उसे सर्वेक्षण के आधार पर एनआरसी लागू कर देश से बाहर निकाला जाए.

vinod kumar singh
मंत्री विनोद कुमार सिंह

विवादास्पद मुद्दे को दिया जा रहा हवा
बिहार के पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री और राजद नेता डॉ राम प्रकाश महतो ने बताया कि बीजेपी अल्पसंख्यकों को डराने के लिये ऐसा कदम उठा रही है. उन्होंने बताया कि बीजेपी जानबूझ कर विवादस्पद मुद्दा को हवा दे रही है. यह देशी सबका है. देश के अंदर कई ऐसे भी राज्य हैं जहां जमीन नहीं खरीद सकते. नागालैंड का पासपोर्ट, झंडा अलग है. राजद इस कदम का बिहार में विरोध करेगा. देश में और भी समस्याएं हैं, आर्थिक मंदी का दौर चल रहा है, युवा बेरोजगार है. लेकिन इन सब से निपटने के बजाए बीजेपी अपनी सियासत में व्यस्त है.

rjd leader ram prakash mahto
राजद नेता डॉ राम प्रकाश महतो

सड़क पर आरजेडी करेगी विरोध
वहीं, राजद नेता ने कहा कि उनके नेता लालू यादव को मारने की साजिश की जा रही है. लगातार उनका स्वास्थ्य गिरता ही जा रहा है. राजद नेता ने कहा कि तमाम विवादस्पद मुद्दों पर तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सड़क पर विरोध करेंगे.

कटिहारः असम में एनआरसी लालू होने के बाद इसकी मांग बिहार में भी जोर पकड़ रहा है. एनआरसी लागू करने की मांग को लेकर पक्ष-विपक्ष में जुबानी जंग तेज हो गई है. नीतीश सरकार में कैबिनेट मंत्री विनोद कुमार सिंह ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से राज्य में अविलम्ब एनआरसी लागू करने की मांग की है. जबकि राजद ने इसका विरोध करते हुए बिहार में इसे लागू नहीं होने देने की बात कही है. राजद इसे बीजेपी के द्वारा अल्पसंख्यकों को डराने वाला कदम बताया है.

पिछड़ा और अति पिछड़ा मंत्री विनोद कुमार सिंह ने बिहार में एनआरआरसी लागू करने की पुरजोर मांग की हैं. बीजेपी नेता ने गृह मंत्री से मांग करते हुए कहा है कि प्रदेश में एनआरसी लागू कर विदेशी घुसपैठियों को बाहर निकाला जाए. विनोद कुमार के मुताबिक भारत सरकार जनसंख्या नियंत्रण के लिए ' हम दो , हमारे दो. पहला बच्चा अभी नहीं, दो के बाद कभी नहीं ' पर कार्य कर रही है. जबकि बांग्लादेशी घुसपैठियों का अलग कहनाम है.

एनआरसी पर ईटीवी भारत से बातचीत करते मंत्री विनोद सिंह

घुसपैठियों के कारण जनसंख्या में चौगुणी वृद्धि
बीजेपी नेता ने कहा कि बिहार की जनसंख्या में चौगुनी वृद्धि हुई है. उन्होंने बताया कि 1971 में जनगणना हुई थी. जिन परिवार के दादा-दादी, परदादा, माता-पिता का नाम अंकित हैं, वह निश्चित रूप से भारतीय हैं. जबकि बाकि सब बंग्लादेशी घुसपैठिए हैं. जिनके पूर्वजों का नाम अंकित नहीं हैं, उसे सर्वेक्षण के आधार पर एनआरसी लागू कर देश से बाहर निकाला जाए.

vinod kumar singh
मंत्री विनोद कुमार सिंह

विवादास्पद मुद्दे को दिया जा रहा हवा
बिहार के पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री और राजद नेता डॉ राम प्रकाश महतो ने बताया कि बीजेपी अल्पसंख्यकों को डराने के लिये ऐसा कदम उठा रही है. उन्होंने बताया कि बीजेपी जानबूझ कर विवादस्पद मुद्दा को हवा दे रही है. यह देशी सबका है. देश के अंदर कई ऐसे भी राज्य हैं जहां जमीन नहीं खरीद सकते. नागालैंड का पासपोर्ट, झंडा अलग है. राजद इस कदम का बिहार में विरोध करेगा. देश में और भी समस्याएं हैं, आर्थिक मंदी का दौर चल रहा है, युवा बेरोजगार है. लेकिन इन सब से निपटने के बजाए बीजेपी अपनी सियासत में व्यस्त है.

rjd leader ram prakash mahto
राजद नेता डॉ राम प्रकाश महतो

सड़क पर आरजेडी करेगी विरोध
वहीं, राजद नेता ने कहा कि उनके नेता लालू यादव को मारने की साजिश की जा रही है. लगातार उनका स्वास्थ्य गिरता ही जा रहा है. राजद नेता ने कहा कि तमाम विवादस्पद मुद्दों पर तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सड़क पर विरोध करेंगे.

Intro:......बिहार में एनआरसी लागू करने की माँग को लेकर पक्ष - विपक्ष में और तेज हो गया जुबानी जंग .....। सूबे के कैबिनेट मंत्री विनोद कुमार सिंह ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से राज्य में अविलम्ब एनआरसी लागू करने की माँग की हैं । उन्होनें कहा हैं कि विदेशी घुसपैठियों के " हम पाँच - हमारे पच्चीस " की नीति के कारण मुल्क के आबादी का भूगोल बदल गया हैं और देश और राज्य की जनसंख्या में चौगुणा इजाफा हुआ हैं ....। मंत्री ने " हम पाँच - हमारे पच्चीस " को डिफाइन करते हुए बताया कि " एक शौहर - चार बीबी = पाँच से बच्चा पच्चीस " ....। वहीं विपक्ष इसे बीजेपी की मुसलमानों को डराने के लिये उठाया कदम बता रहा हैं । विपक्ष ने तल्ख प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि " यह आपके बाप का राज्य नहीं जो देश से बाहर जाने को कह रहे हैं " ....।


Body:बिहार सरकार के पिछड़ा और अति पिछड़ा मंत्री विनोद कुमार सिंह ने बताया कि भारत सरकार का कहना हैं कि ' हम दो , हमारे दो ....पहला बच्चा अभी नहीं , दो के बाद कभी नहीं ' लेकिन बांग्लादेशी घुसपैठियों का कहना हैं कि ' हम पाँच - हमारे पच्चीस ' ....। उन्होंने इसे डिफाइन करते हुए बताया कि एक शौहर -चार बीबी = पच्चीस बच्चे ....। भारत सरकार का ' पहला बच्चा अभी नही , दो के बाद कभी नही ...देश को खुश करने के लिये यह नारा है । देश की जनसंख्या पर नियंत्रण रखने के लिये यह नारा हैं और भारत की जनसंख्या , बिहार की जनसंख्या में इस कारण चौगुनी वृद्धि हो गयी हैं। उन्होंने बताया कि 1971 में जो जनगणना हुई थी उसमें जिन ऐसे परिवार के दादा - दादी का नाम , परदादा का नाम , माता -पिता का नाम अंकित हैं , वह निश्चित रूप से भारतीय हैं और जिनके दादा - दादी , परदादा का नाम उसमें अंकित नहीं हैं और मिल ही नहीं रहा हैं तो वह सर्वेक्षण के आधार पर उसे चिन्हित करके उसकी जाँच करके एनआरसी लागू कर विदेशी घुसपैठियों को भारत से बाहर निकालने का काम होना चाहिये.....। वहीं विपक्ष ने इसपर तल्ख ऐतराज जताया ...। बिहार के पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री और राजद नेता डॉ राम प्रकाश महतो ने बताया कि बीजेपी मुसलमानों को डराने के लिये ऐसा कदम उठा रहीं हैं ....। उन्होंने बताया कि ' यह किसी के बाप का राज्य नहीं कि आप देश से बाहर जाने को कह रहे हैं .....। जरा आप भी सुनिये , नेताओं के जुबानी जंग ........।


Conclusion:देश के असम में सबसे पहले लागू होने वाला एनआरसी दूसरे राज्य में अभी तक लागू होगा या नहीं या कब तक लागू होगा , इसका फैसला भारत सरकार को करना हैं लेकिन इतना तो साफ धीरे - धीरे यह विषय जुबानी जंग के जरिये आम - अवाम तक पहुँचाई जा रही हैं जिससे आम - अवाम के जेहन में चर्चा के शक्ल में इसका असर दिख रहा हैं और बिहार विधानसभा चुनाव आते - आते जोर पकड़ने की उम्मीद हैं .......।
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