कटिहारः असम में एनआरसी लालू होने के बाद इसकी मांग बिहार में भी जोर पकड़ रहा है. एनआरसी लागू करने की मांग को लेकर पक्ष-विपक्ष में जुबानी जंग तेज हो गई है. नीतीश सरकार में कैबिनेट मंत्री विनोद कुमार सिंह ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से राज्य में अविलम्ब एनआरसी लागू करने की मांग की है. जबकि राजद ने इसका विरोध करते हुए बिहार में इसे लागू नहीं होने देने की बात कही है. राजद इसे बीजेपी के द्वारा अल्पसंख्यकों को डराने वाला कदम बताया है.
पिछड़ा और अति पिछड़ा मंत्री विनोद कुमार सिंह ने बिहार में एनआरआरसी लागू करने की पुरजोर मांग की हैं. बीजेपी नेता ने गृह मंत्री से मांग करते हुए कहा है कि प्रदेश में एनआरसी लागू कर विदेशी घुसपैठियों को बाहर निकाला जाए. विनोद कुमार के मुताबिक भारत सरकार जनसंख्या नियंत्रण के लिए ' हम दो , हमारे दो. पहला बच्चा अभी नहीं, दो के बाद कभी नहीं ' पर कार्य कर रही है. जबकि बांग्लादेशी घुसपैठियों का अलग कहनाम है.
घुसपैठियों के कारण जनसंख्या में चौगुणी वृद्धि
बीजेपी नेता ने कहा कि बिहार की जनसंख्या में चौगुनी वृद्धि हुई है. उन्होंने बताया कि 1971 में जनगणना हुई थी. जिन परिवार के दादा-दादी, परदादा, माता-पिता का नाम अंकित हैं, वह निश्चित रूप से भारतीय हैं. जबकि बाकि सब बंग्लादेशी घुसपैठिए हैं. जिनके पूर्वजों का नाम अंकित नहीं हैं, उसे सर्वेक्षण के आधार पर एनआरसी लागू कर देश से बाहर निकाला जाए.
विवादास्पद मुद्दे को दिया जा रहा हवा
बिहार के पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री और राजद नेता डॉ राम प्रकाश महतो ने बताया कि बीजेपी अल्पसंख्यकों को डराने के लिये ऐसा कदम उठा रही है. उन्होंने बताया कि बीजेपी जानबूझ कर विवादस्पद मुद्दा को हवा दे रही है. यह देशी सबका है. देश के अंदर कई ऐसे भी राज्य हैं जहां जमीन नहीं खरीद सकते. नागालैंड का पासपोर्ट, झंडा अलग है. राजद इस कदम का बिहार में विरोध करेगा. देश में और भी समस्याएं हैं, आर्थिक मंदी का दौर चल रहा है, युवा बेरोजगार है. लेकिन इन सब से निपटने के बजाए बीजेपी अपनी सियासत में व्यस्त है.
सड़क पर आरजेडी करेगी विरोध
वहीं, राजद नेता ने कहा कि उनके नेता लालू यादव को मारने की साजिश की जा रही है. लगातार उनका स्वास्थ्य गिरता ही जा रहा है. राजद नेता ने कहा कि तमाम विवादस्पद मुद्दों पर तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सड़क पर विरोध करेंगे.