कटिहार: राजवंशी समुदाय ने कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बगिया भगिया उत्सव का आयोजन किया. जिसमें राजवंशी समुदाय के लोग भिन्न-भिन्न कला, भाषा और बोली के साथ अलग-अलग क्षेत्रों में नाम रोशन करने वाले युवाओं ने एक साथ मंच साझा किया. जिले के बलरामपुर प्रखंड के टुन्नीदिघी इलाके में बगिया भगिया उत्सव के जरिए राजवंशी समुदाय खुद को समाज में स्थापित करना चाहते हैं.
बिहार और पश्चिम बंगाल के बॉर्डर पर स्थित कटिहार जिले के टुन्नीदिघी इलाके में आयोजित इस कार्यक्रम में राजवंशी समुदाय के सुरजापुरी, बंगाल, बिहार, असम, मेघालय, त्रिपुरा, भूटान, बांग्लादेश के कलाकार और सम्मानित अतिथियों ने कार्यक्रम में शिरकत किया. उत्सव के मौके पर कई राज्यों से आए प्रतिभागियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया.
विस चुनाव में चाहतें हैं भागीदारी
बता दें कि इस सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से जिले में लगभग 35 फीसदी की आबादी वाला राजवंशी और सुरजापुरी समाज खुद को मुख्यधारा में आने के लिए गोलबंद कर रहा है. वो चाहते हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव में उनका भी प्रतिनिधित्व हो. राजवंशी गब्बुर संघ के सचिव मोहनलाल सिंह ने इस मौके पर कहा कि वर्तमान में बिहार और पश्चिम बंगाल की सरकार ने राजवंशी और कामतापुरी समाज की संस्कृति और इतिहास को दबा कर रखा है. हम इस कार्यक्रम के जरिए अपनी पहचान दुनिया को दिखाना चाहते हैं कि हम पीछे नहीं हैं. हम चाहते हैं कि राजनीति में भी हमारी भागीदारी और प्रतिनिधित्व हो.
एकजुट होने की अपील
इस बगिया भगिया उत्सव के मौके पर स्थानीय अभिजीत राय ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से हम बताना चाहते हैं कि हम राजवंशी गब्बुर संघ किसी से पीछे नहीं है. हम राजवंशी समुदाय कला और संस्कृति के माध्यम से खुद को समाज में साबित करना चाहते हैं. साथ ही उन्होंने राजवंशी समुदाय से अपील करते हुए कहा हमें एक होकर आवाज उठाने की जरुरत है.