कटिहारः कोरोना संक्रमण रोकथाम को लेकर सरकार के द्वारा सूबे के स्कूल खुलने पर प्रतिबंध है. काफी समय से स्कूलों के बंद होने को लेकर कटिहार में प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन (Private School & Children Welfare Association) ने एक बैठक की. जिसमें सीएम नीतीश कुमार से अगले 6 फरवरी तक स्कूलों (Warning of Protest For Not Opening school) को खोलने की मांग की.
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एसोसिएशन ने यह भी कहा कि सरकार यदि उनकी मांगें नहीं सुनती है तो सड़कों पर आंदोलन किया जाएगा. एसोसिएशन ने कहा है कि जनवरी से मार्च का समय बच्चों के कोर्स के रिवीजन के लिए महत्वपूर्ण समय होता है. ऐसे में स्कूलों को बंद रखना बच्चों के भविष्य से खेलना है. शनिवार को कटिहार के हृदयगंज में प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गयी. इस मौके पर एसोसिएशन के सचिव धुव्र चन्द्र झा ने कहा कि बिहार सरकार द्वारा बिहार बोर्ड के सभी सरकारी विद्यालयों में बोर्ड परीक्षा को लेकर फिजिकल तौर पर परीक्षा आयोजित की गयी. अब आगामी एक फरवरी से बिहार बोर्ड की बोर्ड परीक्षा भी शुरू हो रही है.
एसोसिएशन के रघुवंश ठाकुर ने कहा कि बोर्ड परीक्षा को लेकर प्राइवेट स्कूलों के भवनों में परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं. ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि निजी विद्यालयों में बोर्ड की परीक्षा आयोजित करने से बच्चों को कोरोना नहीं होगा और जब वही बच्चे स्कूल में पठन-पाठन के लिए आएंगे तो वे कोरोना से संक्रमित कैसे हो जाएंगे.
इस मौके पर विकास चन्द्र ठाकुर ने कहा कि सरकार स्कूलों को बंद करके बच्चों के भविष्य से खेल रही है. 6 फरवरी तक स्कूलों को नहीं खोलने की स्थिति में व्यापक जन आंदोलन की चेतावनी एसोसिएशन ने सरकार को दी है. साथ ही यह भी कहा कि इसके बाद एसोसिएशन जबरन स्कूल खोलेगा.
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