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सांसद ने बाढ़ पीड़ितों के प्रति सरकार की मुस्तैदी को दोहराया, कहा- सभी को मदद के लिए आना चाहिए आगे - bihar news

बाढ़ ने सूबे के बारह जिलों को बुरी तरह प्रभावित किया है. जिसमें सीमांचल के चार जिले कटिहार, पुर्णिया, अररिया और किशनगंज शामिल हैं. जहां लाख से ऊपर की आबादी सैलाब से प्रभावित हुई है.

सांसद दुलालचंद्र गोस्वामी
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Published : Jul 17, 2019, 3:17 PM IST

Updated : Jul 17, 2019, 4:23 PM IST

कटिहारः लोकसभा सत्र छोड़कर बाढ़ पीड़ितों का हाल-चाल जानने सांसद दुलाल चन्द्र गोस्वामी कटिहार पहुंचे. जहां उन्होंने कहा कि सरकार बाढ़ में फंसे लोगों के राहत और बचाव के लिये पूरी तरह सजग है. सतर्कता और मुस्तैदी के साथ काम किया जा रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि क्षति का आंकलन पानी निकलने के बाद ही हो सकता है. फिलहाल, जिला प्रशासन की मदद से सभी लोग बाढ़ पीड़ितों की सहायता करें.

सासंद ने किया कई इलाकों का दौरा
जदयू सांसद दुलालचंद्र गोस्वामी अपने लाव-लश्कर के साथ कटिहार के डंडखोरा प्रखण्ड पहुंचे. जहां उन्होंने सैलाबजदा इलाके का मुआयना किया. बाढ़ पीड़ितों से मिले और घरों में पानी देख मदद का आश्वासन दिया. उन्होंने बताया कि कटिहार में महानंदा नदी और उसकी सहायक नदियों के पानी से बाढ़ आई है. जिससे कदवा, बलरामपुर बारसोई, आजमनगर, अमदाबाद, डंडखोरा इलाके में पानी प्रवेश कर रहा है.

बयान देते सांसद दुलालचंद्र गोस्वामी

'अब बाढ़ पीड़ित नहीं खाते चूहे'
सांसद ने ये भी बताया कि सभी बाढ़ पीड़ितों के लिये राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. सामुदायिक किचन की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि कुछ एरिया में धान के बिचड़ों की क्षति हुई है. पानी निकलने के बाद क्षति का आकलन किया जा सकता है. वर्षा प्राकृतिक है और इसे रोका नहीं जा सकता. इससे बड़ी त्रासदी हमलोगों ने देखी है. हम लोग पुरी तरह मुस्तैद हैं. सांसद दुलालचंद्र गोस्वामी ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के चूहे खाने वाली बात आप लोग कहते होंगे. अब ऐसा नहीं है. हमलोगों की पूरी स्थिति पर नजर है.

राहत शिविर में 1.16 लाख लोग पहुंचे
राज्य में भारी बारिश और नेपाल से आए जल ने सूबे के बारह जिलों को बुरी तरह प्रभावित किया है. जिसमें सीमांचल के चार जिले कटिहार, पुर्णिया, अररिया और किशनगंज शामिल हैं. जहां लाख से ऊपर की आबादी सैलाब से प्रभावित हुई है. आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए बनाए गए 199 राहत शिविरों में 1.16 लाख लोग शरण लिए हुए हैं. अब तक 12 जिलों के 78 प्रखंडों की 555 ग्राम पंचायतों में बाढ़ का पानी घुस गया है. जिनमें अधिकांश ग्राम पंचायतें पूर्णरूप से जलमग्न हैं.

कटिहारः लोकसभा सत्र छोड़कर बाढ़ पीड़ितों का हाल-चाल जानने सांसद दुलाल चन्द्र गोस्वामी कटिहार पहुंचे. जहां उन्होंने कहा कि सरकार बाढ़ में फंसे लोगों के राहत और बचाव के लिये पूरी तरह सजग है. सतर्कता और मुस्तैदी के साथ काम किया जा रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि क्षति का आंकलन पानी निकलने के बाद ही हो सकता है. फिलहाल, जिला प्रशासन की मदद से सभी लोग बाढ़ पीड़ितों की सहायता करें.

सासंद ने किया कई इलाकों का दौरा
जदयू सांसद दुलालचंद्र गोस्वामी अपने लाव-लश्कर के साथ कटिहार के डंडखोरा प्रखण्ड पहुंचे. जहां उन्होंने सैलाबजदा इलाके का मुआयना किया. बाढ़ पीड़ितों से मिले और घरों में पानी देख मदद का आश्वासन दिया. उन्होंने बताया कि कटिहार में महानंदा नदी और उसकी सहायक नदियों के पानी से बाढ़ आई है. जिससे कदवा, बलरामपुर बारसोई, आजमनगर, अमदाबाद, डंडखोरा इलाके में पानी प्रवेश कर रहा है.

बयान देते सांसद दुलालचंद्र गोस्वामी

'अब बाढ़ पीड़ित नहीं खाते चूहे'
सांसद ने ये भी बताया कि सभी बाढ़ पीड़ितों के लिये राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. सामुदायिक किचन की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि कुछ एरिया में धान के बिचड़ों की क्षति हुई है. पानी निकलने के बाद क्षति का आकलन किया जा सकता है. वर्षा प्राकृतिक है और इसे रोका नहीं जा सकता. इससे बड़ी त्रासदी हमलोगों ने देखी है. हम लोग पुरी तरह मुस्तैद हैं. सांसद दुलालचंद्र गोस्वामी ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के चूहे खाने वाली बात आप लोग कहते होंगे. अब ऐसा नहीं है. हमलोगों की पूरी स्थिति पर नजर है.

राहत शिविर में 1.16 लाख लोग पहुंचे
राज्य में भारी बारिश और नेपाल से आए जल ने सूबे के बारह जिलों को बुरी तरह प्रभावित किया है. जिसमें सीमांचल के चार जिले कटिहार, पुर्णिया, अररिया और किशनगंज शामिल हैं. जहां लाख से ऊपर की आबादी सैलाब से प्रभावित हुई है. आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए बनाए गए 199 राहत शिविरों में 1.16 लाख लोग शरण लिए हुए हैं. अब तक 12 जिलों के 78 प्रखंडों की 555 ग्राम पंचायतों में बाढ़ का पानी घुस गया है. जिनमें अधिकांश ग्राम पंचायतें पूर्णरूप से जलमग्न हैं.

Intro:......लोकसभा का सत्र छोड़ बाढ़ पीड़ितों का हाल - चाल जानने कटिहार पहुँचे साँसद दुलाल चन्द्र गोस्वामी .....। कहा - सरकार बाढ़ में फंसे लोगों की राहत और बचाव के लिये पूरी तरह सजग , सतर्क और मुस्तैदी के साथ संवेदनशील हैं .....। पानी निकलने के बाद ही हो सकता हैं क्षति का आंकलन .....फिलहाल जिला प्रशासन की मदद से सभी लोग बाढ़ पीड़ितों की करें मदद .....।


Body:यह दृश्य कटिहार के डंडखोरा प्रखण्ड का हैं जहाँ जदयू साँसद दुलालचंद्र गोस्वामी अपने लाव - लश्कर के साथ सैलाबजदा इलाके का मुआयना कर रहें हैं । बाढ़पीड़ितों से मिल रहे हैं , घरों में पानी देख रहे हैं और मदद का आश्वासन दे रहें हैं । लोग भी खुश हैं क्योंकि इनकी मदद की इन्हें जो आस जो जगी है । उन्होंने बताया कि कटिहार में महानंदा नदी और उसकी सहायक नदियों का पानी से बाहर आया है जिससे कदवा , बलरामपुर बारसोई ,आजमनगर , अमदाबाद , डंडखोरा इलाके में पानी प्रवेश कर रहा है । उन्होंने बताया कि बाढ़ पीड़ितों के लिये जिनके घरों में पानी आ गया है , जो प्रभावित है , विस्थापित होकर ऊपर जगहों , बाँध पर चले गये हैं । सभी पीड़ितों के लिये राहत शिविर चलाए जा रहे हैं । सामुदायिक किचन की व्यवस्था की गई है उन्होंने कहा कि कुछ एरिया में धान के बिचड़ों की क्षति हुई है पानी निकलने के बाद क्षति का आकलन किया जा सकता है ।वर्षा प्राकृतिक है और इसे रोका नहीं जा सकता , इससे बड़ी त्रासदी हमलोगों ने देखी हैं । हम लोग पुरो तरह मुस्तैद हैं , सरकार पूरी तरह मुस्तैद हैं ...। साँसद दुलालचंद्र गोस्वामी ने बताया कि बाढ़ पीड़ित के चूहे खाने वाली बात आपलोगों को कहतें होंगें , हमलोगों की पूरी स्थिति पर नजर हैं .....।


Conclusion:गौरतलब है कि राज्य में भारी बारिश और नेपाल से आये ' जल आफत " में सूबे के बारह जिलों को बुरी तरह प्रभावित किया है जिसमें सीमांचल के चार जिले कटिहार , पुर्णिया , अररिया और किशनगंज शामिल है जहाँ लाख से ऊपर की आबादी सैलाब।से प्रभावित हुई हैं ....।
Last Updated : Jul 17, 2019, 4:23 PM IST
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