कटिहार: बिहार में कोरोना संक्रमण का कहर जारी है. जिले में प्रतिदिन 100 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. कोरोना की दूसरी लहर में अभी तक जिले में 1200 से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं. मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही जीवन रक्षक दवा और यंत्रों की आवश्यकता बढ़ गई है. लेकिन कटिहार सदर अस्पताल की स्थिति ये है कि यहां 6 वेंटिलेटर सिर्फ हाथी के दांत बनकर रह गए हैं.
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पीएम केयर फंड के तहत मिले थे 6 वेंटिलेटर
पिछले वर्ष जिले के सबसे बड़े अस्पताल को पीएम केयर फंड के तहत 6 वेंटिलेटर उपलब्ध कराए गए थे. 1 साल पूरा होने को है लेकिन वेंटिलेटर आज भी जस का तस रखा हुआ है और इसका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. वेंटिलेटर के अभाव में हर दिन कोरोना से संक्रमित मरीजों को कटिहार मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया जाता है. बताया जा रहा है कि वेंटिलेटर को चलाने के लिए सदर अस्पताल में एक्सपर्ट टेक्नीशियन नहीं है. जिस कारण वेंटिलेटर आईसीयू में रखे रखे धूल फांक रहा है.
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'रखरखाव के अभाव में सदर अस्पताल में रखे 6 वेंटिलेटर चल नहीं पा रहे हैं. उन वेंटिलेटर को ठीक कराने के लिए शीर्ष नेतृत्व के द्वारा निर्देश प्राप्त है और उम्मीद है सोमवार तक सदर अस्पताल के वेंटिलेटर चालू हो जाएंगे. टेक्नीशियन के अभाव में तत्काल कटिहार मेडिकल कॉलेज से टेक्नीशियन और पीजी सेकंड ईयर के छात्र वेंटिलेटर को रन करने में मदद करेंगे'- उदयन मिश्रा, डीएम