कटिहार: जिले का बरारी प्रखंड गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी के कारण बाढ़ की चपेट में आ चुका है. यहां के 14 पंचायत बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं. ऐसे में सैकड़ों लोग फंसे बाढ़ में हुए हैं. वहीं, स्थानीय जनप्रतिनिधि ने लोगों को हर संभव मदद का भरोसा दिया है.
लोग बुरी तरह हैं फंसे हुए
बरारी प्रखंड के कांत नगर पंचायत के मरकईयाबाड़ी गांव चारों तरफ से पानी से घिर गया है. जिससे वहां के सैकड़ों लोग बाढ़ में फंसे हुए हैं. आवागमन के लिए सिर्फ एक छोटी नाव है जिस पर से जान जोखिम में डालकर लोग बाजार पहुंच रहे हैं. लोगों के पास खाने के लिए राशन नहीं है, पेयजल की व्यवस्था नहीं है और साथ ही बिजली भी कटी हुई है.
जनप्रतिनिधि ने मदद का दिया भरोसा
ईटीवी भारत की पहल के जरिए स्थानीय जनप्रतिनिधि को एक निजी नाव से बाढ़ में फंसे लोगों तक ले जाया गया. गांव के लोगों ने प्रतिनिधि को बताया कि प्रशासन की ओर से अभी तक वहां किसी तरह का कोई मदद नहीं मिल सका है. साथ ही, खाने-पीने के साथ रहने की भी जगह नहीं है. जिस पर स्थानीय जनप्रतिनिधि और बरारी प्रखंड की प्रमुख माला कुमारी ने कहा कि गांव के लोगों की मांगों को जल्द ही संज्ञान में लिया जाएगा. हमलोग उन तक राशन पहुंचाएंगे और उन्हें सरकारी नाव भी मुहैया कराएंगे.
सूबे के 6 प्रखंड हैं प्रभावित
गौरतलब है कि सूबे में पिछले दिनों हुई मूसलाधार बारिश के कारण गंगा और कोसी नदी का जलस्तर बढ़ गया है. जिसके कारण कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं. जिले के 6 प्रखंड बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हो चुके हैं. ऐसे में जिला प्रशासन उन इलाकों में बाढ़ राहत और बचाव कार्य पहुंचाने के लिए तेजी से काम कर रहा है, लेकिन जिले के सबसे प्रभावित प्रखंड बरारी के कांत नगर पंचायत के लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. यहां पर अभी तक राहत एवं बचाव कार्य शुरू नहीं किए गए हैं.