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बैंक के कर्ज से तंग आकर किसान ने खाया जहर, अस्पताल में भर्ती - जौनिया निवासी विजय मंडल

किसान विजय मंडल ने ट्रैक्टर खरीदने के लिए बैंक से केसीसी क्रेडिट कार्ड के जरिए लोन लिया. लेकिन इंटरेस्ट की राशि लगातार बढ़ती गई. नोटिस के बाद किसान आत्महत्या करने की कोशिश की.

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अस्पताल में भर्ती किसान
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Published : Feb 1, 2020, 11:13 AM IST

कटिहारः कर्ज से परेशान होकर एक बुजूर्ग ने विषपान कर खुदखुशी करने की कोशिश की. जिसके बाद उसे सदर अस्पताल में परिजनों ने भर्ती कराया हैं. बताया रहा है कि जिले के प्राणपुर थाना क्षेत्र के जौनिया निवासी विजय मंडल ने दो वर्ष पूर्व क्रेडिट कार्ड के जरिये सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से ऋण लिया. हालांकि ट्रैक्टर किसान के लिए बोझ बन गया.

ट्रैक्टर थोड़े दिन बेहतर चला लेकिन धीरे-धीरे खराबी आने लगी. आर्थिक तंगी के कारण गाड़ी को मैकेनिक के पास ले जाकर बनवाने में सक्षम नहीं था. इस कारण गाड़ी दरवाजे पर खराब हालत में खड़ी हो गयी. वहीं, स्थानीय बैंक ने ऋण के किस्त नहीं जमा करने पर गाड़ी मालिक विजय मंडल को नोटिस भेजा. बैंक के नोटिस के बाद किसान विजय मंडल ने खुद को ऋण के पैसे चुकाने से असक्षम पाया.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

चार लाख पहुंचा लोन
किसान का पुत्र राम कुमार ने बताया कि बैंक का कुल चार लाख दो हजार 297 कर्ज हो गया है. बैंक से नोटिस मिलने के बाद अकेले में उनके पिता ने विषपान कर आत्महत्या करने की कोशिश की. आनन-फानन में इलाज के लिये कटिहार सदर अस्पताल में भर्ती कराया. फिलहाल, पीड़ित बुजूर्ग किसान की हालत स्थिर बतायी जाती है. धीरे-धीरे वह सामान्य स्थिति में लौट रहे हैं.

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अस्पताल में भर्ती किसान

कटिहारः कर्ज से परेशान होकर एक बुजूर्ग ने विषपान कर खुदखुशी करने की कोशिश की. जिसके बाद उसे सदर अस्पताल में परिजनों ने भर्ती कराया हैं. बताया रहा है कि जिले के प्राणपुर थाना क्षेत्र के जौनिया निवासी विजय मंडल ने दो वर्ष पूर्व क्रेडिट कार्ड के जरिये सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से ऋण लिया. हालांकि ट्रैक्टर किसान के लिए बोझ बन गया.

ट्रैक्टर थोड़े दिन बेहतर चला लेकिन धीरे-धीरे खराबी आने लगी. आर्थिक तंगी के कारण गाड़ी को मैकेनिक के पास ले जाकर बनवाने में सक्षम नहीं था. इस कारण गाड़ी दरवाजे पर खराब हालत में खड़ी हो गयी. वहीं, स्थानीय बैंक ने ऋण के किस्त नहीं जमा करने पर गाड़ी मालिक विजय मंडल को नोटिस भेजा. बैंक के नोटिस के बाद किसान विजय मंडल ने खुद को ऋण के पैसे चुकाने से असक्षम पाया.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

चार लाख पहुंचा लोन
किसान का पुत्र राम कुमार ने बताया कि बैंक का कुल चार लाख दो हजार 297 कर्ज हो गया है. बैंक से नोटिस मिलने के बाद अकेले में उनके पिता ने विषपान कर आत्महत्या करने की कोशिश की. आनन-फानन में इलाज के लिये कटिहार सदर अस्पताल में भर्ती कराया. फिलहाल, पीड़ित बुजूर्ग किसान की हालत स्थिर बतायी जाती है. धीरे-धीरे वह सामान्य स्थिति में लौट रहे हैं.

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अस्पताल में भर्ती किसान
Intro:बुजुर्ग ने किया विषपान , बैंक के कर्ज़ ऋण के नोटिस देख बढ़ी थी टेंशन ।


.......कटिहार में एक बुजुर्ग ने महज इसलिये अपनी जिन्दगी खत्म करने की ठानी क्योंकि बैंक के कर्ज के नोटिस ने उसकी टेंशन बढ़ा डाली थी....। बुजुर्ग ने विषपान कर ख़ुदकुशी की कोशिश की लेकिन इलाज के बाद किसी तरह जान सलामत बच गयी ......। फिलहाल पीड़ित कटिहार सदर अस्पताल में इलाजरत हैं .......।

बाइट 1.....विजय मंडल पीड़ित / कटिहार
2....राम कुमार परिजन / कटिहार


Body:ट्रैक्टर खरीदने को लेकर लिया था बैंक लोन , इंटरेस्ट से बढ़ गयी थी राशि ।


कटिहार सदर अस्पताल के बेड पर इलाज करा रहे इस बुजुर्ग को विषपान के बाद परिजनों ने भर्ती कराया हैं । बताया जाता हैं कि जिले के प्राणपुर थाना क्षेत्र के जौनिया इलाके के रहने वाले विजय मंडल ने दो वर्ष पूर्व ट्रैक्टर खरीदने को लेकर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की स्थानीय शाखा से किसान क्रेडिट कार्ड के जरिये ऋण लिया था लेकिन यह गाड़ी परिवार के लिये परेशानी का सबब बन गयी । थोड़े दिन तो गाड़ी बेहतर चले लेकिन धीरे - धीरे इसमें समय के साथ खराबी आने लगी । अब परिवार के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह खराब गाड़ी को मैकेनिक के पास ले जाकर दुरुस्त करवा पाये । इस कारण गाड़ी दरवाजे पर ख़राब हालत में खड़ी हो गयी दूसरी ओर मुसीबत की दोहरी मार तब पड़ी जब स्थानीय बैंक ने ऋण के क़िस्त नहीं जमा करने पर गाड़ी मालिक विजय मंडल को पैसे चूकते करने के नोटिस भेजे । नोटिस देख बुजुर्ग विजय मंडल का माथा ठनका और सिर चक्कर देने लगा क्योंकि नोटिस में सिर्फ ना तो ऋण के पैसे चुकता करने के आदेश थे बल्कि ऋण के साथ ब्याज के पैसे के भी जिक्र थे । पीड़ित विजय मंडल बताते हैं कि उन्हें कुछ समझ मे नहीं आया कि क्या करें इसलिये ऐसी कदमें उठाया......। परिजन राम कुमार बताते हैं कि कुल ऋण चार लाख दो हजार 297 रुपया हो गया था जिसकी नोटिस बैंक से मिली थी । वह सभी खेत पर थे कि घर मे पिताजी ने चुपचाप विषपान कर लिया .....। आनन - फानन में हम सभी ने इन्हें इलाज के लिये कटिहार सदर अस्पताल में भर्ती कराया......।


Conclusion:इलाज के बाद हालात सामान्य , होश में आ रहा हैं सबकुछ ।


फिलहाल , पीड़ित बुजुर्ग की हालत स्थिर बतायी जाती हैं और धीरे - धीरे वह सामान्य स्थिति में लौट रहे हैं .......।
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