कटिहार: जिले में मच्छरों को भगाने वाली फॉगिंग मशीन इन दिनों काफी चर्चा में है. शहर में फॉगिंग मशीन विवाद का ताजा मामला सामने आया है. पहले शहर में स्थानीय लोगों ने चंदा इकट्ठा कर फॉगिंग मशीन से शहर में छिड़काव किया. वहीं, मामले की जानकारी पर तत्काल एक्शन लेते हुए नगर निगम प्रशासन ने फॉगिंग मशीन से छिड़काव बंद करा दिया. इस आदेश के बाद लोग भड़क उठे और निगम प्रशासन से फॉगिंग मशीन चलाने की ट्रेनिंग देने की मांग को लेकर जमकर प्रदर्शन किया.
'निगम बाबू दफ्तर छोड़ हुए फरार'
प्रदर्शन कर रहे एक युवक ने बताया कि जब हम ट्रेनिंग लेने पहुंचे तब निगम बाबू दफ्तर छोड़ फरार हो गए. ये वाकया बताने के लिये काफी है कि निगम प्रबंधन न तो खुद शहर की सफाई करना चाहता है और न ही आम-अवाम को कमान सौंपना चाहता है. वहीं, आरजेडी नेता समरेन्द्र कुणाल ने नगर प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि नगर प्रशासन निजी स्तर पर भी स्वच्छता अभियान नहीं चलाने देना चाहती.
'छिड़काव पर रोक दुर्भाग्यपूर्ण फैसला'
साथ ही समरेंद्र कुणाल ने कहा कि नगर निगम की ओर से शहर में मच्छरों के प्रकोप के खिलाफ आरजेडी के तत्वावधान में स्वयं सहायता आंदोलन के तहत चल रहे फॉगिंग मशीन से छिड़काव पर रोक लगाना दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है. उन्होंने बताया कि उन्होंने मेयर को ज्ञापन सौंप कर शहर में जल्द से जल्द फॉगिंग करके शहर को स्वच्छ और मच्छर मुक्त बनाए जाने की मांग की. निगम द्वारा आरोप लगाया गया है कि लोग निजी फॉगिंग से दम घुटने की शिकायत कर रहे हैं. जबकि ये शिकायत नगर थाने में करनी चाहिए. उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि निजी फॉगिंग से नगर निगम का दम घुट रहा है.