कैमूर: बिहार के कैमूर जिले में अंधविश्वास (Superstition) के चक्कर में एक महिला की जान चली गई. एक महिला कलावती देवी की तबीयत खराब थी जिस पर उसके घर के परिजनों ने डॉक्टर के यहां इलाज करवाने के बदले मजार (Tomb) पर झाड़-फूंक करवाने के लिए ले गए. मजार पर उसकी तीन दिनों तक झाड़-फूंक होती रही जिसके बाद महिला मौत हो गई. इस मामले में किसी तरह की थाने में आवेदन नहीं दिया गया है.
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दरअसल जिले के चांद थाना के ग्राम गोई के कुछ लोगों ने एक महिला को झाड़-फूंक करवाने के लिए चैनपुर थाना के मदुरना पहाड़ के उस्मान कोटि मजार में लाया जहां झाड़-फूंक के क्रम में एक महिला की मौत हो गई. मृतक महिला की पहचान मुन्ना बिंद की पत्नी कलावती देवी के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि महिला की तबीयत खराब थी जिस पर उसके घर के परिजनों ने चिकित्सक के यहां इलाज करवाने को ले जाने के बदले अंधविश्वास में पड़कर भूत प्रेत का मामला मानते हुए उस्मान कोटि स्थित मजार पर झाड़-फूंक करवाने के लिए लेकर पहुंच गए.
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बताया जा रहा है कि बीते 3 दिनों से महिला की झाड़-फूंक उस्मान कोटि मजार पर चल रही थी जिसकी मौत गुरुवार की सुबह हो गई. आपको बता दें कि चैनपुर प्रखंड क्षेत्र में कई ऐसे स्थान है जहां अंधविश्वास का जबरदस्त बोलबाला है. बिहार ही नहीं आसपास के राज्यों से भी लोग वहां भूत प्रेत के निवारण के लिए पहुंचते हैं. झाड़-फूंक की लंबी प्रक्रिया चलती है जहां झाड़-फूंक करने वाले लोगों के द्वारा मोटी रकम ली जाती है जिसमें से कुछ लोगों को इत्तेफाक से लाभ भी मिल जाता है. जिसे लोग चमत्कार मानते हैं और लोगों की लंबी लाइन लगी रहती है. इसी क्रम में उस्मान कोटि पर भी झाड़-फूंक करवाने आई चांद थाना क्षेत्र के ग्राम गोई के निवासी कलावती देवी की मौत हो गई.
इस मामले से संबंधित जानकारी लेने पर चैनपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि गुरुवार की सुबह ऐसी सूचना प्राप्त हुई थी मौके पर पुलिस बल को भी भेजा गया मगर जब तक पुलिस पहुंची तब तक मृतक के परिजन शव को लेकर चले गए. इस मामले को लेकर किसी के द्वारा कोई आवेदन या शिकायत नहीं की गई है. इस मामले में किसी तरह का कोई आवेदन प्राप्त होता है तो कार्रवाई की जाएगी.
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