कैमूर: जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम सेमरिया में इन दिनों डायरिया (Diarrhea) का प्रकोप फैला हुआ है. लगभग दो दर्जन से अधिक लोग डायरिया से पीड़ित हैं, जिनका विभिन्न निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. इसी क्रम में 3 दिनों से डायरिया से पीड़ित ग्राम सेमरिया के ही निवासी समर सिंह के 48 वर्षीय पुत्र भोला सिंह की मौत डायरिया (Death By Diarrhea) के कारण हो गई है.
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डायरिया से पीड़ित मरीज की मौत होने के बाद स्थानीय ग्रामीणों में काफी खौफ है. वहीं 4 लोगों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है. वही डायरिया फैलने की सूचना पर चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की टीम के द्वारा मंगलवार को कैंप लगाकर इलाज करते हुए दवाइयों का वितरण किया गया. लोगों ने डायरिया के पीछे की वजह जलजमाव (Water Logging In Kaimur) को बताया है.
लोगों ने बताया कि जलजमाव के कारण गांव के लोगों को डायरिया का प्रकोप झेलना पड़ रहा है. बारिश के दौरान गेहूंअनवा नदी का पानी अत्यधिक दबाव के कारण गांव में प्रवेश कर जाता है. आसपास के गांव नरसिंहपुर, घाटमपुर, रमोली सेमरिया में पानी प्रवेश कर गया था. जिस वजह से किसानों के फसल भी डूब गए. पानी अब धीरे-धीरे कम होना शुरू हुआ तो ग्राम सेमरिया डायरिया से प्रभावित हो गया.
फिलहाल 4 लोगों की स्थिति अत्यंत गंभीर हैं जिन्हें हाटा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं. उन मरीजों में जगदीश सिंह, नंदू मल्लाह सहित दो बच्चियां शामिल हैं.डायरिया के अचानक गांव में पांव पसारने के बाद गांव के सरपंच बाबूलाल प्रसाद के द्वारा स्थानीय लोगों की काफी मदद की गई है. उनके द्वारा लोगों को निजी चिकित्सालय आदि में भर्ती करवाने का कार्य किया गया है.
वहीं 48 वर्षीय भोला सिंह जिनकी डायरिया से मौत हो चुकी है, उनका एक लड़का है जो इस समय दिल्ली में किसी निजी कंपनी में कार्य करता है. जबकि एक लड़की है जिसकी शादी हो चुकी है. गांव में डायरिया फैलने का मुख्य कारण जलजमाव की स्थिति है.
जब इस मामले से संबंधित जानकारी चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनीष कुमार एवं स्वास्थ्य प्रबंधक अजय कुमार सिंह से ली गई तो उनके द्वारा बताया गया कि ग्राम सेमरिया में डायरिया से लोगों के प्रभावित होने की सूचना प्राप्त हुई थी. जिसके बाद गांव में मेडिकल टीम को भेजा गया.
ग्राम सेमरिया में कैंप लगाकर दवा वितरण करते हुए डायरिया से पीड़ित मरीजों का इलाज किया गया है और बचाव के लिए ऐतिहात के तौर पर लोगों को सावधनी बरतने को कहा गया है. सावधानियों को लेकर लोगों को बेहतर तरीके से समझाया गया है.
किसी भी विशेष परिस्थिति में स्थानीय आशा को अलर्ट पर रखा गया है. उनके द्वारा डायरिया से पीड़ित मरीज को या तो चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाकर भर्ती करवाया जाएगा या तत्काल स्वास्थ्य केंद्र में सूचित किया जाएगा ताकि मौके पर टीम पहुंचकर संबंधित मरीज का इलाज कर सके.
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