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कैमूर: सरकार से नहीं मिली मदद तो ग्रामीणों ने चंदा जुटाकर बनाया 250 फीट लंबा पुल - बिहार सरकार

ग्रामीणो ने बताया कि दर्जनों गांव के लोगों ने इस निर्माण में श्रमदान दिया है. किसी ने छड़, बालू तो किसी ने गिट्टी, सीमेंट का दान दिया है. पुल की लागत करीब एक करोड़ रुपये आई है. इस पुल को इंजीनियर द्वारा प्रमाणित भी कराया गया है.

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Published : Dec 16, 2019, 3:15 PM IST

कैमूर: जिले के कुदरा प्रखंड के लोगों ने श्रमदान और चंदा इकट्ठा कर अपने क्षेत्र में पुल का निर्माण कराया है. इस पुल की मांग सालों से ग्रामीणों द्वारा सरकार से की जा रही थी, लेकिन सरकार की तरफ से आजतक उनकी मांग पूरी नहीं की गई. इसके बाद लोगों ने अपनी मेहनत से इस पुल का निर्माण करा लिया.

एक करोड़ की लागत से बना पुल
ग्रामीणों ने अपनी क्षमता के अनुसार दुर्गावति नदी पर 250 फीट लंबा और 15 फीट चौड़ा पुल का निर्माण कराया. इसकी लागत एक करोड़ रुपये बताई जा रही है. लोगों ने बताया कि कई सालों से इस पुलिया के निर्माण के लिए सभी मंत्री, विधायक, जिला प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं. लेकिन आज तक इस पुल का निर्माण नहीं कराया जा सका. इससे निराश होकर ग्रामीणों ने खुद के सहयोग से इस पुल के निर्माण का फैसला लिया.

ग्रामीणों ने अपनी क्षमता से बनाया पुल

यातायात में मिली सुविधा
गांव के लोगों ने आपस में चंदा इकठ्ठा कर आपसी सहयोग से आठ महीनों के अंदर दुर्गावति नदी पर 250 फीट लंबा और 15 फीट चौड़ा पुल बनाया. ग्रामीणों ने बताया कि पुल निर्माण होने के बाद दो दर्जन से अधिक गांव सीधे कुदरा रेलवे स्टेशन से जुड़ गए हैं. यही नहीं, प्रखंड मुख्यालय की दूरी 4 किमी से घटकर अब महज 400 मीटर रह गई है.

लोगों ने दिया श्रमदान
ग्रामीणों ने बताया कि दर्जनों गांव के लोगों ने इस निर्माण में श्रमदान दिया है. किसी ने छड़, बालू तो किसी ने गिट्टी, सीमेंट का दान दिया है. पुल की लागत करीब एक करोड़ रुपये आई है. इस पुल को इंजीनियर द्वारा प्रमाणित भी कराया गया है. आज इसके निर्माण से सभी ग्रामीण खुश हैं. लोगों को यातायात में काफी सुविधा मिल रही है.

कैमूर: जिले के कुदरा प्रखंड के लोगों ने श्रमदान और चंदा इकट्ठा कर अपने क्षेत्र में पुल का निर्माण कराया है. इस पुल की मांग सालों से ग्रामीणों द्वारा सरकार से की जा रही थी, लेकिन सरकार की तरफ से आजतक उनकी मांग पूरी नहीं की गई. इसके बाद लोगों ने अपनी मेहनत से इस पुल का निर्माण करा लिया.

एक करोड़ की लागत से बना पुल
ग्रामीणों ने अपनी क्षमता के अनुसार दुर्गावति नदी पर 250 फीट लंबा और 15 फीट चौड़ा पुल का निर्माण कराया. इसकी लागत एक करोड़ रुपये बताई जा रही है. लोगों ने बताया कि कई सालों से इस पुलिया के निर्माण के लिए सभी मंत्री, विधायक, जिला प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं. लेकिन आज तक इस पुल का निर्माण नहीं कराया जा सका. इससे निराश होकर ग्रामीणों ने खुद के सहयोग से इस पुल के निर्माण का फैसला लिया.

ग्रामीणों ने अपनी क्षमता से बनाया पुल

यातायात में मिली सुविधा
गांव के लोगों ने आपस में चंदा इकठ्ठा कर आपसी सहयोग से आठ महीनों के अंदर दुर्गावति नदी पर 250 फीट लंबा और 15 फीट चौड़ा पुल बनाया. ग्रामीणों ने बताया कि पुल निर्माण होने के बाद दो दर्जन से अधिक गांव सीधे कुदरा रेलवे स्टेशन से जुड़ गए हैं. यही नहीं, प्रखंड मुख्यालय की दूरी 4 किमी से घटकर अब महज 400 मीटर रह गई है.

लोगों ने दिया श्रमदान
ग्रामीणों ने बताया कि दर्जनों गांव के लोगों ने इस निर्माण में श्रमदान दिया है. किसी ने छड़, बालू तो किसी ने गिट्टी, सीमेंट का दान दिया है. पुल की लागत करीब एक करोड़ रुपये आई है. इस पुल को इंजीनियर द्वारा प्रमाणित भी कराया गया है. आज इसके निर्माण से सभी ग्रामीण खुश हैं. लोगों को यातायात में काफी सुविधा मिल रही है.

Intro:नोट - इस खबर का एक विसुसल wrap से भेजें हैं कृपा उसकों जरूर जोड़ दीजिएगा। कैमूर। लोकतंत्र में जनता जनार्दन होती हैं लेकिन कुर्सी पर बैठने के बाद नेता खुद को सर्वपरि समझनें लगतें हैं। और जनता की मांग को ऐसे नजरअंदाज करतें हैं जैसे जनता नें उन्हें वोट दिया ही नहीं हो। कुदरा में कलयुगी नेताओं से हताश ग्रामीणों की मांग जब किसी नें सुनी दर्जनों गांव के ग्रामीणों नें चंदा इकठ्ठा कर दुर्गावति नदी पर 250 फिट लम्बा और 15 फिट चौड़ा 35 टन क्षमता पुल बना डाला।


Body:आपकों बतादें कि कुदरा प्रखंड के दो दर्जन गांव के लोगों ने श्रमदान और चंदा इकट्ठा कर रात दिन एक कर यह कृतिमान हासिल किया हैं। AVO 1 - ग्रामीणों ने बताया कि कई सालों से इस पुलिया के निर्माण के लिए सभी पार्टियों के मंत्री, विधायक सहित जिला प्रशासन से कई दफा गुहार लगाने के बाद भी पुल का निर्माण नहीं कराया गया। जिसके बाद हताश ग्रामीणों ने खुद पुल निर्माण करनें का फैसला लिया और दो दर्जन से अधिक गांव के लोगों नें चंदा इकट्ठा कर पुल का निर्माण 8 माह में पूरा कर लिया। AV0 2 - ग्रामीणों नें बताया कि पुल निर्माण होनें के बाद दो दर्जन से अधिक गांव सीधे कुदरा रेलवे स्टेशन से जुड़ गए हैं। यही नहीं प्रखंड मुख्यालय की दूरी 4 किमी से घटकर अब महज 400 मीटर रह गई हैं। AVO 3 - ग्रामीणों नें बताया कि दर्जनों गांव के लोगों ने इस निर्माण में श्रमदान दिया हैं। यही नहीं किसी ने छड़, बालू तो किसी गिट्टी सीमेंट दान दिया हैं। पुल की लागत करीब 1 करोड़ रुपये आई हैं। पुलिस को इंजीनियर द्वारा प्रमाणित भी कराया गया हैं। AV0 4 - ग्रामीणों ने बताया कि यदि नेता, विधायक और सांसद में थोड़ी भी नैतिकता होगी तो इस पुल पर कदम नहीं रखेंगे यह पुल ग्रामीणों का हैं जिसका निर्माण ग्रामीणों ने खुद चंदा इकट्ठा कर किया हैं।


Conclusion:सरकार के नजर में भले ही इस पुल का अवैध निर्माण किया गया हैं। लेकिन कुदरा प्रखंड के दुर्गावति नदी पर बना यह पुल दो दर्जन गांव के लिए लाइफलाइन हैं। बाइट AVO 1 - रविन्द्र कुमार तिवारी, ग्रामीण, कुदरा बाइट AVO 2 - प्रकाश रस्तोगी, ग्रामीण, कुदरा बाइट AVO 3- जग नारायण चौधरी, ग्रामीण, कुदरा बाइट AVO 4 - समीम शेख , ग्रामीण, कुदरा
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