ETV Bharat / state

मिसालः पैदा होते ही मां की मौत-पिता ने छोड़ा, फरिश्ता बनकर पहुंचा ये कमांडो

मासूम बच्ची की मां की मौत के बाद कैमूर में तैनात कमांडो मनीष आनंद ने उसे गोद ले लिया. कमांडो ने बच्ची को नए नाम के साथ-साथ अपना उपनाम भी दिया है.

jai
author img

By

Published : Jun 5, 2019, 10:30 PM IST

Updated : Jun 5, 2019, 11:48 PM IST

कैमूर: जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र अधौरा में पोस्टेड बिहार पुलिस के सीआईटी कमांडो मनीष आनंद ने गांव के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. यहां मासूम बच्ची की मां की मौत के बाद कैमूर में तैनात कमांडो मनीष आनंद ने उसे गोद ले लिया. कमांडो ने बच्ची को नए नाम के साथ-साथ अपना उपनाम भी दिया है. मनीष को इस दिलेरी की वजह से दिल्ली में इंडिया राइजिंग अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है.

story of a Commando of bihar police who do social work
बिहार पुलिस ने किया प्रोत्साहित

भागलपुर के रहने वाले कमांडो मनीष ने समाज के लिए जो बेहतरीन काम किए हैं, उसके लिए उन्हें देश की कई संस्थाएं सम्मानित कर चुकी हैं. एक मासूम बच्ची की मां की मौत के बाद मनीष ने उसे गोद लेकर उसकी परवरिश का जिम्मा लिया है. यही नहीं, मनीष गांव के बच्चों के लिए पढ़ाई की व्यवस्था भी करते हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने बताया कि कैसे उनके मन में लोगों की रक्षा के साथ-साथ उनके दर्द की भी अनुभूति हुई.

मनीष के साथ खास बातचीत

मैं पढ़ाऊंगा..
बच्ची को गोद लेकर मनीष ने मानवता की मिसाल पेश की. उन्होंने गोद ली हुई बच्ची की पढ़ाई-लिखाई से लेकर उसकी शादी तक का जिम्मा खुद पर लिया है. उन्होंने बच्ची का नाम अनन्या रखा है. मनीष हर साल अनन्या का जन्मदिन मनाते हैं.

story of a Commando of bihar police who do social work
अनन्या का जन्मदिन मनाते मनीष

ऐसे ह्रदय हुआ द्रवित
मनीष बताते हैं कि जब उनकी पोस्टिंग कैमूर जिले के नक्सल प्रभावित इलाके अधौरा में हुई, तो ड्यूटी के दौरान उन्होंने वहां के गरीब, दलित लोगों को देखा और उनके दुःख दर्द को समझा. इसके बाद उन्होंने यह फैसला लिया कि इस इलाके के लोगों की हर सम्भव मदद करेंगे. उन्होंने इलाके के बच्चों को पढ़ाई का जरूरी सामान मुहैया कराना शुरू किया. धीरे-धीरे मनीष गांव के लोगों के लिए आंखों का तारा बन गए.

अवॉर्ड
दिल्ली में मिला अवॉर्ड

स्कूल खोलने की चाहत
मनीष गांव के लोगों के बीच सारे पर्व मनाते हैं. वो बताते हैं कि गरीबी और पिछड़ेपन के कारण नक्सल प्रभावित क्षेत्र अधौरा शिक्षा के मामले में काफी पीछे है. उनका मानना है कि शिक्षा से सारे अंधकारों को दूर किया जा सकता है. ऐसे में मनीष ने अधौरा में निःशुल्क शिक्षा के लिए स्कूल खोलने का फैसला लिया है. स्कूल में बच्चों को मुफ्त में सब कुछ दिया जाएगा और स्कूल के माध्यम से सामाजिक सेवा करने वालों को यहां पढ़ाने का मौका भी दिया जाएगा.

story of a Commando of bihar police who do social work
गांव वालों के साथ होली मनाते मनीष

साथियों और ऑफिसरों का मिला सहयोग
मनीष ने बताया कि जब भी वो कोई कार्य करते हैं, तो सोशल मीडिया के माध्यम से सभी को सूचना देते हैं. इसके बाद उनके साथी और ऑफिसर भी उनका साथ देते हैं. कुछ भी हो अधौरा के लोगों की आंखों का तारा बन चुके मनीष की दरियादिली और जज्बे ने सभी का दिल जीत लिया है.

मिल चुके हैं कई अवॉर्ड
दिल्ली में इन्द्रप्रस्थ एजुकेशनल रिसर्च एंड चैरिटेबल ट्रस्ट ने मनीष को इंडिया राइजिंग स्टार अवॉर्ड 2019 से सम्मानित किया है.
मनीष को देश की कई जानी मानी संस्थाएं सम्मानित कर चुकी हैं.
कमांडो को बिहार पुलिस की तरफ से भी प्रशस्ति पत्र मिल चुका है.
अगले महीने राजस्थान के गौरव सम्मान समारोह में भी मनीष को अवॉर्ड मिलना है.

कैमूर: जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र अधौरा में पोस्टेड बिहार पुलिस के सीआईटी कमांडो मनीष आनंद ने गांव के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. यहां मासूम बच्ची की मां की मौत के बाद कैमूर में तैनात कमांडो मनीष आनंद ने उसे गोद ले लिया. कमांडो ने बच्ची को नए नाम के साथ-साथ अपना उपनाम भी दिया है. मनीष को इस दिलेरी की वजह से दिल्ली में इंडिया राइजिंग अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है.

story of a Commando of bihar police who do social work
बिहार पुलिस ने किया प्रोत्साहित

भागलपुर के रहने वाले कमांडो मनीष ने समाज के लिए जो बेहतरीन काम किए हैं, उसके लिए उन्हें देश की कई संस्थाएं सम्मानित कर चुकी हैं. एक मासूम बच्ची की मां की मौत के बाद मनीष ने उसे गोद लेकर उसकी परवरिश का जिम्मा लिया है. यही नहीं, मनीष गांव के बच्चों के लिए पढ़ाई की व्यवस्था भी करते हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने बताया कि कैसे उनके मन में लोगों की रक्षा के साथ-साथ उनके दर्द की भी अनुभूति हुई.

मनीष के साथ खास बातचीत

मैं पढ़ाऊंगा..
बच्ची को गोद लेकर मनीष ने मानवता की मिसाल पेश की. उन्होंने गोद ली हुई बच्ची की पढ़ाई-लिखाई से लेकर उसकी शादी तक का जिम्मा खुद पर लिया है. उन्होंने बच्ची का नाम अनन्या रखा है. मनीष हर साल अनन्या का जन्मदिन मनाते हैं.

story of a Commando of bihar police who do social work
अनन्या का जन्मदिन मनाते मनीष

ऐसे ह्रदय हुआ द्रवित
मनीष बताते हैं कि जब उनकी पोस्टिंग कैमूर जिले के नक्सल प्रभावित इलाके अधौरा में हुई, तो ड्यूटी के दौरान उन्होंने वहां के गरीब, दलित लोगों को देखा और उनके दुःख दर्द को समझा. इसके बाद उन्होंने यह फैसला लिया कि इस इलाके के लोगों की हर सम्भव मदद करेंगे. उन्होंने इलाके के बच्चों को पढ़ाई का जरूरी सामान मुहैया कराना शुरू किया. धीरे-धीरे मनीष गांव के लोगों के लिए आंखों का तारा बन गए.

अवॉर्ड
दिल्ली में मिला अवॉर्ड

स्कूल खोलने की चाहत
मनीष गांव के लोगों के बीच सारे पर्व मनाते हैं. वो बताते हैं कि गरीबी और पिछड़ेपन के कारण नक्सल प्रभावित क्षेत्र अधौरा शिक्षा के मामले में काफी पीछे है. उनका मानना है कि शिक्षा से सारे अंधकारों को दूर किया जा सकता है. ऐसे में मनीष ने अधौरा में निःशुल्क शिक्षा के लिए स्कूल खोलने का फैसला लिया है. स्कूल में बच्चों को मुफ्त में सब कुछ दिया जाएगा और स्कूल के माध्यम से सामाजिक सेवा करने वालों को यहां पढ़ाने का मौका भी दिया जाएगा.

story of a Commando of bihar police who do social work
गांव वालों के साथ होली मनाते मनीष

साथियों और ऑफिसरों का मिला सहयोग
मनीष ने बताया कि जब भी वो कोई कार्य करते हैं, तो सोशल मीडिया के माध्यम से सभी को सूचना देते हैं. इसके बाद उनके साथी और ऑफिसर भी उनका साथ देते हैं. कुछ भी हो अधौरा के लोगों की आंखों का तारा बन चुके मनीष की दरियादिली और जज्बे ने सभी का दिल जीत लिया है.

मिल चुके हैं कई अवॉर्ड
दिल्ली में इन्द्रप्रस्थ एजुकेशनल रिसर्च एंड चैरिटेबल ट्रस्ट ने मनीष को इंडिया राइजिंग स्टार अवॉर्ड 2019 से सम्मानित किया है.
मनीष को देश की कई जानी मानी संस्थाएं सम्मानित कर चुकी हैं.
कमांडो को बिहार पुलिस की तरफ से भी प्रशस्ति पत्र मिल चुका है.
अगले महीने राजस्थान के गौरव सम्मान समारोह में भी मनीष को अवॉर्ड मिलना है.

Intro:
नोट - मेल से कुछ विसुअल भेज रहा हूं प्लीज उसको यूज़ कीजियेगा जो कि दिल्ली और अधौरा की है। धन्यवाद।



कैमूर।

जिले के कैमूर पहाड़ी श्रृंखला के नक्सली प्रभावित क्षेत्र अधौरा में पोस्टेड सिपाही मनीष कुमार ड्यूटी के साथ सामाजिक कार्यो के लिए इन्द्रप्रस्थ एजुकेशनल रिसर्च एंड चैरिटेबल ट्रस्ट दिल्ली के द्वारा 2019 का न इंडिया राइजिंग अवार्ड से सम्मानित किया गया हैं बल्कि दिल्ली में गेस्ट ऑफ ऑनर भी दिया गया हैं। यही नही इस होनहार सिपाही के जज्बे और सामाजिक कार्यो के लिए अगले महीने राजस्थान गौरव सम्मान समारोह में भी सम्मान दिया जाएगा। यही नही देश के कई संस्थाओं ने मनीष को समाज मे उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया हैं।


Body:मनीष ने ईटीवी भारत से खास मुलाकात में बताया कि जब उनकी पोस्टिंग कैमूर जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र अधौरा में हुई तो ड्यूटी के दौरान उन्होंने वहां की गरीब, दलित लोगों को देखा और उनके दुःख दर्द को समझा। जिसके बाद उन्होंने यह निर्णय लिया कि इस क्षेत्र की लोगों की हर सम्भव मदद करेंगे और उन्होंने क्षेत्र के बच्चों के बीच पढ़ाई के लिए जरूरत की सामान उपलब्ध कराना शुरू किया। धीरे धीरे मनीष गांव के लोगों के लिए आंख का तारा बन गए। जिसके बाद मनीष ने गांव की एक छोटी बच्ची जिसकी माता का स्वर्गवास हो गया था उसे गोद लेकर मानवता का मिसाल पेश किया। मनीष ने गोद लिए हुई बच्ची का पढाई लिखा , कपड़ा से लेकर शादी तक का जिम्मा खुद के दम पर उठाया हैं।

अधौरा में निशुल्क शिक्षा के लिए खोलेंगे स्कूल

नक्सली प्रभावित क्षेत्र अधौरा शिक्षा में काफी पीछे है जिसका कारण यह है कि वहाँ के लोगों में गरीबी और पिछड़ापन चरमसीमा पर हैं। मनीष मानते है कि शिक्षा से सारे अंधकारों को दूर किया जा सकता हैं ऐसे में मनीष ने अधौरा में निःशुल्क शिक्षा के लिए स्कूल खोलने का निर्णय लिया हैं। स्कूल में बच्चों को मुफ्त में सब कुछ दिया जाएगा और शिक्षा के माध्यम से सामाजिक सेवा करने वालों को स्कूल में पढ़ाने के मौका दिया जाएगा।


साथियों और ऑफिसरों का मिला सहयोग

मनीष ने बताया कि जब भी वो कोई कार्य करते है तो सोशल मीडिया के माध्यम से सभी को सूचना देते हैं। जिसके बाद उन्हें साथियों और ऑफिसरों द्वारा मदद किया जाता हैं।

प्रत्येक वर्ष मानते है बेटी का जन्मदिन
नक्सली प्रभावित क्षेत्र अधौरा की बेटी का मनीष हर साल जन्मदिन मानते हैं। यही नही कोई भी पर्व वो अधौरा के ग्रामीणों के साथ मनाते हैं। अधौरा के ग्रामीणों के लिए यह सिपाही कोई भगवान से कम नही हैं।




Conclusion:
Last Updated : Jun 5, 2019, 11:48 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.