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कैमूर: 7 महीने में 5,052 लोग हुए आवारा कुत्तों के शिकार

सिविल सर्जन ने बताया कि कुदरा ब्लॉक में डॉग बाईट की समस्या सबसे अधिक पाई जा रही है. वहीं, अप्रैल 2019 से 25 दिसंबर, 2019 तक के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो, 5052 लोग डॉग बाईट के शिकार हुए है.

Kaimur
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Published : Jan 4, 2020, 11:27 PM IST

कैमूर: जिले में बढ़ते आवारा कुत्तों की संख्या ने पिछले 7 माह में 5052 लोगों को अपना शिकार बनाया है. सदर अस्पताल के सिविल सर्जन नें भी माना कि डॉग बाईट की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. वहीं, अप्रैल 2019 से 25 दिसंबर, 2019 तक के स्वास्थ्य विभाग की आंकड़ों पर गौर करें तो, 5052 लोग डॉग बाईट के शिकार हुए है.

डॉग बाइट की संख्या में हुई है वृद्धि
सदर अस्पताल भभुआ के सिविल सर्जन डॉ अरुण कुमार तिवारी नें बताया कि पिछले कुछ महीनों से डॉग बाइट की संख्या में वृद्धि हुई है, लेकिन कैमूर स्वास्थ्य विभाग के हर अस्पताल में एन्टी रेबिस वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. उन्होंने बताया कि कैमूर जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में यूपी के लोग भी एन्टी रेबिज वैक्सीन के लिए आते है, जिन्हें इंजेक्शन दे जाती है.

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आवारा कुत्तों के आंतक से लोग परेशान

'अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में दवा उपलब्ध'
स्वास्थ्य विभाग के हर पीएचसी और अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में दवा उपलब्ध हैं और सभी को यह दिशा निर्देश दिया जा चुका हैं कि डॉग बाईट के मामलों में कोई लापरवाही न करें. सिविल सर्जन ने बताया कि कुदरा ब्लॉक में डॉग बाईट की समस्या सबसे अधिक पाई जा रही है.

आवारा कुत्तों से लोग परेशान

आवारा कुत्तों को लगाई जाएगी वैक्सीन
जिला पशुपालन पदाधिकारी अरविंद कुमार सिन्हा ने बताया कि विभाग की ओर से 42 तरह के दवाओं की अनुमति प्राप्त है. पशुपालन विभाग ने पत्र लिखकर यह आदेश मांगा है कि एन्टी रेबिज वेक्सीन के लिए विभाग अनुमति दे. उन्हें उम्मीद हैं कि जनवरी माह के आखिरी तक आदेश प्राप्त हो जाएगा. जिसके बाद विभाग जिले के सभी आवारा कुत्तों को वैक्सीन लगाएगी. उन्होंने बताया कि पशुपालन विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में 5000 से ज्यादा आवारा कुत्ते है.

कैमूर: जिले में बढ़ते आवारा कुत्तों की संख्या ने पिछले 7 माह में 5052 लोगों को अपना शिकार बनाया है. सदर अस्पताल के सिविल सर्जन नें भी माना कि डॉग बाईट की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. वहीं, अप्रैल 2019 से 25 दिसंबर, 2019 तक के स्वास्थ्य विभाग की आंकड़ों पर गौर करें तो, 5052 लोग डॉग बाईट के शिकार हुए है.

डॉग बाइट की संख्या में हुई है वृद्धि
सदर अस्पताल भभुआ के सिविल सर्जन डॉ अरुण कुमार तिवारी नें बताया कि पिछले कुछ महीनों से डॉग बाइट की संख्या में वृद्धि हुई है, लेकिन कैमूर स्वास्थ्य विभाग के हर अस्पताल में एन्टी रेबिस वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. उन्होंने बताया कि कैमूर जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में यूपी के लोग भी एन्टी रेबिज वैक्सीन के लिए आते है, जिन्हें इंजेक्शन दे जाती है.

Kaimur
आवारा कुत्तों के आंतक से लोग परेशान

'अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में दवा उपलब्ध'
स्वास्थ्य विभाग के हर पीएचसी और अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में दवा उपलब्ध हैं और सभी को यह दिशा निर्देश दिया जा चुका हैं कि डॉग बाईट के मामलों में कोई लापरवाही न करें. सिविल सर्जन ने बताया कि कुदरा ब्लॉक में डॉग बाईट की समस्या सबसे अधिक पाई जा रही है.

आवारा कुत्तों से लोग परेशान

आवारा कुत्तों को लगाई जाएगी वैक्सीन
जिला पशुपालन पदाधिकारी अरविंद कुमार सिन्हा ने बताया कि विभाग की ओर से 42 तरह के दवाओं की अनुमति प्राप्त है. पशुपालन विभाग ने पत्र लिखकर यह आदेश मांगा है कि एन्टी रेबिज वेक्सीन के लिए विभाग अनुमति दे. उन्हें उम्मीद हैं कि जनवरी माह के आखिरी तक आदेश प्राप्त हो जाएगा. जिसके बाद विभाग जिले के सभी आवारा कुत्तों को वैक्सीन लगाएगी. उन्होंने बताया कि पशुपालन विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में 5000 से ज्यादा आवारा कुत्ते है.

Intro:कैमूर।

जिलें ने बढ़ते आवारा कुत्तों की संख्या नें पिछले 7 माह में 5052 लोगों को अपना शिकार बनाया हैं। सदर अस्पताल के सिविल सर्जन नें भी माना कि डॉग बाईट की संख्या में काफी इजाफा हुआ हैं।


Body:आपकों बतादें कि जिलें अप्रैल 2019 से 25 दिसंबर, 2019 तक के स्वास्थ्य विभाग की आंकड़ों पर गौर करें तो 5052 लोग डॉग बाईट के शिकार हुए हैं।

अप्रैल 2019 में 873
मई 2019 में 621
जून 2019 में 553
जुलाई 2019 में 490
सिंतबर 2019 में 507
नवंबर 2019 में 510
दिसम्बर (25) 2019 में 602

सिर्फ 25 दिसंबर 2019 को जिलें के विभिन्न प्रखंडों में 36 डॉग बाइट के केस आये थे जिसमें से 12 कुदरा ब्लॉक के थे।

सदर अस्पताल भभुआ के सिविल सर्जन डॉ अरुण कुमार तिवारी नें बताया कि पिछले कुछ महीनों से डॉग बाइट की संख्या में वृद्धि हुई हैं। लेकिन कैमूर स्वास्थ्य विभाग के हर अस्पताल में एन्टी रेबिस वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि कैमूर जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में यूपी के लोग भी एन्टी रेबिस वैक्सीन के लिए आते हैं। जिन्हें इंजेक्शन दे जाती हैं। ऐसे में यह आंकड़ा और बढ़ जाता हैं। लेकिन जिला स्वास्थ्य विभाग के हर पीएचसी और अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में दवा उपलब्ध हैं और सभी को यह दिशा निर्देश दिया जा चुका हैं कि डॉग बाईट के मामलों में कोई लापरवाही न करें। सिविल सर्जन ने बताया कि कुदरा ब्लॉक में डॉग बाईट की समस्या सबसे अधिक पाई जा रही हैं।



दूसरी तरफ जिला पशुपालन पदाधिकारी अरविंद कुमार सिन्हा नें बताया कि विभाग द्वारा 42 तरह से दवाओं की अनुमति प्राप्त हैं। पशुपालन विभाग ने पत्र लिखकर यह आदेश मांगा हैं कि एन्टी रेबिस वेक्सीन के लिए विभाग अनुमति दे। उन्हें उम्मीद हैं कि जनवरी माह के आखिरी तक आदेश प्राप्त हो जाएगा। जिसके बाद विभाग जिले के सभी आवारा कुत्तों को यह वैक्सीन लगाएगी। उन्होंने बताया कि पशुपालन विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिलें में 5000 से ज्यादा आवारा कुत्ते हैं।




Conclusion:हालांकि पशुपालन पदाधिकारी का यह दावा हैं कि जनवरी के आखिरी से आवारा कुत्तों को एन्टी रेबिस वैक्सीन लगाई जाएगी। ऐसे में देखा यह होगा कि जिला प्रशासन इस समस्या से छुटकारा के लिए क्या ठोस कदम उठाती हैं।
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