कैमूर: जिले में देसी शराब पुलिस के लिए सिर दर्द बन गया है. आलम यह है कि नक्सल प्रभावित कैमूर पहाड़ी के जिस जंगलों में लोग जाने से डरते हैं. इसी जंगल में पुलिस ने बीते 20 दिनों के अंदर तीन छापेमारी कर दर्जनों देसी शराब की भट्टियों को नष्ट किया है. साथ ही हजारों लीटर महुआ शराब भी बरामद किया है.
शराब माफियाओं के खिलाफ पुलिस सख्त
सूचना मिलने पर पुलिस कार्रवाई करती है और पुलिस के वापस लौटते की कारोबारी दूसरी शराब भट्टी चालू कर देते हैं. इस क्रम में पुलिस ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र चैनपुर स्तिथ जंगल में बसे भुरकुड़ी गांव में छापेमारी की. जिसमें कई देसी शराब की भट्टियों को नष्ट किया. पुलिस ने एक हजार लीटर अर्धनिर्मित शराब को नष्ट किया है. एसपी ने बताया कि शराब माफियाओं के खिलाफ पुलिस सख्त है.
पहाड़ी इलाके में पुलिस ने की छापेमारी
एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि पुलिस करीब 7 किलोमीटर पैदल चलकर गांव तक पहुंची थी. जिसके बाद गांव से अंदर पहाड़ी खाई में करीब 2 किलोमीटर पैदल जंगल में पहाड़ी रास्तों से उतरकर छापेमारी की है. उन्होंने बताया कि इसी महीने में एसडीपीओ अजय प्रसाद के नेतृत्व में जंगल में दो बार छापेमारी कर हजारों लीटर शराब नष्ट की जा चुकी है. साथ ही इस मामले में आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि जंगल में चाहे किसी भी कोने में शराब का निर्माण हो लेकिन हम इसकी बिक्री नहीं होने देंगे.
गिरफ्तार अभियुक्त
- बिहारी बिन्द, खैराडीह, चैनपुर
- भूरा मुसहर, भुरकुड़ी, चैनपुर