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कैमूर: लोन चुकाने के लिए CRPF जवान ने रची अपहरण की झूठी साजिश, हुआ गिरफ्तार

एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि मामले की छानबीन के लिए एक टीम गठित की गई थी. जिसके बाद पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर उसे पटना से मोहनिया आने के क्रम में गिरफ्तार कर लिया.

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CRPF जवान ने रची अपहरण की झूठी साजिश
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Published : Feb 3, 2020, 8:39 PM IST

कैमूर: जिला पुलिस ने खुद के अपहरण की झूठी साजिश रचने वाले सीआरपीएफ जवान को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए जवान ने पर्सनल लोन चुकाने के लिए खुद के अपहरण की झूठी साजिश रच डाली. जिसके बाद पुलिस ने उसे सकुशल बरामद कर लिया.

पत्नी ने कराई थी एफआईआर
एसपी दिलनवाज अहमद ने प्रेस वार्ता कर बताया कि गिरफ्तार किया गया सीआरपीएफ जवान राजदेव कुमार गुप्ता आंध्र प्रदेश में पोस्टेड है. एसपी ने बताया कि जवान की पत्नी नंदिनी कुमारी ने नुआंव थाना में अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था. उसने बताया था कि मायके छोड़ने के दौरान हथियारबंद स्कार्पियो सवार अपराधियों ने मेरे पति का अपहरण कर लिया.

CRPF जवान ने रची अपहरण की झूठी साजिश

कैंप से गायब चल रहा था जवान
एसपी ने बताया कि मामले की छानबीन के लिए एक टीम गठित की गई थी. वैज्ञानिक अनुसंधान शुरू किया गया. जिसके बाद जानकारी मिली की सीआरपीएफ जवान 1 माह पूर्व अपने आंध्र प्रदेश कैंप से फरार था. कैंप की ओर से जवान के मिसिंग होने की सूचना प्रसारित की गई थी. जवान वापस अपने घर लौटता है और झूठी अपहरण की झूठी साजिश रचता है. एसपी ने बताया कि वैज्ञानिक अनुसंधान का सहारा लिया और मामले की तफ्तीश शुरू की. जिसके बाद पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर उसे पटना से मोहनिया आते वक्त गिरफ्तार कर लिया.

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दिलनवाज अहमद, एसपी

पत्नी के संपर्क में था जवान
एसपी ने बताया कि सीआरपीएफ जवान ने अपने पिता से 6 लाख रूपये फिरौती की मांग की थी. पुलिस को घटना की जानकारी देने के लिए मना किया था. एसपी ने बताया कि जब जवान की पत्नी का मोबाइल चेक किया गया. तो पता चला कि सीआरपीएफ जवान लगातार अपनी पत्नी के संपर्क में था.

कैमूर: जिला पुलिस ने खुद के अपहरण की झूठी साजिश रचने वाले सीआरपीएफ जवान को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए जवान ने पर्सनल लोन चुकाने के लिए खुद के अपहरण की झूठी साजिश रच डाली. जिसके बाद पुलिस ने उसे सकुशल बरामद कर लिया.

पत्नी ने कराई थी एफआईआर
एसपी दिलनवाज अहमद ने प्रेस वार्ता कर बताया कि गिरफ्तार किया गया सीआरपीएफ जवान राजदेव कुमार गुप्ता आंध्र प्रदेश में पोस्टेड है. एसपी ने बताया कि जवान की पत्नी नंदिनी कुमारी ने नुआंव थाना में अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था. उसने बताया था कि मायके छोड़ने के दौरान हथियारबंद स्कार्पियो सवार अपराधियों ने मेरे पति का अपहरण कर लिया.

CRPF जवान ने रची अपहरण की झूठी साजिश

कैंप से गायब चल रहा था जवान
एसपी ने बताया कि मामले की छानबीन के लिए एक टीम गठित की गई थी. वैज्ञानिक अनुसंधान शुरू किया गया. जिसके बाद जानकारी मिली की सीआरपीएफ जवान 1 माह पूर्व अपने आंध्र प्रदेश कैंप से फरार था. कैंप की ओर से जवान के मिसिंग होने की सूचना प्रसारित की गई थी. जवान वापस अपने घर लौटता है और झूठी अपहरण की झूठी साजिश रचता है. एसपी ने बताया कि वैज्ञानिक अनुसंधान का सहारा लिया और मामले की तफ्तीश शुरू की. जिसके बाद पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर उसे पटना से मोहनिया आते वक्त गिरफ्तार कर लिया.

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दिलनवाज अहमद, एसपी

पत्नी के संपर्क में था जवान
एसपी ने बताया कि सीआरपीएफ जवान ने अपने पिता से 6 लाख रूपये फिरौती की मांग की थी. पुलिस को घटना की जानकारी देने के लिए मना किया था. एसपी ने बताया कि जब जवान की पत्नी का मोबाइल चेक किया गया. तो पता चला कि सीआरपीएफ जवान लगातार अपनी पत्नी के संपर्क में था.

Intro:कैमूर।

पर्सनल लोन की राशि चुकाने के लिए आंध्र प्रदेश में पोस्टेड सीआरपीएफ के जवान ने खुद के किडनैपिंग की जूठी साजिश रची कैमूर पुलिस ने सीआरपीएफ के जवान को किया गिरफ्तार।


Body:आपकों बतादें कि 27 जनवरी को सीआरपीएफ जवान राजदेव कुमार गुप्ता की पत्नी नंदिनी कुमारी ने नुआंव थाना में एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमें उसने बताया था कि अपने सिपाही पति के साथ मोटरसाइकिल से बक्सर अपने मायके जा रही थी इसी बीच स्कार्पियो सवार कुछ अपराधियों द्वारा पिस्तौल दिखाकर उसके पति को किडनैप कर लिया जाता है ।

घटना की सूचना के बाद पुलिस तत्काल किडनैपिंग के जगह पर पहुंचती है और मामले की छानबीन शुरू कर देती हैं जिसके बाद एसपी दिलनवाज अहमद ने एक टीम गठित की और वैज्ञानिक अनुसंधान शुरू किया गया।

एसपी दिलनवाज अहमद ने प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी कि गिरफ्तार सीआरपीएफ का जवान 1 माह पूर्व अपने आंध्र प्रदेश के कैंप से फरार था कैंप द्वारा जवान की मिसिंग होने की सूचना प्रसारित की गई थी। जवान वापस अपने घर लौटता है और झूठी किडनैपिंग का साजिश रचता है।

उन्होंने बताया एफआईआर में जवान की पत्नी ने अपने सौतेले भाई पर अपने पति का किडनैप का संदेह जाहिर किया था लेकिन पूछताछ में यह पाया गया कि सौतेला भाई इस मामले में संलिप्त नहीं है।


पुलिस ने वैज्ञानिक अनुसंधान का सहारा लिया और मामले की तफ्तीश शुरू की एसपी ने बताया कि लापता सीआरपीएफ के जवान कि तलाश में आंध्र प्रदेश से टीम आई थी। टीम के एक पुलिसकर्मी का दुर्घटना हुआ था जिसमें वह बुरी तरह से घायल हो गया था जो अभी तक कोमा में हैं।


एसपी ने बताया कि गिरफ्तार सीआरपीएफ जवान द्वारा अपने पिता से किडनैपिंग की वसूली राशि के तौर पर 600000 रुपये अपने पिता द्वारा जमा कराई गई थी। पिता को यह बताया गया था कि पुलिस को इस घटना का पता नहीं चलना चाहिए।


एसपी ने बताया कि जब जवान की पत्नी का मोबाइल दोबारा से चेक किया गया तब पता चला कि उसका पति सीआरपीएफ का जवान नंबर बदल बदल कर अपनी पत्नी से संपर्क में था।

जिसके बाद पुलिस ने टावर लोकेशन का पता लगाया और एक टीम को प्रयागराज भेजा लेकिन गिरफ्तार जवान अपना ठिकाना लगातार बदल रहा था और ट्रेन में सफर कर रहा था। ऐसे में पुलिस ने जवान के पीछे प्रयागराज से बैंगलोर जबलपुर और फिर पटना तक का सफर गिरफ्तारी के लिए किया। पटना से मोहनिया आने के क्रम में जवान को गिरफ्तार कर लिया गया।

एसपी ने बताया कि आंध्र प्रदेश के सीआरपीएफ से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि 3 दिसंबर से एक जवान गायब था क्योंकि पूरी टीम नक्सल इलाके में कैंप कर रही थी इसीलिए यह संदेश रहा था कि कहीं नक्सलियों ने तो जवान को अगवा नहीं कर लिया। बाद में फिरौती के कॉल से अपहरण के बारे में उन्हें पता चला।

एसपी ने बताया कि गिरफ्तार जवान मोबाइल डिवाइस का प्रयोग कर अपने आवाज को भारी बना लेता था और फिर फिरौती की मांग करता था।

एसपी ने बताया कि पुलिस के लिए यह बड़ा चैलेंजिंग भरा केस था आखिरकार एक सीआरपीएफ जवान की किडनैपिंग का मामला था। लेकिन पुलिस ने तत्परता से काम लिया और आंध्र प्रदेश और कैमूर में हुए दो फर्जी कांडों का उद्भेदन किया।




Conclusion:एसपी ने बताया कि जवान को गिरफ्तार कर लिया गया हैं और आगे की कार्रवाई की जा रहीं हैं।
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