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3 दिन बाद आने वाले थे घर... सुबह आई CRPF जवान के मौत की खबर, रो-रोकर पत्नी बोली- 'बबुआ अब केकरा के कही पापा'

छत्तीसगढ़ के सुकमा में सीआरपीएफ कैंप (CRPF Camp Sukma) में हुई फायरिंग में कैमूर के रहने वाले जवान धनजी सिंह की मौत हो गई. इसकी सूचना मिलते ही पूरे परिवार में मातम छा गया है. सीआरपीएफ जवान अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं.

सीआरपीएफ जवान
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Published : Nov 8, 2021, 5:49 PM IST

कैमूर (भभुआ): छत्तीसगढ़ के सुकमा में सीआरपीएफ कैंप (CRPF Camp Sukma) में सोमवार को हुई फायरिंग में कैमूर के नुआंव थाना क्षेत्र के रहने वाले जवान धनजी सिंह (Jawan Dhanji Singh) की मौत हो गयी. वह मड़ईगुड़ा के लिंगनपल्ली में सीआरपीएफ कैंप थे. इस घटना की सूचना मिलने पर परिजनों में कोहराम मचा हुआ है.

ये भी पढे़ं- छत्तीसगढ़ के सुकमा में रोहतास के मृत CRPF जवान धर्मेंद्र के घर में मातम, गांव में सन्नाटा

बता दें कि नुआंव थाना क्षेत्र के एवती गांव निवासी धनजी सिंह (35) 2012 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे. उनकी तैनाती छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के मड़ईगुड़ा के लिंगनपल्ली में थी. जहां केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के शिविर में ​जवान ने अपने साथियों पर गोली चला दी. जिसमें धनजी सिंह की मौत हो गयी. इस घटना में चार जवानों की मौत हुई है और तीन घायल हैं. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान धनजी सिंह की मौत की खबर जानकारी मिलने पर जवान के घर चीख-पुकार मच गयी.

देखें वीडियो

सुकमा में मारे गये धनजी सिंह 3 भाइयों में सबसे छोटे थे. उनका सबसे बड़ा भाई घर पर रहकर खेती और किसानी करते हैं जबकि दूसरा भाई सीआरपीएफ में है. उसकी तैनाती जम्मू कश्मीर में है. मृतक जवान की 2014 शादी में हुई थी. परिवार में उनकी पत्नी रूपा देवी और 2 पुत्र हैं. इस घटना से पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है. पत्नी बार-बार कह रही थी ' बबुआ अब पापा केकरा के कही'. इधर दोनों बेटों के चीत्कार व करुण रुदन से सभी लोगों के आंखों में आंसू आ गये.

मृतक सीआरपीएफ जवान के पिता महेंद्र सिंह ने बताया कि बेटा सितंबर माह में 10 दिन की छुट्टी पर घर आया था और उसके बाद वह ड्यूटी पर चला गया. 11 नवंबर को फिर से वह घर आने वाले थे. रविवार की रात 8:30 बजे उनसे फोन पर बात हुई और उन्होंने बताया कि सब हाल-चाल ठीक है. वह 11 नवंबर को घर पहुंच जाएंगे. सुबह होते ही मेरे बेटे की मरने की खबर आयी.

ये भी पढ़ें- फरियादी को देखते ही CM ने पूछा- 'आपके पिता की तो हत्या हो गई थी, मुआवजा अभी तक नहीं मिला ?'

कैमूर (भभुआ): छत्तीसगढ़ के सुकमा में सीआरपीएफ कैंप (CRPF Camp Sukma) में सोमवार को हुई फायरिंग में कैमूर के नुआंव थाना क्षेत्र के रहने वाले जवान धनजी सिंह (Jawan Dhanji Singh) की मौत हो गयी. वह मड़ईगुड़ा के लिंगनपल्ली में सीआरपीएफ कैंप थे. इस घटना की सूचना मिलने पर परिजनों में कोहराम मचा हुआ है.

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बता दें कि नुआंव थाना क्षेत्र के एवती गांव निवासी धनजी सिंह (35) 2012 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे. उनकी तैनाती छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के मड़ईगुड़ा के लिंगनपल्ली में थी. जहां केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के शिविर में ​जवान ने अपने साथियों पर गोली चला दी. जिसमें धनजी सिंह की मौत हो गयी. इस घटना में चार जवानों की मौत हुई है और तीन घायल हैं. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान धनजी सिंह की मौत की खबर जानकारी मिलने पर जवान के घर चीख-पुकार मच गयी.

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सुकमा में मारे गये धनजी सिंह 3 भाइयों में सबसे छोटे थे. उनका सबसे बड़ा भाई घर पर रहकर खेती और किसानी करते हैं जबकि दूसरा भाई सीआरपीएफ में है. उसकी तैनाती जम्मू कश्मीर में है. मृतक जवान की 2014 शादी में हुई थी. परिवार में उनकी पत्नी रूपा देवी और 2 पुत्र हैं. इस घटना से पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है. पत्नी बार-बार कह रही थी ' बबुआ अब पापा केकरा के कही'. इधर दोनों बेटों के चीत्कार व करुण रुदन से सभी लोगों के आंखों में आंसू आ गये.

मृतक सीआरपीएफ जवान के पिता महेंद्र सिंह ने बताया कि बेटा सितंबर माह में 10 दिन की छुट्टी पर घर आया था और उसके बाद वह ड्यूटी पर चला गया. 11 नवंबर को फिर से वह घर आने वाले थे. रविवार की रात 8:30 बजे उनसे फोन पर बात हुई और उन्होंने बताया कि सब हाल-चाल ठीक है. वह 11 नवंबर को घर पहुंच जाएंगे. सुबह होते ही मेरे बेटे की मरने की खबर आयी.

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