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नल-जल योजना की जमीनी हकीकत, CM ने किया था उद्घाटन, 4 माह बाद भी पानी को तरस रहे लोग

कैमूर जिले के भभुआ प्रखंड के जमुआव गांव के लोग काफी समय से पीने के पानी की परेशानी झेल रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी योजना 'हर घर नल का जल' का काम शुरू हुआ तो गांव के लोगों को खुशी हुई. उनके बीच उम्मीद जगी कि अब पीने के पानी की दिक्कत नहीं रहेगी. काम पूरा होने के बाद सीएम ने उद्घाटन भी कर दिया, लेकिन सरकारी नल से पानी नहीं आया.

har ghar nal ka jal scheme ground reality
नल जल योजना की जमीनी हकीकत
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Published : Jan 11, 2021, 8:44 PM IST

कैमूर (भभुआ): बिहार के कैमूर जिले के भभुआ प्रखंड के जमुआव गांव के लोग काफी समय से पीने के पानी का संकट झेल रहे हैं. जल स्तर नीचे जाने के चलते गांव के चापाकल सूख चुके हैं. गांव में जब बिहार सरकार की महत्वकांक्षी योजना 'हर घर नल का जल' के तहत काम शुरू हुआ तो लोगों को खुशी हुई. उनके बीच उम्मीद जगी कि अब पीने के पानी की परेशानी नहीं होगी.

काम पूरा होने पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उद्घाटन भी कर दिया. उद्घाटन हुए चार माह हो गए, लेकिन सरकारी नल से पानी नहीं आया. लोग अब भी पीने के पानी की बाट जोह रहे हैं.

देखें रिपोर्ट

टंकी लगाने के लिए जमीन दी, न मिला पानी
पानी नहीं मिलने से ग्रामीणों में नाराजगी है. ग्रामीणों का कहना है कि उनलोगों ने कई बार अधिकारी से गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. ग्रामीण शुक्ला श्रीवास्तव ने कहा कि पानी की टंकी लगाने के लिए जमीन नहीं मिल रही थी तो मैंने अपनी जमीन दी. सोचा था कि मुझे और गांव के लोगों को पानी मिलेगा, लेकिन अब तक पानी नहीं मिला.

water tank
जमुआव गांव में लगी पानी की टंकी.

लो वोल्टेज के चलते नहीं चल पा रहा पंप
जमुआव गांव में नल जल योजना का काम पीएचईडी विभाग द्वारा कराया गया है. जमुआव के वार्ड 6 में 150 घरों में नल लगाया गया है. इसमें 25 लाख रुपए खर्च हुए. गांव में लो वोल्टेज रहने के चलते पंप नहीं चल पा रहा है. पानी की सप्लाई न होने के लिए पीएचईडी के अधिकारी बिजली विभाग को जिम्मेदार बता रहे हैं.

"वोल्टेज लो होने के कारण मोटर से टंकी में पानी नहीं चढ़ रहा है. भभुआ के जमुआव सहित 12 वार्डों में ऐसी परेशानी है. इन जगहों पर लो वोल्टेज के कारण नल जल योजना का लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है. इसके लिए बिजली विभाग के अधिकारियों से बात हुई है. जल्द इस समस्या का निदान कर लिया जाएगा."- सुनील कुमार सुमन, कार्यपालक पदाधिकारी, पीएचईडी विभाग

कैमूर (भभुआ): बिहार के कैमूर जिले के भभुआ प्रखंड के जमुआव गांव के लोग काफी समय से पीने के पानी का संकट झेल रहे हैं. जल स्तर नीचे जाने के चलते गांव के चापाकल सूख चुके हैं. गांव में जब बिहार सरकार की महत्वकांक्षी योजना 'हर घर नल का जल' के तहत काम शुरू हुआ तो लोगों को खुशी हुई. उनके बीच उम्मीद जगी कि अब पीने के पानी की परेशानी नहीं होगी.

काम पूरा होने पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उद्घाटन भी कर दिया. उद्घाटन हुए चार माह हो गए, लेकिन सरकारी नल से पानी नहीं आया. लोग अब भी पीने के पानी की बाट जोह रहे हैं.

देखें रिपोर्ट

टंकी लगाने के लिए जमीन दी, न मिला पानी
पानी नहीं मिलने से ग्रामीणों में नाराजगी है. ग्रामीणों का कहना है कि उनलोगों ने कई बार अधिकारी से गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. ग्रामीण शुक्ला श्रीवास्तव ने कहा कि पानी की टंकी लगाने के लिए जमीन नहीं मिल रही थी तो मैंने अपनी जमीन दी. सोचा था कि मुझे और गांव के लोगों को पानी मिलेगा, लेकिन अब तक पानी नहीं मिला.

water tank
जमुआव गांव में लगी पानी की टंकी.

लो वोल्टेज के चलते नहीं चल पा रहा पंप
जमुआव गांव में नल जल योजना का काम पीएचईडी विभाग द्वारा कराया गया है. जमुआव के वार्ड 6 में 150 घरों में नल लगाया गया है. इसमें 25 लाख रुपए खर्च हुए. गांव में लो वोल्टेज रहने के चलते पंप नहीं चल पा रहा है. पानी की सप्लाई न होने के लिए पीएचईडी के अधिकारी बिजली विभाग को जिम्मेदार बता रहे हैं.

"वोल्टेज लो होने के कारण मोटर से टंकी में पानी नहीं चढ़ रहा है. भभुआ के जमुआव सहित 12 वार्डों में ऐसी परेशानी है. इन जगहों पर लो वोल्टेज के कारण नल जल योजना का लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है. इसके लिए बिजली विभाग के अधिकारियों से बात हुई है. जल्द इस समस्या का निदान कर लिया जाएगा."- सुनील कुमार सुमन, कार्यपालक पदाधिकारी, पीएचईडी विभाग

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