कैमूर(भभुआ): बैंकों के निजीकरण करने के सरकार के फैसले के विरोध में आज से बैंककर्मी दो दिन की हड़ताल पर बैठ गए हैं. जिले में भी इस हड़ताल का असर देखने को मिला. इस हड़ताल की वजह से लोगों को परेशानी हो रही है. खातों में जमा-निकासी नहीं हो पाई है.
बैंकों के निजीकरण के खिलाफ सड़क पर उतरे बैंककर्मी
कैमूर में बैंकों के निजीकरण के खिलाफ दो दिवसीय बैंक हड़ताल का पहला दिन काफी असरदार रहा. विभिन्न बैंकों के कर्मी अपने-अपने बैंक के सामने हड़ताल पर रहे. इस दौरान बैंक के निजीकरण का फैसला वापस लेने की मांग की गई और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई.
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'सरकार बैंकों का निजीकरण कर रही है, जो कि कही से भी उचित नहीं है. सरकार अभी भी हमलोगों की बात नहीं मानती है तो आगे हमलोग पुरजोर आंदोलन करेंगे'. प्रदीप कुमार, बैंक कर्मी
केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीयकृत बैंकों के निजीकरण की नीति का विरोध किया जा रहा है. 15-16 मार्च को बैंक कमियों ने हड़ताल का फैसला लिया. दो दिन की इस हड़ताल की वजह से बैंकों में तालाबंद कर कर्मचारी विरोध जता रहे हैं.
कैमूर(भभुआ): बैंकों के निजीकरण करने के सरकार के फैसले के विरोध में आज से बैंककर्मी दो दिन की हड़ताल पर बैठ गए हैं. जिले में भी इस हड़ताल का असर देखने को मिला. इस हड़ताल की वजह से लोगों को परेशानी हो रही है. खातों में जमा-निकासी नहीं हो पाई है.
'सरकार बैंकों का निजीकरण कर रही है, जो कि कही से भी उचित नहीं है. सरकार अभी भी हमलोगों की बात नहीं मानती है तो आगे हमलोग पुरजोर आंदोलन करेंगे'. प्रदीप कुमार, बैंक कर्मी
केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीयकृत बैंकों के निजीकरण की नीति का विरोध किया जा रहा है. 15-16 मार्च को बैंक कमियों ने हड़ताल का फैसला लिया. दो दिन की इस हड़ताल की वजह से बैंकों में तालाबंद कर कर्मचारी विरोध जता रहे हैं.