जहानाबाद: बिहार के जहानाबाद जिला मुख्यालय के स्टेशन के समीप की रहने वाली कृति ने इंडियन इकोनामिक सर्विस (Indian Economic Service) में सलेक्ट होकर अपनी प्रतिभा का पताका फहरा दिया है. उसकी इस उपलब्धि से ना सिर्फ उसके माता-पिता बल्कि जिले वासी भी गौरांवित हैं. कृति का यूपीएससी की प्रतिष्ठित इंडियन इकोनामिक सर्विस में चयन होना अपने आप में एक गौरव की बात है.
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कृति ने जिले का नाम किया रौशन: महज 24 सीटों में 17 स्थान लाकर कृति ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा दिया. कृति के पिता विनय कुमार 2010 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और फिलवक्त योजना एवं विकास विभाग में संयुक्त सचिव हैं. जबकि माता मंजू चंद्रा पीजी तक पढ़ी है और हाउसवाइफ हैं. कृति ने स्कूली शिक्षा प्लस टू 2013 में राजस्थान के बिरला बालिका पीठ पिलानी की. जबकि 2016 में उसने ग्रेट्यूशन दिल्ली के प्रतिष्ठित मिरांडा हाउस से किया और 2018 में पीजी की पढ़ाई दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से किया है.
घर में खुशी का माहौल: कृति की इस सफलता से उसके माता मंजू चंद्रा और पिता विनय कुमार दोनों गदगद हैं. कृति शुरू से ही प्रतिभावान स्टूडेंट रही है. उसके आईएएस पिता विनय कुमार ने बताया कि कृति ने नेट जेआरफ भी पास किया है. जबकि दो बार आरबीआई का भी रिटेन एग्जाम निकाल चुकी है. परिवार में पापा तो आईएएस अधिकारी है. मां पीजी तक पढ़ी है और हाउस वाइफ हैं. कृति की बड़ी बहन भी भुवनेश्वर में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं. कृति अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता बहन और गुरु को देती है. जिसके आशीर्वाद और सहयोग की बदौलत आज मुकाम हासिल हो सका है.
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