जहानाबादः जहानाबाद के हुलासगंज प्रखंड के बिहटा मुसहरी टोला में सोमवार को 'सब पढ़ेंगे सब बढ़ेंगे' कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी भाग लिया. उन्होंने सैकड़ों दलित समुदाय की महिलाओं एवं पुरुषों को संबोधित करते हुए सभी राजनीतिक पार्टियों पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बावजूद भी दलित समुदाय, मांझी परिवार के लोगों को सभी राजनीतिक पार्टियां गुलाम बना कर रखना चाहती हैं.
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सबको शिक्षा एक समान मिले : पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीतिक पार्टियां नहीं चाहती हैं कि मांझी दलित समुदाय के लोग पढ़े और आगे बढ़े. उन्होंने कहा कि अगर ऐसी बात नहीं है तो चुनाव के समय जो सभी राजनीतिक पार्टियां घोषणा पत्र जारी करती हैं उसमें क्यों नहीं बाबा भीमराव अंबेडकर के द्वारा बनाए गए संविधान 'सबको शिक्षा एक समान' को लागू करती है. उन्होंने साफ हिदायत देते हुए कहा कि उन्हीं राजनीतिक पार्टियों को वोट करें जो चुनाव के समय घोषणापत्र जारी करते है उसमें 'सबको शिक्षा एक समान' लागू करने का घोषणा पत्र जारी करे तभी राजनीतिक पार्टियों को वोट करें अन्यथा उन्हें वोट ना करें.
"उन्हीं राजनीतिक पार्टियों को वोट करें जो चुनाव के समय घोषणापत्र जारी करते है उसमें 'सबको शिक्षा एक समान' लागू करने का घोषणा पत्र जारी करे तभी राजनीतिक पार्टियों को वोट करें अन्यथा उन्हें वोट ना करें"- जीतनराम मांझी, पूर्व मुख्यमंत्री
जीतन राम मांझी का स्वागत कियाः इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के साथ हुलासगंज क्षेत्र के समाजसेवी सह हम पार्टी के वरिष्ठ नेता राजेश रंजन, जहानाबाद जिला के जिला अध्यक्ष मनीष शर्मा, पार्टी के वरिष्ठ नेता चुन्नू शर्मा समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे. इससे पहले सभी ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का स्वागत किया. उन्हें फूल माला पहनाया गया. मांझी ने लोगों को शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक किया.