जहानाबाद: बिहार के जहानाबाद में शनिवार को 'हम' पार्टी के नेता एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी मखदुमपुर बाजार में कोल्ड स्टोर का उद्घाटन करने के लिए पहुंचे थे. इस मौके पर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए फिर दोहराया कि संतोष मांझी मुख्यमंत्री पद के काबिल (Jitan Ram Manjhi his son should be Chief Minister) उम्मीदवार हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि वो महागठबंधन में हैं. नीतीश कुमार के साथ हैं. इमानदारी पूर्वक रहेंगे. नीतीश कुमार पर मुझे पूर्ण विश्वास है.
इसे भी पढ़ेंः Garib Sampark Yatra in Nawada : जीतन राम मांझी बोले- श्रीबाबू को मिलना चाहिए 'भारत रत्न'
अपने कार्यकाल की तारीफ कीः जब उनसे पूछा गया कि आपने अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है, तो उन्होंने कहा कि इसमें हर्ज क्या है. अगर मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो बिहार को विकास की ओर आगे ले जाएगा. जिस तरह से नीतीश कुमार ने विश्वास कर मुझे मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपी थी और मैंने ईमानदारी पूर्वक अपना कार्य किया था. नौ महीने के शासनकाल में किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं बता सकता है. प्रधानमंत्री ने भी मेरे काम की तारीफ की थी.
नीतीश कुमार के साथ हैंः जीतन राम मांझी ने कहा कि वे नीतीश कुमार के साथ हैं और रहेंगे. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार किसी तरह का धक्का देंगे उसके बाद भी उनके साथ रहेंगे. हालांकि इस दौरान उन्होंने संतोष कुमार से एक विभाग वापस लिये जाने पर नाराजगी भी जाहिर की है. जीतन राम ने कहा कि नीतीश कुमार उन्हें धक्का दे चुके हैं. उनके बेटे के पास दो दो मंत्रालय था जिसमें से एक मंत्रालय ले लिया गया. इसकी शिकायत किसी से नहीं की. उन्होंने कहा कि उन्हें अफसोस भी नहीं है कि मंत्रालय क्यों हटा लिया गया.
इसे भी पढ़ेंः Jitan Ram Manjhi : 'जब मैं मुख्यमंत्री था तो..' जीतन राम मांझी ने 'बेरोजगारी' पर नीतीश कुमार को घेरा
मुख्यमंत्री का फैसला मानने को तैयारः जीतन राम मांझी से जब यह पूछा गया कि नीतीश कुमार ने यह घोषणा कर दी है कि 2025 का चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा तो उन्होंने कहा कि जब नीतीश कुमार की यह घोषणा है तो मैं भी इस घोषणा के साथ खड़ा हूं. उन्होंने कहा कि मैं नीतीश कुमार के साथ रहने का वादा कर चुका हूं, इसलिए नीतीश कुमार जिस पार्टी में जाएंगे उनके साथ रहूंगा. मुख्यमंत्री का जो भी फैसला होगा उसको मानने के लिए तैयार हूं. लेकिन मेरे बेटे में भी मुख्यमंत्री बनने की काबिलियत है, इसलिए अगर मेरे बेटे को भी मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो इसमें हर्ज क्या है.
"इसमें हर्ज क्या है. अगर संतोष को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो वह बिहार को विकास की ओर ले जाएगा. जिस तरह से नीतीश कुमार ने विश्वास कर मुझे मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपी थी और मैंने ईमानदारी पूर्वक अपना कार्य किया था. नौ महीने के शासनकाल में किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं बता सकता है. प्रधानमंत्री ने भी मेरे काम की तारीफ की थी"- जीतन राम मांझी, पूर्व मुख्यमंत्री