जमुई: बिहार के जमुई में किऊल-जसीडीह रेलखंड के जमुई रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार की सुबह झाझा की ओर जा रही एक मालगाड़ी के तीन डिब्बे अचानक अलग हो गए. जिस कारण स्टेशन पर ट्रेनों का इंतजार कर रहे यात्रियों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. मालगाड़ी की कपलिंग खुल जाने के कारण तीन डिब्बे मालगाड़ी से अलग हो गए थे.
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डिरेल होने से होता बड़ा नुकसान: बताया जाता है कि 3 डिब्बे अलग हो जाने के कारण कुछ दूर तक मालगाड़ी आगे बढ़ गया. गनीमत रही कि जिस वक्त दुर्घटना घटी उस वक्त मालगाड़ी की गति काफी कम थी, जिस कारण बड़ा हादसा होने से टल गया. बताया जाता है कि यदि मालगाड़ी की स्पीड ज्यादा होती तो मालगाड़ी से अलग हुए 3 डिब्बे डी रेल हो जाती. जिससे पटरी पर नुकसान होता और इससे एक बड़ा हादसा हो सकता था. लेकिन रेल कर्मियों की मुस्तैदी के कारण बड़ा हादसा होने से टल गया.
प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या बताया: रेलवे स्टेशन पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शी रेल विभाग के सरकारी कुली जयराम तुरी ने बताया कि 'शुक्रवार की सुबह कोयले से लदा माल गाड़ी झाझा की ओर जा रही थी. जो लूप लाइन से होते हुए झाझा स्टेशन की ओर जा रही थी. तभी मालगाड़ी का कपलिंग खुल जाने के कारण तीन डिब्बे मालगाड़ी से अलग हो गए थे.'
चालक की मुस्तैदी से टला हादसा: घटना के बाद तुरंत इसकी जानकारी माल गाड़ी के चालक को दी गई. जिसके 10 मिनट के बाद ही दोनों अलग डिब्बे के कपलिंग को जोड़कर मालगाड़ी को आगे बढ़ाया गया. जिससे कोई नुकसान नहीं हुआ. बता दें कि 2 दिन पहले भी किऊल-जसीडीह रेलखंड के दादपुर रेलवे हॉल्ट के पास मालगाड़ी के दो डिब्बे की कटिंग खुल गई थी. उस वक्त भी एक बड़ा हादसा होते-होते बचा था. कुछ दिनों से इस तरह का मामला सामने आ रहा है. इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि रेलवे द्वारा लापरवाही बरती जा रही है. उन माल वाहनों का रिपेयरिंग नहीं की जा रही जिस कारण इस तरह का मामला सामने आ रहा है.