जमुई: टेलीविजन के छोटे पर्दे से बाहर निकल कर बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने वाले दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का बचपन जमुई में भी बीता है. वर्ष 1995 में जमुई के बरहट प्रखंड के नुमर गांव निवासी एडीजी ओमप्रकाश सिंह के साथ सुशांत सिंह राजपूत की बड़ी बहन की शादी हुई थी. जिसके बाद सुशांत सिंह राजपूत छुट्टी के दिनों में नुमर गांव आने लगे. या यूं कहें कि सुशांत सिंह राजपूत का बचपन नुमर गांव में भी बीता है.
बड़ी बहन की हुई थी शादी
बड़ी बहन नीतू सिंह की शादी के बाद सुशांत सिंह राजपूत बचपन से लेकर अपनी युवावस्था के बीच कई बार नुमर गांव आए. समय के साथ उनका लगाव यहां से गहरा होता चला गया. यही कारण है कि फिल्म स्टार बनने के बाद भी वो जमुई को नहीं भूल पाए. जब सुशांत सिंह की बड़ी बहन नीतू सिंह की शादी हुई, तो वे लगभग 12 साल के थे. तब से ही वह अपनी बहन के ससुराल नुमर आते जाते रहे हैं.
अभिनय के प्रति लगाव
रविवार को जैसे ही यह खबर मिली कि सुशांत सिंह राजपूत अब नहीं रहे, तो जमुई में शोक की लहर दौड़ गई. सुशांत सिंह के साथ बिताए दिनों को याद करते हुए नुमर पंचायत के पूर्व मुखिया विकास चंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत के साथ कई साल पटना में बिताए है. वे सरल स्वभाव के थे और अभिनय के प्रति उनका लगाव बचपन से ही था. यही कारण था कि वह अपने युवावस्था में ही पटना को छोड़ अभिनय के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाने के लिए मुंबई चले गए.
जमुई में शोक की लहर
सुशांत सिंह राजपूत के निधन से जमुई के सभी लोग दुखी हैं. क्योंकि सुशांत सिंह राजपूत का लगाव जमुई से पुराना रहा है. वहीं प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि बचपन के दिनों में सुशांत सिंह राजपूत नुमर गांव की गलियों में आम बच्चों की तरह घूमा करते थे और अपनी छुट्टियां बिताया करते थे. इस घटना से उन्हें गहरा आघात लगा है. फिलहाल जमुई में सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद शोक की लहर दौड़ गई है और उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है कि अब वह नहीं रहे.