जमुई: बिहार का जमुई मंडल कारा (Jamui Divisional Jail) अक्सर कुव्यवस्थाओं को लेकर चर्चा में रहता है. मंगलवार को कारा प्रशासन की लापरवाही (Negligence of Jamui Jail) से दो कैदियों की हालत गंभीर हो गयी. दोनों को देर रात इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया. जहां दोनों की हालत गंभीर होने पर रातों-रात मेडिकल टीम गठित कर बेहतर इलाज के लिए पटना भेजा गया था. जहां एक कैदी की इलाज के दौरान मौत हो गई जबकि दूसरे की हालत गंभीर बनी हुई है.
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बताया जाता है कि बीजो यादव तथा राजेंद्र दास आपराधिक मामले में महीनों से मंडल कारा में कैद थे. बीते कुछ दिन पहले ही कारा प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई में दोनों घायल हो गये थे. इलाज के लिए उन्हें 25 अक्टूबर को सदर अस्पताल लाया गया था. उसके बाद फिर मंडल कारा भेज दिया गया.
मंगलवार की देर रात दोनों की तबीयत अचानक बिगड़ गई जिसे कड़ी सुरक्षा के बीच इलाज के लिए आनन-फानन में सदर अस्पताल लाया गया. हालत गंभीर होने पर दोनों कैदियों को पटना रेफर कर दिया गया. पटना में इलाज के दौरान बीजो यादव की मौत हो गयी जबकि राजेंद्र दास की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है.
बता दें कि कुछ दिन पहले ही मंडल कारा में बंद कैदियों ने कारा के भीतर कुव्यवस्था एवं कारा प्रशासन द्वारा कैदियों के साथ की जा रही बर्बरता को लेकर एक पत्र पत्रकारों को भेजा था. कैदी के पत्र से कुव्यवस्था व जेल प्रशासन का अमानवीय चेहरा सामने आया था. पत्र में जेलर राजेश कुमार तथा काराधीक्षक अरूण पासवान द्वारा कैदियों के साथ हो रहे अत्याचार पर जिले के वरीय पदाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई थी.
हालांकि इस संबंध में मंडल कारा के अधीक्षक अरुण पासवान से जानकारी लेने के लिए कई बार फोन किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल नहीं रिसीव किया. इसके बाद मंडल कारा के जेलर राजेश कुमार से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि हमें मीडिया कर्मियों के समक्ष बयान देने का निर्देश नहीं है, लेकिन एक कैदी की मौत हुई है.
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