जमुई: झारखंड के गिरिडीह जिले के तिसरी थाना क्षेत्र के पड़नाटांड़ के रहने वाले दो सगे व्यवसाई भाइयों अंशु वर्णवाल और चंदन वर्णवाल हत्या (Giridih Businessman Borothers Killed) मामले में पुलिस को सफलता मिली है. जमुई जिले के खैरा थाने की पुलिस ने दो नामजद दिवाकर मंडल और कारू मंडल को गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल इनदोनों से पुलिस पूछताछ कर रही है. बताया जा रहा है कि दोनों भाई तीन वर्षों से पीर बाबा के संपर्क में भी थे.
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तिसरी के सगे दो भाई हत्याकांड मामले में मृतक चंदन वर्णवाल और अंशु वर्णवाल के भाई कुंदन वर्णवाल ने बताया कि सोनो निवासी " प्रभाकर मंडल जो पीर बाबा " के नाम से प्रसिद्ध है. किसी तरह चंदन और अंशु का संपर्क उससे तीन वर्ष पहले हुआ था. तब दोनों को पैसा डबल करने की बात कहकर अपने जाल में फंसाया था. उसके बाद दोनों भाई बाज़ार से तकरीबन 40 से 50 लाख रुपया लेकर प्रभाकर को दिया था.
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22 जून को पैसा लौटाने की बात हुई थी जिसको लेकर दोनों झारखंड के तिसरी स्थित अपने घर से प्रभाकर के पास आए थे और उसी ने पैसा लेकर शायद दोनों की हत्या कर दी है या करवा दी है. पुलिस जांच पड़ताल करे तो खुलासा होगा हालांकि इस ढोंगी पीर बाबा उर्फ प्रभाकर मंडल के पास मृतक चंदन की पत्नी भी गई थी जिसे प्रभाकर अपने मुंह से सोना की मूर्ति निकाल कर दिखाया था और पलंग पर बिछे बेड के नीचे रखा ढेर सारा पैसा दिखा कर अपने वश में कर लिया था.
दरअसल 22 जून को झारखंड के तिसरी के पड़नाटांड़ से दोनों भाई पल्सर बाइक से घर से निकले थे. बुधवार 21 जुलाई को जमुई जिले के गढ़ी डैम से लगभग तीन किलोमीटर आगे मनवा जंगल में दोनों की बाइक, कपड़ा आदि चीजें बरामद की गई. बाइक के आधार पर शवों की शिनाख्त की गई.
मामले को लेकर बरनवाल सेवा समिति की जिला कमेटी ने पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार मंडल को आवेदन देकर आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए गुहार लगाई. साथ ही खैरा थानाध्यक्ष पर भी सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है. क्योंकि उक्त दोनों व्यवसाई के लापता होने के दो दिन बाद उनका पर्स जमुई जिले के खैरा थाना क्षेत्र के गढ़ी डैम के पास मिला था. इसके बाद परिजन और कमेटी, खैरा थानाध्यक्ष सिधेश्वर पासवान से मिलकर एफआईआर दर्ज करने और जांच पड़ताल करने की गुहार लगाते रहे लेकिन थानाध्यक्ष ने एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया और सभी को भगा दिया. इन लोगों का कहना है कि अगर समय पर कारवाई की जाती तो दोनों भाईयों की जान बच सकती थी.
'पूरे मामले में जमुई जिले के एक बाबा का नाम आ रहा जो चमत्कार के साथ-साथ रुपये डबल करने का कारोबार करते हुऐ अकूत संपत्ति बना लिया है. रूपये के लेनदेन को लेकर उक्त दोनों भाईयों का बाबा से संपर्क था. इन सभी बिंदुओं पर भी जांच होनी चाहिए. चर्चा इस बात की भी है की दोनों भाईयों पर लाखों कर्ज था. जांच पड़ताल में ही मामले का खुलासा हो पाऐगा.'- राजकुमार यादव,पूर्व विधायक, भाकपा माले
दूसरी तरफ मामले को लेकर भाकपा माले के पूर्व विधायक राजकुमार यादव ने भी पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल खड़ा करते हुऐ , थानाध्यक्ष पर कारवाई करने की मांग की है और मामले की जांच एसआईटी , आईजी , डीजीपी से कराने की मांग की है. साथ ही चेतावनी दी है कि अगर पुलिस कारवाई नहीं करती है तो आंदोलन किया जाएगा.