जमुई: जिले के झाझा प्रखंड अंतर्गत जिला नागी डैम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तीन दिवसीय बर्ड फेस्टिवल 'कलरव' का शुभारंभ किया है. प्रथम राज्य पक्षी महोत्सव में उड़ीसा से आए कलाकारों की ओर से लकड़ी से बने बर्तन और टेबल लैंप लगाया गया है. यह मुख्यमंत्री सहित अन्य लोगों को अपनी और आकर्षित कर रहा है.
लकड़ी से बने सामग्री का स्टॉल
बताया जा रहा है कि तीन दिवसीय प्रथम पक्षी महोत्सव में शनिवार को उड़ीसा से आए कलाकारों ने लकड़ी से बने कुर्सी, टेबल, लैंप, टोकरी और गुलदस्ता लगाया है. कलाकार जयदेव कुमार ने बताया कि उन्हें जानकारी दी गई थी कि जिले के झाझा प्रखंड अंतर्गत नागी डैम में तीन दिवसीय पक्षी सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें जिले ही नहीं बल्कि दूसरे जिले के अलावा अन्य जगहों से पर्यटक पहुंचने वाले हैं. जिसको लेकर उनके कलाकारों की ओर से लकड़ी से बने सामग्री का स्टॉल लगाया. जो इस महोत्सव में पहुंचने वाले लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा था.
कलाकारों का सरकार करेगी समर्थन
उड़ीसा से आए कलाकारों ने बताया कि लकड़ी से बने इन सभी चीजों को देखकर मुख्यमंत्री काफी प्रसन्न हुए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें भरोसा दिया है कि इन सभी चीजों का बढ़ावा दें सरकार भी उनका समर्थन करेगी. इसके साथ ही इस दिशा में उन्हे रोजगार का अवसर मिलेगा.
पहला बर्ड फेस्टिवल "कलरव"
बता दें कि बिहार का पहला बर्ड फेस्टिवल "कलरव" शुक्रवार से शुरू हो गया है. ये बर्ड फेस्टिवल जमुई जिले के नागी बर्ड सैक्चुरी में मनाया जा रहा है. ये महोत्सव 3 दिनों तक चलेगा. इस फेस्टिवल में दुनिया के बड़े- बड़े एक्सपर्ट और बर्ड लवर आएंगे. ये फेस्टिवल, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की ओर से आयोजन किया जा रहा है. जिसका मकसद लोगों को पक्षियों के बारे में और ज्यादा जागरूक करने का है. पर्यावरण विभाग की ओर से बड़े- बड़े एक्सपर्ट्स को बुलाया जा रहा है. ताकि पक्षियों से जुड़ी सारी चीजों के लिए चर्चा की जा सके. जहां ये एक्सपर्ट अलग- अलग पक्षियों की प्रजातियों, उनकी आदतें और उन्हें कैसे बचाया जा सकता है. इसके बारे में चर्चा करेंगे.