जमुई: जिले के चोरमार जंगल से एक नक्सली (Naxalite) के गिरफ्तार होने के बाद नक्सली दस्ते ने अब चकाई के जंगली इलाकों में अपना नया ठिकाना बनाया है. 4 अगस्त को सुरक्षाबलों (Security Forces) ने बरहट थाना क्षेत्र के चोरमारा जंगल में सर्च अभियान के दौरान उमेश कोड़ा नाम के एक नक्सली को हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया था. बताया जाता है कि जिसके बाद नक्सली दस्ता चकाई के जंगली इलाके में चला गया.
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दरअसल चार अगस्त को चोरमारा के जंगल में सुरक्षाबलों के छापेमारी अभियान के दौरान भाकपा माओवादी संगठन के शीर्ष नक्सली नेता प्रवेश दा उर्फ अनुज सोरेन, नक्सली प्रवक्ता अरविंद यादव उर्फ अविनाश और हार्डकोर नक्सली कमांडर अर्जुन कोड़ा और बालेश्वर कोड़ा सहित कई नक्सली मौजूद थे. जो अंधेरे का फायदा उठाकर जंगली रास्तों से फरार हो गए. हालांकि सुरक्षाबलों ने उमेश कोड़ा को हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया.
सुरक्षाबलों की कार्रवाई के डर से भागकर नक्सली संगठन का दस्ता 5 अगस्त को चकाई प्रखंड के चंद्रमंडी थानातंर्गत सतपोखरा के जंगल में पहुंचा था. जहां कुछ स्थानीय लोग जो जंगली इलाकों में लकड़ियां काट अपना जीवनयापन करते हैं उनके द्वारा दस्ते को देखे जाने की बात बताई गई. वहीं जैसे इस बात की जानकारी सुरक्षाबलों को लगी सुरक्षा बल भी अलर्ट हो गए. लेकिन इधर नक्सलियों को भी भनक लग गई कि इस जंगल में आने की सूचना सुरक्षा बलों को मिल गई है. इसके बाद शुक्रवार सुबह नक्सली दस्ता सगवरिया के जंगली रास्ते से पहले चिहरा होते हुए बिल्ली गगनपुर के जंगलों में प्रवेश कर गया.
'दो दिनों से चन्द्रमंडी थाना क्षेत्र के सतपोखरा, हेरला और सपहा के जंगली इलाकों में नक्सलियों के आने की सूचना प्राप्त हुई है. जिसकी जानकारी वरिय पुलिस पदाधिकारी को दी गई है और हमारे सुरक्षा बल भी तैयार हैं जो नक्सलियों को करारा जवाब देने के लिए तैयार हैं.' - बृजभूषण सिंह, चन्द्रमंडी थानाध्यक्ष
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