जमुई: सदर थाना क्षेत्र के गादी बुकार गांव में 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के उपलक्ष्य में भव्य शोभायात्रा निकाली गई थी, जिसमें दो पक्षों के बीच हुई झड़प में युवक की हत्या कर उसका सिर गायब कर दिया गया था, वहीं, इस घटना के 16 दिन बीत जाने के बाद भी युवक के सिर को पुलिस बरामद नहीं कर पाई है, जिसको लेकर इलाके के लोगों में दहशत का माहौल है.
प्रशासन से सभी आरोपी को फांसी देने की मांग
बता दें कि 7 अगस्त को खैरा थाना क्षेत्र के गादी बुकार गांव में मो. सलीम खान के पुत्र मो. इबरान अपने साथी मो. अकबर के साथ बाइक पर सवार होकर गादी बुकार के रास्ते जमुई जा रहा था. तभी दो पक्षों के बीच झड़प हो गई और दोनों को कुछ लोगों ने अगवा कर उसे एक पास के स्कूल में बंद कर बुरी तरह से पीटा.
इस दौरान अकबर किसी तरह उनके चंगुल से फरार हो गया, जबकि इबरान को कुछ लोगों ने तेज हथियार से मारकर सिर उसके धड़ से अलग कर दिया था, जिसके बाद इबरान के सिर और धड़ को अलग-अलग जगह पर फेंक दिया गया था. घटना के दूसरे दिन पुलिस ने युवक के धड़ को बरामद कर लिया, लेकिन उसके सिर को पुलिस अभी तक बरामद नहीं कर पाई है. ऐसे में शनिवार को मृतक युवक की मां रवीना खातून ने सभी आरोपी को जिला प्रशासन से फांसी देने की मांग की है.
युवक की हत्या का मामला
बता दें कि 5 अगस्त को शोभा यात्रा निकालने के दौरान दो पक्षों के बीच जमकर झड़प हो गई थी. जिसमें एक युवक की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद मृतक के भाई मो. मुस्तकीम के फर्द बयान के आधार पर गांव के ही राहुल कुमार, बिरजू रावत, सुभाष रावत, रंजीत रावत, पिंकी देवी, नंदन कुमार सहित 25 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था. जबकि, 25 अज्ञात के खिलाफ सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. वहीं घटना के बाद पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है.