जमुई: बिहार के जमुई में हरियाणा के व्यवसायी से एक करोड़ रुपये की ठगी (Fraud In Jamui) हुई. सोनीपत निवासी व्यवसायी हरदीप दलाल का ट्रांसपोर्ट का बड़ा कारोबार है. इन्हीं कारोबार के बीच लखीसराय निवासी सुकुल साव ने व्यवसायी से संपर्क साधकर पूरे झारखंड में कोल माइंस का ठेका दिलाने के नाम पर झांसे में लिया. सूचना मिलते ही जमुई पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चार रेलवे पुलिस और सरगना सुकुल साव के सहयोगी तनिक वर्मा को गिरफ्तार किया.
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कारोबारी के घर से ठगी : सुकुल साव ने व्यवसायी से बातचीत में बताया कि इस ठेका को लेने के लिए आपके सारे कागजात की जांच पड़ताल की जाएगी. इसी बीच जांच पड़ताल करने के लिए एक सारा नाम की महिला सोनीपत में व्यवसायी के घर पहुंच गई. उसने व्यवसायी के सारे कागजात की जांच पड़ताल करने के बाद व्यवसायी को आश्वस्त किया कि कोल माइंस का ठेका आपको ही मिलेगा. तभी व्यवसायी ने उस महिला को 50 लाख रुपये कैश दे दिये. महिला ने कहा कि कुछ दिनों के बाद आपको वहां बुलाया जाएगा.
दूसरी बार ठगकर लिए 49 लाख रुपये: सोनीपत व्यवसायी हरदीप दलाल को झारखंड राज्य स्थित देवघर बुलाया गया. वहां भी व्यवसायी से 49 लाख रूपया एक एकाउंट में ट्रांसफर करवाने के बाद कहा गया कि यह ठेका आपको नहीं दिया जा सकता. क्योंकि आपके कुछ कागजातों में त्रुटि है. तब उस व्यवसायी ने सुकुल साव को बोला कि हमें ठेका नहीं मिला तब जो पैसे हमने दिए हैं. उसे हमें लौटा दो. तभी सुकुल साव ने बोला कि मेरे दो आदमी आपके पास जाकर आपके पैसे सुरक्षित तरीके से लौटा देंगे.
सुकुल साव का बड़ा गैंग भी शामिल: जानकारी के मुताबिक सुकुल साव का पैसा डबल करने का एक बड़ा गैंग लखीसराय और आसपास के जिलों में फैला हुआ है. शहर के धमराइचक मोहल्ले निवासी तनिक वर्मा और लाली पहाड़ी का मुकेश ठाकुर उक्त दोनों व्यक्तियों को व्यवसाई हरदीप दलाल के साथ पैसे वाला बैग के साथ हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन में चढ़ाया गया. इतने में ही उसके गैंग ने बैग बदल दिया. उनलोगों ने पैसों वाले बैग के स्थान पर कागज भरा दे दिया.
चार आरपीएफ भी शामिल: इधर, सुकुल ने पहले से ही चार आरपीएफ जवान को झाझा स्टेशन पर तैयार रखकर कहा गया था कि शराब या अन्य जांच पड़ताल के नाम पर वो बैग ले लेना है. जिससे व्यवसाई को ऐसा लगे कि पैसों से भरा बैग पुलिस लेकर गई. चारों जवान जांच पड़ताल के नाम पर व्यवसायी को चकमा देकर बैग लेकर गायब हो गए. इस तरह से पूरा मामला झाझा रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया.
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर छानबीन: गिरफ्तार लखीसराय निवासी तनिक वर्मा ने बताया कि सुकुल साव पार्टी से पैसा लेकर हमें कहा था कि अटैची उतार लेना, ट्रेन पर हमलोग जसीडीह में ट्रेन में चढ़े थे. सुकुल साव भी लखीसराय लाली पहाड़ी का निवासी है. रांची के मुकेश ठाकुर ने झाझा में अटैची उतार लिया. उस अटैची में पैसा नहीं केवल कागज था. इस जांच पड़ताल में सामने आया कि चार जवानों की भी इसमें संलिप्तता है.
"सुकुल साव पार्टी से पैसा लेकर हमें कहा था कि अटैची उतार लेना, ट्रेन पर हमलोग जसीडीह में ट्रेन में चढ़े थे. वहीं से पुलिसवालों की मदद से पैसे उतार लिए थे".- तनिक वर्मा, सहयोगी
सुकुल गांव के घर छापेमारी: उसके बाद झाझा पुलिस लखीसराय पहुंचकर सुकुल साव के घर पर छापेमारी करने पहुंची. जबकि वह अपने घर से फरार था. उसके सहयोगी तनिक वर्मा ने पूछताछ में खुलासा किया कि तब जाकर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संलिप्त जवानों की पहचान की गई. सभी जवानों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. उन चारों रेल पुलिस में एक झाझा रेल थाना, किउल का दो जवान और बड़हिया का एक जवान शामिल था.