जमुई (झाझा): प्रखंड अंतर्गत बाराकोला पंचायत मेंभाकपा-माले के शाखा कमिटि के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीणों ने शनिवार को विरोध-प्रदर्शन किया. विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे भाकपा-माले के जिला कमिटी सदस्य और बाराकोला पंचायत के मुखिया रमेश यादव ने कहा कि भारत की आजादी मिलने के बाद इस देश में लोकतंत्र स्थापित हुआ.
सभी नागरिक को वोट देने और चुनाव लड़ने का अधिकार दिया गया था. लेकिन आज नीतीश-मोदी के सुशासन की सरकार में इस देश की लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई जा रही है.
क्या कहते हैं मुखिया
मुखिया रमेश यादव ने कहा कि झाझा प्रखंड अंतर्गत बाराकोला पंचायत में वर्ष 2015 में बाराकोला पैक्स के लिए अध्यक्ष पद के लिये मनोज यादव, पिता महेंद्र यादव जिनकी मतदाता सूची में क्रमांक 281 पर दर्ज है. वो कॉपरेटिव के पूर्ण सदस्य थे.
मतदाता सूची में पूर्ण सदस्य
मनोज यादव ने पिछले चुनाव में नामांकन किया था. चुनाव लड़े थे. लेकिन इस बार वर्तमान पैक्स अध्यक्ष और सहकारिता विभाग की मिलिभगत से पंचायत के सैकड़ों लोग, जो पिछले मतदाता सूची में पूर्ण सदस्य थे, उन्हें नये मतदाता सूची में सह सदस्य बना दिया गया. जिस कारण वो लोग, जो अध्यक्ष और सदस्य के लिये चुनाव लड़े थे, वो सह सदस्य होने के कारण इस चुनाव में कोई प्रतिद्वंदी चुनाव नहीं लड़ पाएंगे.
आंदोलन की चेतावनी
रमेश यादव ने कहा कि धरने के माध्यम से सरकार से मांग करना चाहता हूं कि 2015 का चुनाव जिस मतदाता सूची के आधार पर किया गया, उसी आधार पर इस बार का भी चुनाव कराया जाए. नहीं तो आने वाले दिन में भाकपा-माले इस सवाल को लेकर आंदोलन करेगी.
जनता को गुमराह कर रही सरकार
इस मौके पर माले जिला कमिटी सदस्य गुलटन पुजहर ने कहा कि इस कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण लोगों के रोजगार छिन गए. जनता भूख से मर रही है और डीलर कार्डधारी को जुलाई महीने खत्म होने के बाद भी राशन नहीं मिल रहा है. सरकार बड़ी-बड़ी बातें कर रही है और जनता को गुमराह कर रही है.