जमुई: बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ के आह्वान पर जिले में कार्यरत संविदा कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल लगातार दूसरे दिन भी जारी रही. जिले में स्वास्थ्य संबंधित सभी डाटा फीडिंग का कार्य प्रभावित हो गया है. जानकारी के मुताबिक हड़ताल के कारण स्वास्थ्य विभाग से संबंधित रिपोर्टिंग सहित अन्य कार्य पूरे तरह से ठप हो गए हैं.
संविदाकर्मी अपनी 16 सूत्री मांगों के समर्थन में पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत हड़ताल पर चले गए. जिले में कार्यरत लगभग 125 संविदा कर्मी जिला स्वास्थ्य समिति के नेतृत्व में हड़ताल पर हैं. हड़ताल के तीसरे चरण में संविदा कर्मियों ने अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है.
संविदा कर्मियों में गुस्सा
संविदा कर्मियों का कहना है कि सरकार हर बार केवल आश्वासन देती है. कुछ समय बाद वह आश्वासन को ठंडे बस्ते में डाल देती है. इससे उनकी 16 सूत्री मांग लंबित है. संविदा कर्मियों के भरोसे चल रहे स्वास्थ विभाग में संविदा कर्मियों की ही सबसे बदतर स्थिति है. सरकार की हर योजनाओं को धरातल पर डालने में संविदा कर्मी दिन रात लगे हैं. लेकिन सरकार उन लोगों की मांगों को पूरा नहीं कर रही.
संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की प्रमुख मांगें निम्नलिखित है:
- राज्य से लेकर स्वास्थ्य उप केंद्र तक प्रबंधकीय कैडर कर्मियों का 1 माह का समतुल्य प्रोत्साहन राशि दे
- एनएचएम के सभी संविदा कर्मियों को नियमित करें
- एनएचएम के तहत सभी संविदा कर्मी का जिनका वर्ष 2011 से अब तक मानदेय पुनरीक्षण लंबित है
- फिटमेंट कमेटी की अनुशंसा लागू करने पूर्व से कार्यरत कर्मियों को नियुक्त आयु में 15 वर्ष की छूट और प्राथमिकता देने सहित 16 सूत्री प्रमुख मांगे हैं