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जमुई की गर्भवती महिला ओमान में बनाई गई बंधक, बच्चे पूछ रहे- कब आएगी मां

बिहार की जमुई की गर्भवती लक्ष्मी को ओमान में बंधक बना कर रखा गया है. नौकरी का झांसा देकर दलालों ने उसे पहले दिल्ली बुलाया फिर वहां से अहमदाबाद ले गए और फिर फ्लाइट से ओमान भेज दिया. लक्ष्मी ने पांच दिन पहले परिजनों को WhatsApp पर मैसेज कर कहा था 'मुझे बचा लो'. लक्ष्मी के दिव्यांग पति ने दिल्ली के पहाड़गंज थाने में केस भी दर्ज करवाया है. पढ़ें पूरी खबर..

Lakshmi Stranded In Oman
Lakshmi Stranded In Oman
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Published : Jul 6, 2022, 1:42 PM IST

जमुई: बिहार की जमुई की एक गर्भवती महिला ( Jamui Pregnant Woman Lakshmi) को मानव तस्करों ने नौकरी का झांसा देकर ओमान के मस्कट (Lakshmi Stranded In Oman) में बंधक बना लिया है. महिला की सकुशल रिहाई के लिए उसके परिजन गुहार लगा रहे हैं. परिजनों का आरोप है कि वसीम और सन्नो सयैद नाम के दो मानव तस्करों (Human Traffickers) ने 30 साल की गर्भवती लक्ष्मी को ओमान में कैद कर रखा है. उसका पासपोर्ट और मोबाइल भी जब्त कर लिया गया है. उसे ओमान में टॉर्चर किया जा रहा है. तबीयत खराब है लेकिन दवा नहीं दी जा रही है.

पढ़ें- ओमान से लौटीं महिलाओं का छलका दर्द, कहा- 20-20 घंटे काम लिया गया, यातनाएं सोचकर रूह कांप जाती है

जमुई की गर्भवती महिला लक्ष्मी ओमान में बंधक: परिजनों ने बताया कि ओमान में कैद गर्भवती महिला लक्ष्मी का लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के साकल गांव में ससुराल और झाझा थाना क्षेत्र के सुंदरीटांड़ गांव (Sundritand Village Jamui) में मायका है. लक्ष्मी समस्तीपुर बंधन बैंक में काम करती थी लेकिन अचानक उसका काम छूट गया. वहीं पति लंबे समय से बीमार चल रहा है. आंखों से दिव्यांग पति विजय और तीन बच्चों की जिम्मेदारी लक्ष्मी के कंधों पर थी. इसी बीच उसे अच्छी नौकरी और सैलरी का झांसा देकर दिल्ली बुलाया गया और वहां से ओमान के मस्कट ले जाकर कैद कर लिया गया. इस मामले में लक्ष्मी के दिव्यांग पति विजय ने दिल्ली के पहाड़गंज थाने में केस भी दर्ज करवाया है.

"28 मई को बहन घर में बोल के गई कि मेरा दिल्ली में जॉब लग गया है. दिल्ली पहुंचने के बाद बताया गया कि कोई एजेंट वसीम अख्तर वो किसी तरह धोखे में रखकर बाहर मुल्क भेज दिया. मेरी सरकार से गुहार है कि बहन को ढूंढकर वापस घर लाने में मदद करे. बहन बहुत तकलीफ पीड़ा में है. मुझसे थोड़ी बात हुई थी बस इतना ही बता पाई कि बहुत तकलीफ में हूं. मुझे कैद करके रखा गया है."- प्रकाश दास, लक्ष्मी का बड़ा भाई

नौकरी का झांसा देकर बुलाया गया था दिल्ली: परिजनों का कहना है कि लक्ष्मी का बैंक का काम बंद होने के बाद वह काम की तलाश में थी. इसी बीच दिल्ली के पहाड़गंज के वसीम अख्तर और एक महिला सन्नो ने उसे फोन कर इंटरव्यू के लिए दिल्ली बुलाया था. बेहतर नौकरी की उम्मीद में लक्ष्मी 25 मई को दिल्ली गई थी. ये दोनों दलाल उसे झांसा देकर पहले अहमदाबाद ले गए और फिर फ्लाइट से ओमान भेज दिया. परिजनों का कहना है कि अब लक्ष्मी से उनका संपर्क नहीं हो पा रहा है. परिवार वाले कह रहे हैं कि जब अंतिम बार लक्ष्मी से फोन पर बात हुई थी तो उसने कहा था " बहुत पीड़ा तकलीफ में हूं. मुझे बंधक बनाकर रखा गया है. किसी तरह से बचा लो."

गर्भवती महिला को किया जा रहा टॉर्चर: परिजनों के मुताबिक लक्ष्मी का मोबाइल और पासपोर्ट भी छीन लिया गया है. परिवार के लोग परेशान हैं कि गर्भवती महिला की तबीयत खराब है. उसे दवा भी नहीं दी जा रही है. अब परिवार वाले सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि उसकी वापसी कराई जाए. लक्ष्मी देवी के बुजुर्ग माता-पिता और परिवारवालों का यही कहना है कि लक्ष्मी की स्थिति लगातार वहां बिगड़ रही है, उसे सही सलामत घर लाया जाए.

"बंधन बैंक में काम कर रही लक्ष्मी देवी जब काम बंद हो गया तो फिर काम के तलाश में बिचौलिए के चक्कर में पड़ गई. यही काम दिल्ली में मिल जाएगा बोलकर लक्ष्मी को दिल्ली बुलाया गया और वो दिल्ली चली गई. लक्ष्मी के तीन बच्चे हैं. बेटे का नाम आदित्य और दोनों बेटियों का नाम मानवी और साक्षी है. पति विजय आंख से दिव्यांग है. कुछ काम धंधा कर नहीं पाता. परिवार के भरण पोषण का भार लक्ष्मी पर ही था. 25 तारीख को दिल्ली पहुंचने तक संपर्क हुआ था इसके बाद कोई संपर्क नहीं हो पाया है."- लक्ष्मी के रिश्तेदार



"लक्ष्मी का पति विजय खुद महिला को ट्रेन में चढ़ाकर आया था. हमें बोला भाभी काम के सिलसिले में लक्ष्मी आज दिल्ली चली गई. दिल्ली पहुंचने के बाद से ही कॉन्टेक्ट खत्म हो गया है. जानकारी मिली कि लक्ष्मी दिल्ली में भी नहीं है. इसी बीच यह भी पता चला कि लक्ष्मी का वीजा पासपोर्ट बनाकर उसे विदेश भेज दिया गया."- लक्ष्मी की रिश्तेदार

लक्ष्मी ने परिजनों को किया था ये मैसेज: लक्ष्मी ने पांच दिन पहले परिजनों को WhatsApp पर मैसेज किया था. उसने मैसेज कर परिजनों को जानकारी दी थी कि मैं अभी ओमान के मस्कट ( Lakshmi Stranded In Muscat) में हूं. यहां मुझे कैद कर रखा गया है. कई और इंडियन लड़कियों को भी यहां रखा गया है, जिन्हें गलत वीजा के जरिए ओमान भेज दिया गया है. उनसे गलत काम कराने के साथ-साथ टॉर्चर किया जाता है. मैं बहुत बीमार हूं. मुझे वापस भारत आना है.

'कब आएगी मम्मी?': फिलहाल लक्ष्मी के ओमान में फंसे होने से परिजन चिंतित हैं और सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. वहीं लक्ष्मी के तीन मासूम बच्चे भी अपनी मां को लेकर परेशान हैं. मासूम बार-बार पूछ रहे हैं कि मम्मी कहां है? मम्मी घर कब आएगी. इन मासूमों के सवालों का जवाब परिजनों के पास नहीं है. अब सभी को सरकार से मदद की उम्मीद है.

जमुई: बिहार की जमुई की एक गर्भवती महिला ( Jamui Pregnant Woman Lakshmi) को मानव तस्करों ने नौकरी का झांसा देकर ओमान के मस्कट (Lakshmi Stranded In Oman) में बंधक बना लिया है. महिला की सकुशल रिहाई के लिए उसके परिजन गुहार लगा रहे हैं. परिजनों का आरोप है कि वसीम और सन्नो सयैद नाम के दो मानव तस्करों (Human Traffickers) ने 30 साल की गर्भवती लक्ष्मी को ओमान में कैद कर रखा है. उसका पासपोर्ट और मोबाइल भी जब्त कर लिया गया है. उसे ओमान में टॉर्चर किया जा रहा है. तबीयत खराब है लेकिन दवा नहीं दी जा रही है.

पढ़ें- ओमान से लौटीं महिलाओं का छलका दर्द, कहा- 20-20 घंटे काम लिया गया, यातनाएं सोचकर रूह कांप जाती है

जमुई की गर्भवती महिला लक्ष्मी ओमान में बंधक: परिजनों ने बताया कि ओमान में कैद गर्भवती महिला लक्ष्मी का लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के साकल गांव में ससुराल और झाझा थाना क्षेत्र के सुंदरीटांड़ गांव (Sundritand Village Jamui) में मायका है. लक्ष्मी समस्तीपुर बंधन बैंक में काम करती थी लेकिन अचानक उसका काम छूट गया. वहीं पति लंबे समय से बीमार चल रहा है. आंखों से दिव्यांग पति विजय और तीन बच्चों की जिम्मेदारी लक्ष्मी के कंधों पर थी. इसी बीच उसे अच्छी नौकरी और सैलरी का झांसा देकर दिल्ली बुलाया गया और वहां से ओमान के मस्कट ले जाकर कैद कर लिया गया. इस मामले में लक्ष्मी के दिव्यांग पति विजय ने दिल्ली के पहाड़गंज थाने में केस भी दर्ज करवाया है.

"28 मई को बहन घर में बोल के गई कि मेरा दिल्ली में जॉब लग गया है. दिल्ली पहुंचने के बाद बताया गया कि कोई एजेंट वसीम अख्तर वो किसी तरह धोखे में रखकर बाहर मुल्क भेज दिया. मेरी सरकार से गुहार है कि बहन को ढूंढकर वापस घर लाने में मदद करे. बहन बहुत तकलीफ पीड़ा में है. मुझसे थोड़ी बात हुई थी बस इतना ही बता पाई कि बहुत तकलीफ में हूं. मुझे कैद करके रखा गया है."- प्रकाश दास, लक्ष्मी का बड़ा भाई

नौकरी का झांसा देकर बुलाया गया था दिल्ली: परिजनों का कहना है कि लक्ष्मी का बैंक का काम बंद होने के बाद वह काम की तलाश में थी. इसी बीच दिल्ली के पहाड़गंज के वसीम अख्तर और एक महिला सन्नो ने उसे फोन कर इंटरव्यू के लिए दिल्ली बुलाया था. बेहतर नौकरी की उम्मीद में लक्ष्मी 25 मई को दिल्ली गई थी. ये दोनों दलाल उसे झांसा देकर पहले अहमदाबाद ले गए और फिर फ्लाइट से ओमान भेज दिया. परिजनों का कहना है कि अब लक्ष्मी से उनका संपर्क नहीं हो पा रहा है. परिवार वाले कह रहे हैं कि जब अंतिम बार लक्ष्मी से फोन पर बात हुई थी तो उसने कहा था " बहुत पीड़ा तकलीफ में हूं. मुझे बंधक बनाकर रखा गया है. किसी तरह से बचा लो."

गर्भवती महिला को किया जा रहा टॉर्चर: परिजनों के मुताबिक लक्ष्मी का मोबाइल और पासपोर्ट भी छीन लिया गया है. परिवार के लोग परेशान हैं कि गर्भवती महिला की तबीयत खराब है. उसे दवा भी नहीं दी जा रही है. अब परिवार वाले सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि उसकी वापसी कराई जाए. लक्ष्मी देवी के बुजुर्ग माता-पिता और परिवारवालों का यही कहना है कि लक्ष्मी की स्थिति लगातार वहां बिगड़ रही है, उसे सही सलामत घर लाया जाए.

"बंधन बैंक में काम कर रही लक्ष्मी देवी जब काम बंद हो गया तो फिर काम के तलाश में बिचौलिए के चक्कर में पड़ गई. यही काम दिल्ली में मिल जाएगा बोलकर लक्ष्मी को दिल्ली बुलाया गया और वो दिल्ली चली गई. लक्ष्मी के तीन बच्चे हैं. बेटे का नाम आदित्य और दोनों बेटियों का नाम मानवी और साक्षी है. पति विजय आंख से दिव्यांग है. कुछ काम धंधा कर नहीं पाता. परिवार के भरण पोषण का भार लक्ष्मी पर ही था. 25 तारीख को दिल्ली पहुंचने तक संपर्क हुआ था इसके बाद कोई संपर्क नहीं हो पाया है."- लक्ष्मी के रिश्तेदार



"लक्ष्मी का पति विजय खुद महिला को ट्रेन में चढ़ाकर आया था. हमें बोला भाभी काम के सिलसिले में लक्ष्मी आज दिल्ली चली गई. दिल्ली पहुंचने के बाद से ही कॉन्टेक्ट खत्म हो गया है. जानकारी मिली कि लक्ष्मी दिल्ली में भी नहीं है. इसी बीच यह भी पता चला कि लक्ष्मी का वीजा पासपोर्ट बनाकर उसे विदेश भेज दिया गया."- लक्ष्मी की रिश्तेदार

लक्ष्मी ने परिजनों को किया था ये मैसेज: लक्ष्मी ने पांच दिन पहले परिजनों को WhatsApp पर मैसेज किया था. उसने मैसेज कर परिजनों को जानकारी दी थी कि मैं अभी ओमान के मस्कट ( Lakshmi Stranded In Muscat) में हूं. यहां मुझे कैद कर रखा गया है. कई और इंडियन लड़कियों को भी यहां रखा गया है, जिन्हें गलत वीजा के जरिए ओमान भेज दिया गया है. उनसे गलत काम कराने के साथ-साथ टॉर्चर किया जाता है. मैं बहुत बीमार हूं. मुझे वापस भारत आना है.

'कब आएगी मम्मी?': फिलहाल लक्ष्मी के ओमान में फंसे होने से परिजन चिंतित हैं और सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. वहीं लक्ष्मी के तीन मासूम बच्चे भी अपनी मां को लेकर परेशान हैं. मासूम बार-बार पूछ रहे हैं कि मम्मी कहां है? मम्मी घर कब आएगी. इन मासूमों के सवालों का जवाब परिजनों के पास नहीं है. अब सभी को सरकार से मदद की उम्मीद है.

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