जमुई: कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर बंद चल रहे सरकारी विद्यालयों के बच्चों को मध्याह्न भोजन से वंचित ना होना पड़े, इसके लिए विभाग के निर्देश पर नई व्यवस्था के तहत सोनो प्रखंड के विद्यालयों में खाद्यान्न का वितरण प्रारंभ कर दिया गया है. सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा नियम के तहत विद्यालय बंदी के दौरान भी विद्यालय में नामांकित बच्चों को खाद्यान्न व परिवर्तन मूल्य की राशि उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है. परिवर्तन मूल्य की राशि डीबीटी के माध्यम से निदेशालय स्तर से ही सीधे बच्चों के खातों में उपलब्ध करवा दी जाएगी, तो मध्याह्न भोजन का खाद्यान्न विद्यालय स्तर पर वितरित किया जा रहा है.
उपलब्ध करवाया जा रहा है खाद्यान्न
कोरोना संकट को देखते हुए विभाग ने बच्चों के विद्यालय आने पर रोक लगा रखी है. विभाग का स्पष्ट कहना है कि किसी भी परिस्थिति में अभी बच्चे विद्यालय नहीं आएंगे. खाद्यान्न बच्चों के अभिभावकों को उपलब्ध करवाया जा रहा है. वर्ग एक से पांच में नामांकित प्रत्येक बच्चों को आठ किलो और छह से आठ में नामांकित प्रत्येक बच्चों को बारह किलो खाद्यान्न दिया जा रहा है.
नहीं हो पा रहा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
खाद्यान्न वितरण के लिए विभाग ने गाइडलाइन जारी करते रोस्टर के अनुसार अभिभावकों को विद्यालय बुलाने, मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का निर्देश दिया है, ताकि संक्रमण के खतरे से बचा जा सके. लेकिन विद्यालय प्रधानों की लाख कोशिशों के बावजूद विद्यालय में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पा रहा है. इससे संक्रमण की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है.
3306 क्विंटल चावल का हो रहा है वितरण
वही, जानकारी देते हुए प्रखंड साधन सेवी डॉ रंजेश कुमार सिंह ने बताया कि वर्ग एक से पांच में नामांकित 34,629 एवं छह से आठ में नामांकित 16,346 बच्चों के लिए प्रथम चरण में 3,306 क्विंटल ही खाद्यान्न का आवंटन प्राप्त हुआ है जिसका वितरण किया जा रहा है. शेष आवंटन उपलब्ध होते ही विद्यालयों को वितरण के लिए उपलब्ध करवा दिया जाएगा.