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गोपालगंज पुलिस की लापरवाही, दुष्कर्म के 4 दिन बाद भी महिला का नहीं कराया गया मेडिकल

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Published : Sep 4, 2019, 10:53 PM IST

महिला को उसके घर में घुसकर जबरन उसके साथ दुष्कर्म किया गया. पुलिस ने घटना के चार दिन बाद भी मेडिकल और 164 का बयान दर्ज नहीं किया है.

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गोपालगंज: घर में घुसकर महिला से दुष्कर्म की खबर है. बताया जा रहा है कि इस घटना को पड़ोसी ने ही अंजाम दिया है. पीड़ित महिला और उसके पति का आरोप है कि पुलिस इस मामले में केस को दबाना चाहती है. यही, कारण है कि घटना के चार दिन होने के बाद भी कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुआ है.

इन्द्रकांत मिश्रा, एसआई

आरोपी के परिजनों ने की मारपीट
खबर के मुताबिक पीड़ित महिला रात में अपने घर में सो रही थी. तभी पड़ोस में ही रहने वाले दो लोग घर में घुस गए. महिला को हाथ पैर बांध और मुंह बंद कर एक ने जबरन दुष्कर्म किया. महिला के शोर मचाते ही परिजनों ने आरोपी को मौके से धर दबोचा. परिजनों ने आरोपी को बांधकर पुलिस के हवाले करने के लिए पकड़ रखा था. तभी आरोपी के परिजनों ने वहां पहुंच कर महिला और उसके पति के साथ मारपीट की और आरोपियों को छुड़ा ले गए.

आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ा
पीड़ित महिला ने कहा कि जब वो रात को अपने घर में सोई थी. तभी दो लोग घर में घुस आए. हाथ पैर बांध कर और मुंह बंद कर एक ने उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया. मुंह से कपड़ा हटने पर वह चिल्लाई. जिसके बाद घर के लोग पहुंच गए और आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ लिया. इसकी शिकायत करने पर कार्रवाई के बदले हमें इधर-उधर दौड़ाया जा रहा है.

gopalganj
इन्द्रकांत मिश्रा, एसआई

पुलिस का ढुलमुल रवैया
एसआई इन्द्रकांत मिश्रा ने बताया कि महिला के साथ 28 तारीख को घटना घटी और 29 तारीख को आवेदन दिया गया. 30 तारीख को केस दर्ज हुआ और 31 तारीख को रविवार की छुट्टी होने के कारण मेडिकल और 164 का बयान नहीं कराया गया. जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने कहा कि रविवार को 164 का बयान और मेडिकल भी होता है. तब एसआई इन्द्रकांत मिश्रा ने हैंड की कमी होने की बात बताते हुए कहा कि हमारे यहां स्टाफ की कमी है. एसआई ने कहा कि इस मामले में एक ऑफिसर की आवश्यकता होती है. पुलिस का कहना था कि हमारे पास सिर्फ यही काम नहीं है, हमें और भी कई काम हैं.

गोपालगंज: घर में घुसकर महिला से दुष्कर्म की खबर है. बताया जा रहा है कि इस घटना को पड़ोसी ने ही अंजाम दिया है. पीड़ित महिला और उसके पति का आरोप है कि पुलिस इस मामले में केस को दबाना चाहती है. यही, कारण है कि घटना के चार दिन होने के बाद भी कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुआ है.

इन्द्रकांत मिश्रा, एसआई

आरोपी के परिजनों ने की मारपीट
खबर के मुताबिक पीड़ित महिला रात में अपने घर में सो रही थी. तभी पड़ोस में ही रहने वाले दो लोग घर में घुस गए. महिला को हाथ पैर बांध और मुंह बंद कर एक ने जबरन दुष्कर्म किया. महिला के शोर मचाते ही परिजनों ने आरोपी को मौके से धर दबोचा. परिजनों ने आरोपी को बांधकर पुलिस के हवाले करने के लिए पकड़ रखा था. तभी आरोपी के परिजनों ने वहां पहुंच कर महिला और उसके पति के साथ मारपीट की और आरोपियों को छुड़ा ले गए.

आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ा
पीड़ित महिला ने कहा कि जब वो रात को अपने घर में सोई थी. तभी दो लोग घर में घुस आए. हाथ पैर बांध कर और मुंह बंद कर एक ने उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया. मुंह से कपड़ा हटने पर वह चिल्लाई. जिसके बाद घर के लोग पहुंच गए और आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ लिया. इसकी शिकायत करने पर कार्रवाई के बदले हमें इधर-उधर दौड़ाया जा रहा है.

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इन्द्रकांत मिश्रा, एसआई

पुलिस का ढुलमुल रवैया
एसआई इन्द्रकांत मिश्रा ने बताया कि महिला के साथ 28 तारीख को घटना घटी और 29 तारीख को आवेदन दिया गया. 30 तारीख को केस दर्ज हुआ और 31 तारीख को रविवार की छुट्टी होने के कारण मेडिकल और 164 का बयान नहीं कराया गया. जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने कहा कि रविवार को 164 का बयान और मेडिकल भी होता है. तब एसआई इन्द्रकांत मिश्रा ने हैंड की कमी होने की बात बताते हुए कहा कि हमारे यहां स्टाफ की कमी है. एसआई ने कहा कि इस मामले में एक ऑफिसर की आवश्यकता होती है. पुलिस का कहना था कि हमारे पास सिर्फ यही काम नहीं है, हमें और भी कई काम हैं.

Intro:विजयपुर थाना क्षेत्र के ख़िरीडीह गाँव मे एक महिला को उसके घर में घुसकर हाथ पैर बांध जबरन उसके साथ दुष्कर्म किया गया। वही पीड़ित महिला के सोर मचाने पर मौके पर पहुंचे परिजनों ने आरोपी को मौके से धर दबोच कर उसे बांधकर पुलिस के हवाले करने की कोशिश की तभी आरोपी के परिजन उसके घर पहुंच पीड़ित महिला व उसके पति के साथ मारपीट कर आरोपी को छुड़ाकर लेकर चले गए। जिसके बाद पीड़ित महिला ने दूसरे दिन थाने में दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया। पीड़ित महिला व उसके पति का आरोप है कि पुलिस इस मामले में केस को दबाना चाहती है। यही कारण है कि घटना के चार दिन बाद भी मेडिकल और 164 का बयान नही हुआ। फिलहला महिला न्याय के लिए भटक रही है।





Body:बताया जाता है कि पुलिस मामले को दबाना चाहती थी लेकिन जब मामला दबता न देख पुलिस ने आनन फानन में घटना के 4 दिन बाद पीड़िता को गोपालगंज स्थित सिविल कोर्ट पहुंकि 164 के बयान दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की लेकिन सिविल कोर्ट पहुंचने पर पुलिस ने कई कागजात बिना पूरा किए ही पहुंच गए। जिसके बाद चौथे दिन भी नाही मेडिकल हुआ और नाही 164 का बयान। संदर्भ में जब विजयीपुर थाना में तैनात एसआई इन्द्रकांत मिश्रा से ईटीवी भारत के संवाददाता ने मामले की जानकारी प्राप्त की तो एसआई ने घटना की पूरी जानकारी देते हुए बताया कि महिला के साथ 28 तारीख को घटना घटी और 29 तारीख को आवेदन दिया गया। 30 तारीख को केस दर्ज हुआ और 31 तारीख को रविवार की छुट्टी होने के कारण नहीं मेडिकल और 164 का बयान नही कराया गया। जब हमारे संवाददाता ने कहा कि रविवार को भी 164 का बयान और मेडिकल भी होता है
तब उसने हैंड की कमी होने की बात बताते हुए कहा कि हमारे यहां स्टाफ की कमी है। इस मामले में एक ऑफिसर की आवश्यकता होती है। सिर्फ यही काम नही है,न और भी कई काम है। लेकिन आज भी मेडिकल और 164 का बतान नही हुआ क्योंकि कागजात पूरी तैयार ही नही थी उन्होंने बताया कि आवेड़न में मोहर छूट गया है इस लिए ये आज नही कल होगी। जिसके कारण वापस लौटकर जाना पड़ रहा है। अब ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है, कि घटना के 4 दिन बाद मेडिकल होगा तो एविडेंस किस तरह सुरक्षित रहेगा। जिससे साफ तौर पर जाहिर होता है कि इस मामले में पुलिसिया कार्यवाही सुस्त है या जानबूझकर इस मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। इस संदर्भ में जब पीड़िता से बात की गई तो उन्होंने ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि जब हम रात्रि अपने घर में सोई थी तो दो लोग हमारे घर में घुस गए और मेरा हाथ पैर बांध कर मुंह बंद कर एक ने जबरन दुष्कर्म किया जबकि दूसरा बाहर खड़ा था। मुंह से जब कपड़ा हटा तो मैं चिल्लाई इसके बाद घर के लोग पहुंच रंगे हाथ आरोपियों को पकड़ा गया और बांधा गया इसी बीच आरोपी के परिजनों को इस बात की जानकारी हुई और मौके पर पहुंचकर मारपीट शुरू कर दी और आरोपी को छुड़ा कर लेते गए। जब हमने इसकी शिकायत थाना में की तब मुझे इधर उधर दौड़ाए जाने लगा। इसके बाद 29 तारिख को मामला दर्ज होने के बाद भी नाही 164 का बयान हुआ औ ना ही मेडिकल मुझे सिर्फ दौड़ाया जा रहा है।पीड़ित के पति ने कहा कि रोते हुए कहा कि मुझे इंसाफ चाहिए मेरे पत्नी के साथ आरोपियों ने जबरन दुष्कर्म किया है पुलिस मामले को दबाना चाहती है।वही इस संदर्भ में सिविल कोर्ट के अधिवक्ता राकेश शर्मा से लॉ के बारे में जानकारी प्राप्त की गई तो उन्होंने कहा कि लॉ के अनुसार अगर पीड़िता के साथ दुष्कर्म हुआ है, तो 24 घंटे के अंतराल में उसका मेडिकल जांच जरूरी है साथ ही 164 का बयान भी दर्ज करना चाहिए। मेडीकल समय पर नही होने से एविडेंस में फर्क पड़ जाता है। अब ऐसे में अगर पुलिस 164 के बयान नहीं दर्ज कराई और मेडिकल नहीं कराई तो वह कहीं ना कहीं मामले को दबाना चाहती है ताकि एविडेंस सही ना हो और आरोपी बच सकें। फिलहाल इस घटना में पीड़िता ने अपने ही गांव के चंदन पटेल सुशील पटेल के साथ उसके परिजनों रमेश पटेल सुजल पटेल रामकेवल पटेल सहित कुछ महिलाओं पर मारपीट करने एवं दुष्कर्म करने की प्राथमिकी दर्ज कराई है।


Conclusion:
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