गोपालगंज: गोपालगंज सदर अस्पताल में सुबह इलाज के दौरान एक मरीज के मौत होने के बाद हुए हंगामे को देखते हुए डॉक्टरों ने कार्य का बहिष्कार कर दिया. इस दौरान करीब चार घंटे तक इमर्जेंसी सेवा बाधित रहा. वहीं, इमरजेंसी सेवा ठप रहने के कारण अब तक दो अन्य मरीजों की मौत हो गई है.
कुछ देर के लिए गोपालगंज सदर अस्पताल में अफरा-तफरी का महौल कायम हो गया था, जब एक मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई. परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही के आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया. इस दौरान ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ड्यूटी छोड़ गायब हो गए. इसके बाद डॉक्टरो ने कार्य का बहिष्कार कर मरीजों के इलाज करने से साफ तौर पर इंकार कर दिया और सुरक्षा की मांग करने लगे.
डॉक्टरों की ओर से किए गए कार्य बहिष्कार से अब तक दो अन्य मरीजो ने इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया, जिसमे नगर थाना क्षेत्र के हजियापुर कैथवलिया गांव निवासी बच्चा सिंह और नगर थाने के साधु चौक मोहल्ले निवासी एक युवक शामिल हैं. मरीजो के मौत और इमरजेंसी वार्ड में मची हाहाकार को देखते हुए सदर एसडीओ उपेंद्र कुमार पाल और एसडीपीओ नरेश पासवान डॉक्टरों को मनाने के लिए सदर अस्पताल पहुंचे. लेकिन उनकी वार्ता विफल नजर आ रही थी.
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हलांकि, सदर अस्पताल परिसर में हो रहे हंगामा को लेकर एसडीपीओ व डॉक्टर ने अस्पताल में बैरिकेडिंग करने का निर्णय लिया. ताकि एक मरीज के साथ एक ही व्यक्ति इमरजेंसी वार्ड में जा सके.