ETV Bharat / state

गोपालगंज: लगातार बारिश से गन्ने की फसल हुई खराब, कर्ज में डूबे किसान

author img

By

Published : Oct 1, 2019, 10:52 AM IST

लगातार हो रही बारिश से जिले के गन्ना किसानों परेशान हैं. इस बारिश से गन्ने की फसल बर्बाद हो गई है. सबसे ज्यादा तबाही उन किसानों को हुई है, जिन्होंने कर्ज पर पैसें लेकर गन्ने की खेती की. उनके सामने दोहरा संकट मंडरा रहा है.

लगातार बारिश से गन्ने की फसल हुई खराब

गोपालगंज: पूरे बिहार में चार दिनों से लगातार बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. प्रदेश के सभी जिले लगातार बारिश से प्रभावित हैं. गोपालगंज भी इससे अछूता नहीं है, लगातार हो रही बारिश से हर कोई परेशान हैं. जिले के किसानों के लिए यह बारिश आफत बनी हई है. लेकिन सबसे ज्याद नुकसान गन्ना किसानों को हुआ है. जिले के उचकागांव, परसौनी खास, मसान थाना, हीरा पाकड़ और मांझा समेत विभिन्न क्षेत्रों में गन्ने की खेती मुख्य तौर पर होती है. इन क्षेत्रों में बोई गई गन्ने की फसल तेज हवा के साथ आई बारिश में गिर गए. किसानों के खेतों में कमर और घुटने तक पानी लग गए हैं.

गोपालगंज
तेज बारिश से खराब हो रही गन्ना की फसल

गन्ना किसान है बेहाल
गन्ने की फसल गिर जाने से गन्ने कई एकड़ में लगे फसल बर्बाद हो गए हैं. जिससे किसान काफी चिंतित है. किसानों का कहना है कि इस बार गन्ने की फसल अच्छी हुई थी. लेकिन लगातार बारिश ने फसल के नुकसान के साथ साथ किसान के मेहनत को भी बर्बाद कर दिया है. कई ऐसे किसान है जिसने कर्ज लेकर गन्ना की खेती की थी. उन्हें इस बात की उम्मीद थी कि इस बार गन्ने की खेती से हुई आमदनी से कर्ज के पैसे चुका देंगे. लेकिन इस बारिश ने सब कुछ खत्म कर दिया.

लगातार बारिश से गन्ने की फसल हुई खराब

ज्यादा बारिश ने फसल को किया बर्बाद
किसानों का कहना है कि फसल गिर गई है. इस से फसल का विकास भी रुक गया है. कर्ज लेकर की गई गन्ने की फसल से आमदनी की उम्मीद नहीं है. किसानों ने बताया कि तेज हवा के साथ बारिश होने से फसल गीला होकर झुक गया है. ऐसे में गन्ने को 24 घंटे के अंदर खड़ा नहीं किया गया तो वह टेढ़ा हो जाता है. उसके बाद उसे बांधना मुश्किल हो जाता है. उन्होंने बताया कि फसल एक से दो दिन तक गिरे रहने से सड़न पैदा हो जाती है. जिससे फसल की वृद्धि रुक जाती है.

गोपालगंज
लगातार बारिश से परेशान किसान

जिला कृषि पदाधिकारी ने दी जानकारी
इस बारे में जिला कृषि पदाधिकारी वेद नारायण सिंह ने बताया कि इस बार एक माह में अपेक्षा से काफी ज्यादा बारिश हुई है. जिले के सभी क्षेत्रों में सर्वे किया जा रहा है जिससे गन्ना किसानों के नुकसान के बारे में जानकारी मिल सके. उन्होंने कहा कि इस सर्वे को सरकार के पास भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि 22 सितंबर से 30 सितंबर तक 287 मिलीमीटर बारिश हुई है. जो औसत अनुपात से ज्यादा है.

गोपालगंज: पूरे बिहार में चार दिनों से लगातार बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. प्रदेश के सभी जिले लगातार बारिश से प्रभावित हैं. गोपालगंज भी इससे अछूता नहीं है, लगातार हो रही बारिश से हर कोई परेशान हैं. जिले के किसानों के लिए यह बारिश आफत बनी हई है. लेकिन सबसे ज्याद नुकसान गन्ना किसानों को हुआ है. जिले के उचकागांव, परसौनी खास, मसान थाना, हीरा पाकड़ और मांझा समेत विभिन्न क्षेत्रों में गन्ने की खेती मुख्य तौर पर होती है. इन क्षेत्रों में बोई गई गन्ने की फसल तेज हवा के साथ आई बारिश में गिर गए. किसानों के खेतों में कमर और घुटने तक पानी लग गए हैं.

गोपालगंज
तेज बारिश से खराब हो रही गन्ना की फसल

गन्ना किसान है बेहाल
गन्ने की फसल गिर जाने से गन्ने कई एकड़ में लगे फसल बर्बाद हो गए हैं. जिससे किसान काफी चिंतित है. किसानों का कहना है कि इस बार गन्ने की फसल अच्छी हुई थी. लेकिन लगातार बारिश ने फसल के नुकसान के साथ साथ किसान के मेहनत को भी बर्बाद कर दिया है. कई ऐसे किसान है जिसने कर्ज लेकर गन्ना की खेती की थी. उन्हें इस बात की उम्मीद थी कि इस बार गन्ने की खेती से हुई आमदनी से कर्ज के पैसे चुका देंगे. लेकिन इस बारिश ने सब कुछ खत्म कर दिया.

लगातार बारिश से गन्ने की फसल हुई खराब

ज्यादा बारिश ने फसल को किया बर्बाद
किसानों का कहना है कि फसल गिर गई है. इस से फसल का विकास भी रुक गया है. कर्ज लेकर की गई गन्ने की फसल से आमदनी की उम्मीद नहीं है. किसानों ने बताया कि तेज हवा के साथ बारिश होने से फसल गीला होकर झुक गया है. ऐसे में गन्ने को 24 घंटे के अंदर खड़ा नहीं किया गया तो वह टेढ़ा हो जाता है. उसके बाद उसे बांधना मुश्किल हो जाता है. उन्होंने बताया कि फसल एक से दो दिन तक गिरे रहने से सड़न पैदा हो जाती है. जिससे फसल की वृद्धि रुक जाती है.

गोपालगंज
लगातार बारिश से परेशान किसान

जिला कृषि पदाधिकारी ने दी जानकारी
इस बारे में जिला कृषि पदाधिकारी वेद नारायण सिंह ने बताया कि इस बार एक माह में अपेक्षा से काफी ज्यादा बारिश हुई है. जिले के सभी क्षेत्रों में सर्वे किया जा रहा है जिससे गन्ना किसानों के नुकसान के बारे में जानकारी मिल सके. उन्होंने कहा कि इस सर्वे को सरकार के पास भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि 22 सितंबर से 30 सितंबर तक 287 मिलीमीटर बारिश हुई है. जो औसत अनुपात से ज्यादा है.

Intro:पूरे बिहार में हो रही करीब 5 दिनों से लगातार बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। वही गोपालगंज जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण आम से लेकर खास तक के लोग काफी परेशान है। गन्ना किसानों के लिए भी यह बारिश आफत बनकर आई है। गन्ना किसानों की अरमान इस बारिश के पानी में बहते हुए नजर आने लगे हैं। वही जिले के उचकागांव, परसौनी खास, मसान थाना, हीरा पाकड़, मांझा समेत विभिन्न क्षेत्रों में सैकड़ों एकड़ खेतों में किसानों द्वारा बोई गई गन्ने की फसल तेज हवा के साथ आई बारिश में गिर गए। किसानों के खेतों में कमर व घुटने तक पानी लग गए हैं। बारिश से गन्ने की फसल गिर जाने से गन्ने की फसल का विकास रुक जाने से कई एकड़ में लगे फसल बर्वाद हो गए है। जिससे किसान काफी चिंतित है।




Body:बताया जाता है कि इस बार गन्ने की फसल अच्छी मानी जा रही थी। किसान अपनी गन्ने की फसल को देखकर बेहद खुश थे और अपनी फसल के बलबूते रोज नए-नए सपने देख रहे थे। कई ऐसे किसान है जिसने कर्ज लेकर गन्ना की खेती की थी। उन्हें इस बात की उम्मीद थी कि इस बार गन्ने की खेती से हुई आमदनी से कर्ज दाताओं का कर्ज देकर जीविकोपार्जन करेंगे। लेकिन उनकी ये सोच कारगर नही हो सकी और उनके द्वारा सैकड़ो एकड़ खेतो में बोई गई गन्ना बारिश के पानी में डूब गए।और उनके द्वारा देखी गई सपना सपना ही रह गया। अब लागत लगाने के बावजूद भी फसल से आमदनी नहीं होने पर गन्ना किसानों की कमर टूट कर रह जाएगी जिससे गन्ना किसानों के लिए यह बारिश आफत बनकर आई है। दरअसल पिछले 5 दिनों से लगातार हो रही बारिश व तेज हवा ने सब कुछ तबाह कर दिया। गन्ना किसानों के माने तो बारिश के कारण गन्ने की फसलें गिर गई है। जिसे उनका विकास भी रुक गया है। कर्ज लेकर की गई गन्ने की फसल से आमदनी निकलने की उम्मीद नही है। किसानों के माने तो उनकी गन्ने की फसल हर साल की अपेक्षा इस बार बेहद अच्छी थी। गन्ने की फसल देख कर मन मे खुशी थी। लेकिन पिछले 5 दिनों से हो रही बेतहाशा बरसात के कारण यह खुशी गम में तब्दील हो गई है। गन्ना किसानों के माने तो तेज हवा के साथ बारिश हुई गन्ना गीला होने के बाद जब हवा आई तो गन्ना पूरी तरह से खेत में गिर गई। अगर गन्ने को 24 घंटे के अंदर खड़ा नहीं किया गया तो वह टेढ़ा हो जाता है। उसके बाद उसे बांधना मुश्किल हो जाता है। और जब मौसम सही होता है तब तक काफी देर हो चुका होता है। जिससे काफी नुकसान हो जाता है। साथ ही जब गन्ना गिरता है तो नीचे सड़न पैदा हो जाती है। उनकी वृद्धि रुक जाती है। कई बार जब गन्ना छीलते हैं तो वो एकदम सूखा निकलता है।वही इस संदर्भ में जब जिला कृषि पदाधिकारी वेद नारायण सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस बार एक माह में अपेक्षा से काफी ज्यादा बारिश हुई है। वही कुछ स्थानों पर गन्ना किसानों के खेत मे जलजमाव हुआ है। तो उसका सर्वे किया जा रहा है ताकि गन्ना किसानों को बारिश के कारण हुई नुकसान से सरकार को अवगत कराई जा सके। अगर बात करे वर्षा के आंकड़ो की तो 22 सितंबर से 30 सितंबर तक 287 मिलीमिटर बारिश हुई है वही एक माह के बारिश की बात करें तो अनुपात से ज्यादा वर्षा हुई है यानी 222.8 मिली मीटर के बदले 437.8 मिली मीटर वर्षा दर्ज की गई है जो काफी ज्यादा है।।





Conclusion:na
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.